मेरठ जोनः दो करोड़ के मोबाइल बरामद- 983 स्वामियों के खिले मुखड़े

मेरठ। पश्चिमी यूपी के मेरठ जोन में सात जिले आते हैं, जिनमें दो रेंज हैं पहली मेरठ और दूसरी सहारनपुर। मेरठ रेंज में मेरठ, बुलंदशहर, बागपत, हापुड जिला आता है और सहारनपुर रेंज में सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली जिला शामिल है। दो रेंज यानी सात जिलों वाले मेरठ जोन के अपर पुलिस महानिदेशक की बागडोर आईपीएस अधिकारी भानु भास्कर के हाथों में है। मेरठ जोन के एडीजी भानु भास्कर के नेतृत्व में मेरठ जोन पुलिस द्वारा खोये हुए 983 मोबाइल फोन को बरामद किया गया। बरामद किये गये मोबाइल फोन की कीमत एक करोड़ 91 लाख, 30 हजार रूपये बताई गई।
पुलिस मोबाइल फोन को खोजकर लाई और फिर उनके स्वामियों को सूचना दी कि आपका खोया हुआ मोबाइल मिल गया है, यह सूचना सुनते ही मोबाइल स्वामी के दिल से चेहरे पर खुशी आई और उसने यह सूचना फिर अपने परिवार को दी। खोया हुआ मोबाइल लेने के लिये नियत तिथि पर स्वामी पुलिस के बुलाये स्थान पर पहुंचे और पुलिस द्वारा अपना खोया हुआ मोबाइल फोन पाकर स्वामियों के मुखड़ों पर मुस्कान अलग ही दिखाई दी। अपने मोबाइल फोन को पाकर उन्होंने पुलिस को दिल से आभार जताया और खुशी-खुशी अपने घर लौट गये।
गौरतलब है कि मेरठ जोन के समस्त जनपदों में गुम हुए मोबाइलों की रिकवरी के लिये ऑनलाइन पोर्टल सीईआईआर पर पंजीकृत शिकायतों के सम्बंध में जनपदों की सर्विलांस व साइबर टीमों को गुम हुए मोबाइलों को बरामद करने के लिये लगाया गया। मेरठ जोन के सहारनपुर रेंज के जिलों की बात करते हैं। सहारनपुर रेंज के पहला जिला सहारनपुर में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के तौर पर आशीष तिवारी पुलिसिंग कर रहे हैं, जिनकी अगुवाई में सहारनपुर पुलिस द्वारा 3 लाख 30 हजार रूपये के मूल्यों के 22 मोबाइल फोन बरामद किये गये।
सहारनपुर रेंज का दूसरा बड़ा जिला आता है मुजफ्फरनगर। इस जिले में इन दिनों आईपीएस अधिकारी संजय कुमार वर्मा एसएसपी का कार्यभार देख रहे हैं। एसएसपी संजय कुमार वर्मा के निर्देशन में मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा 14 लाख रूपये की कीमत के 117 मोबाइल बरामद किये गये। अब बात आती है सहारनपुर रेंज के तीसरे जिले शामली की, जहां पर वर्ष 2025 के माह सितम्बर की पहली तारीख को ही पुलिस कमांडर की कमान संभालते हैं हाल ही प्रमोशन पाकर आईपीएस अधिकारी बने नरेन्द्र प्रताप सिंह। नरेन्द्र प्रताप सिंह को एन.पी. सिंह के नाम से भी पुकारा जाता है। आईपीएस अधिकारी नरेन्द्र प्रताप सिंह पहली बार किसी जिले के कप्तान बने हैं। पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में शामली पुलिस ने अल्प समय में 115 मोबाइल फोन बरामद किये हैं, जिनकी कीमत 25 लाख रूपये बताई गई है। सहारनपुर रेंज के तीन जिलों (सहारनपुर, मुजफ्फरनगर और शामली) पुलिस ने मोबाइल स्वामियों को उनके खोये हुए मोबाइलों को उन्हें सौंपकर उनके चेहरों पर प्रसन्नता लाने का काम किया।
मेरठ जिले में एसएसपी की कमान आईपीएस विपिन ताड़ा संभाल रहे हैं, जिनके निर्देशन में मेरठ जिले की पुलिस द्वारा गुम हुए 217 मोबाइल फोन बरामद किये गये, जिनकी कीमत 38 लाख रूपये है। बरामद किये गये मोबाइलों के स्वामियों को बुलाकर मेरठ पुलिस द्वारा उन्हें उनके मोबाइल फोन सुपुर्द किये गये, जिनके बाद उन्होंने मेरठ पुलिस का धन्यवाद अदा किया। ऐसे ही बुलंदशहर एसएसपी श्लोक कुमार की अगुवाई में बुलंदशहर पुलिस ने खोये हुए 280 मोबाइल फोन को बरामद करने का काम किया। बुलंदशहर पुलिस द्वारा बरामद किये गये मोबाइलों की कीमत 60 लाख रूपये हैं।
बागपत में पुलिस अधीक्षक की कमान संभाले हुए हैं, युवा आईपीएस अधिकारी सूरज कुमार राय। सूरज कुमार राय के नेतृत्व में बागपत पुलिस ने 14 मोबाइल फोन को बरामद किया, जिनकी कीमत लगभग तीन लाख रूपये बताई गई। हापुड़ पुलिस कप्तान का पदभार ग्रहण किये हुए साल 2016 बैच के आईपीएस अधिकारी कुंवर ज्ञानेंजय सिंह के निर्देशन में हापुड पुलिस द्वारा 48 लाख की कीमत के 218 मोबाइल फोन को बरामद किये गये। बागपत और हापुड पुलिस ने भी मोबाइल स्वामियों को मोबाइल बरामदगी की सूचना दी और उन्हें बुलाकर उनके मोबाइल उन्हें सुपुर्द कराने का काम किया तो स्वामियों द्वारा अपने खोये हुए मोबाइलों को पाकर खुश हुए और पुलिस को दिल से धन्यवाद कहा गया।