मुठभेड़ में लगी गोली- लंबे समय से फरार चल रहा लुटेरा लगा पुलिस के हाथ

मुजफ्फरनगर। नवागंतुक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के चार्ज संभालने के बाद जनपद की बुढाना कोतवाली पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे बदमाश की गिरफ्तारी का बड़ा गिफ्ट दिया है। रोकने का प्रयास किए जाने पर पुलिस पर फायरिंग करते हुए भाग रहे लुटेरे के पैर में जवाबी कार्यवाही में गोली लग गई। जख्मी हुए बदमाश को ट्रीटमेंट के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बृहस्पतिवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार सिंह द्वारा बुधवार की रात जिला मुख्यालय पहुंच कर चार्ज संभालने के बाद जनपद की थाना बुढ़ाना कोतवाली पुलिस सवेरे के समय जब कांधला- बुढ़ाना मार्ग पर पेट्रोलिंग कर रही थी तो पुलिस को बाइक पर आता हुआ एक संदिग्ध दिखाई दिया।
तलाशी के लिए पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया गया, लेकिन वह पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए अपनी बाइक को मोड कर भागने लगा।
मामला संदिग्ध जानकर पुलिस ने बदमाश का पीछा किया और उसकी घेराबंदी कर दी। गांव विज्ञाना रोड पर आए मोड पर बाइक की गति तेज होने के कारण वह बेकाबू हो गई और स्लीप होकर सड़क पर गिर पड़ी।

बाइक पर सवार बदमाश अपनी बाइक को वहीं पड़ी छोड़कर मौके से भाग लिया। घेराबंदी करने वाली पुलिस टीम ने जब उसे सरेंडर करने की वार्निंग दी तो उसने पुलिस पर गोली चला दी। बदमाश की गोली की चपेट में आने से बाल-बाल बची पुलिस ने जब जवाबी कार्यवाही की तो पुलिस की गोली बदमाश के पैर में जा लगी। जिससे वह लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़ा।
मुठभेड़ में घायल हुए बदमाश को पुलिस ने ट्रीटमेंट के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। बदमाश की पहचान इरशाद उर्फ काला पुत्र कालू निवासी गांव अलीपुर अटेरना थाना बुढ़ाना मुजफ्फरनगर के रूप में हुई है।
पुलिस अधीक्षक देहात आदित्य बसंल एवं क्षेत्राधिकारी बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह ने बताया है कि गिरफ्तार किए गए बदमाश के खिलाफ विभिन्न धाराओं में दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज है। कई मामलों में वह पिछले काफी दिनों से फरार चल रहा था।
एसपी देहात ने बदमाश को मुठभेड़ में गिरफ्तार करने वाली टीम में शामिल बुढ़ाना कोतवाल आनंद देव मिश्रा के अलावा सब इंस्पेक्टर संदीप चौधरी, सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र राव, सब इंस्पेक्टर आशीष चौधरी, सब इंस्पेक्टर दीपक चौधरी, हेड कांस्टेबल नीरज त्यागी, हेड कांस्टेबल संजय कुमार, हेड कांस्टेबल हरीश पाल सिंह, हेड कांस्टेबल ज्ञानवीर सिंह, कांस्टेबल नकुल सांगवान एवं कांस्टेबल विजय कुमार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए पूरी टीम की पीठ थपथपाई है।