नशीली दवाओं के व्यवसाय करने वाले गैंग भंडाफोड़- चार चढ़े हत्थे

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने नशीली एवं प्रतिबंधित दवाईयों के भारत व अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों का डाटा डार्कवेब से प्राप्त कर वर्चुअल मनी (बिटकॉइन) के माध्यम से खरीद-फरोख्त करने वाले गैंग के चार सदस्यों को लखनऊ से गिरफ्तार किया है तथा उनके कब्जे से भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवा बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।

एसटीएफ सूत्रों ने रविवार को यहां बताया कि ये गिरफ्तारियां और बरामदगी शनिवार देर रात तक होती रही। गिरफ्तार गैंग सदस्यों की पहचान फैजान खान पुत्र तुफैल अहमद नि0 सदर अस्पताल रोड जनपद बस्ती, तौफीक उर्फ सुफियान पुत्र इरसाद अहमद नि0 रामलीला ग्राउण्ड, थाना मदेयगंज, लखनऊ, अशरफ खान पुत्र तौकीर खॉन नि0 50/205 जानकारीपुरम 60 फिटा रोड लखनऊ और सार्थक वर्मा उर्फ पियूष वर्मा पुत्र प्रमोद कुमार वर्मा नि0 532/574 बनारसी टोला, अलीगंज, लखनऊ के रूप में हुई है।

सूत्रों के मुताबिक इनके पास से 1300 ग्राम प्रतिबंधित नशीली दवा (ट्रामाडोल), एक पैन कार्ड, छह मोबाइल, तीन एटीम कार्ड, 2,630 नगद तथा दो मोटर साइकिल जब्त की गई है।

सूत्रों ने बताया कि विगत काफी दिनों से राजधानी लखनऊ व उसके आस-पास के जनपदो में चोरी-छिपे प्रतिबंधित/नशीली दवाओं की ऑनलाइन बिक्री पोर्टल के माध्यम खरीद फरोख्त कर ठगी व नशे का व्यापार कर अवैध रूप से धनार्जन कर रहे गिरोहों की सूचना प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न टीमों/फील्ड इकाईयों को आवश्यक कार्रवाई हेतु निर्देषित किया गया था। इसके अनुपालन में एसटीएफ मुख्यालय की टीम द्वारा दिनांक 07-09-2022 को प्रतिबंधित/नशीली दवाओं की खरीद फरोख्त करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को भारी मात्रा में नशीली दवाओं के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसी क्रम में अमित कुमार नागर, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ उ0प्र0 लखनऊ के पर्यवेक्षण में भी अभिसूचना संकलन की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी।

उक्त सूचना को विकसित करने हेतु उ0नि0 सत्यप्रकाष सिंह के नेतृत्व में मु0आ0 अषोक गुप्ता, रूद्र नारायण उपाध्याय, अंजली यादव, संतोष सिंह, कौषलेन्द्र, अषोक राजपूत, आरक्षी विजय वर्मा चालक चन्द्रभान की एक टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी, इसी दौरान शनिवार को ज्ञात हुआ कि जनपद लखनऊ के मदेयगंज थाना क्षेत्र में एक गैंग द्वारा प्रतिबंधित/नशीली दवाओं की अवैध रूप से ऑनलाइन कॉल सेंटर चलाकर खरीद फरोख्त का कार्य किया जा रहा है।

उक्त गैंग का मुखिया फैजान अपने साथियों के साथ पक्के पुल खदरा से पुरनिया जाने वाले बन्धे पर जाने वाले रास्ते पर दो मोटरसाइकिल के साथ चार लोग मौजूद थे। इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त (औषधि) लखनऊ मण्डल बृजेश कुमार, औषधि निरीक्षक माधुरी सिंह, श्री नीलेश कुमार शर्मा व सौरभ दुबे की टीम को साथ लेकर उक्त स्थान पर पहॅुचकर चारो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।

सूत्रों ने कहा कि फैजान ने विस्तृत पूछताछ पर बताया कि हम लोगों का प्रतिबंधित दवाओं को बेचने का एक अन्तरराष्ट्रीय गिरोह है। वे लोग इस व्यवसाय हेतु कस्टमर का डाटा डार्क वेब के माध्यम से प्राप्त करते है, जिसका पूरा काम सुमित कुमार शर्मा देखता है। हम लोग व्हाट्सअप व कॉल के माध्यम से कस्टमर से बात करके उनकी मांग पूछते हैं और उनकी मांग के हिसाब से दवाई को मॅगवाकर, बिटकॉइन या पे-पाल के माध्यम से पैसा प्राप्त होने पर उन्हें कोरियर द्वारा दवा भेजवा देते है। हम लोग नशीली/प्रतिबंधित दवाओं को चोरी से भारत सहित विश्व के कई देशों में ऑनलाइन बेचते है। हम लोगों को प्रति आर्डर अच्छा मुनाफा होता है।

सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध मदेयगंज थाना में विभिन्न धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया है। सूत्रों ने बताया कि स्थानीय पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

वार्ता

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