किशोर को हिरासत में प्रताड़ित करने को लेकर पुलिस से मांगी रिपोर्ट

शिलांग। मेघालय राज्य मानवाधिकार आयोग (एमएचआरसी) ने मंगलवार को मेघालय पुलिस से एक किशोर को हिरासत में कथित रूप से प्रताड़ित करने के मामले में रिपोर्ट मांगी है।
एमएचआरसी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) टी वैफेई ने कहा कि आयोग ने घटना का संज्ञान लिया है और पूर्वी खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम को 31 जुलाई तक कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर एमएचआरसी कार्रवाई करेगी।
गेटविन जिर्वा (19)की मां मिल्ड्रेड जिर्वा ने मानवाधिकार उल्लंघन के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने के लिए एमएचआरसी में सोमवार को शिकायत दर्ज की थी।हिरासत में कथित यातना की घटना तीन जुलाई को सोहरा पुलिस स्टेशन में हुई थी जब 28 जून को एक अन्य व्यक्ति के साथ शराब के नशे में झगड़ा करने के बाद गेटविन को पुलिस स्टेशन आने के लिए कहा गया था।
श्री मिल्ड्रेड ने कहा कि शिकायतकर्ता ने तीन जुलाई को सुबह लगभग नौ बजे अपने बेटे को सोहरा पुलिस स्टेशन पहुंचाया था। जब वह दोपहर में उसे लेने पुलिस स्टेशन पहुंची तो उन्होंने पाया कि उनका बेटा गंभीर रूप से घायल था।
इसके बाद गेटविन को सोहरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया और बाद में शिलांग सामान्य अस्पताल स्थानांतरित किया गया जहां उसका इलाज किया गया।गेटविन ने आरोप लगाया था कि उसकी मां द्वारा उसे छोड़ने के बाद पुलिस उसे मेडिकल जांच के लिए ले गई और जब उसे वापस पुलिस थाने लाया गया तो उन्होंने उसे डंडों से पीटना शुरू कर दिया और सोहरा थाने के शौचालय का पानी पीने को मजबूर किया।
मिल्ड्रेड ने एमएचआरसी में अपनी शिकायत में कहा कि अगर उसके बेटे ने कोई जघन्य अपराध किया है जिसके लिए उसे सजा मिलनी चाहिए। पुलिसकर्मियों को कानून की उचित प्रक्रिया का पालन करना चाहिए था।
मेघालय पुलिस ने उप-विभागीय पुलिस अधिकारी पिनुरस्ला बी. वानस्वेट की अध्यक्षता में कथित हिरासत में यातना के मामले की जांच शुरू कर दी है। पूर्वी खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि तथ्यों की पूरी तरह से जांच करने के बाद दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सभी आवश्यक एवं उचित कार्रवाई की जाएगी।