कप्तान की चली चौपाल एक्सप्रेस- पीड़ितों को वापस मिल रही ठगी हुई रकम

शामली। वर्ष 2025 का सितम्बर के माह की पहली तारीख को शामली जिले में अपनी पहली पुलिस कप्तानी के तौर पर शामली जिले में प्रवेश करने वाले आईपीएस अधिकारी नरेन्द्र प्रताप सिंह (एनपी सिंह) के निर्देशन में शामली पुलिस ने साइबर अपराधियों द्वारा मासूमों को अपने जाल में फंसाकर ठगी गई रकम को वापस कराने के लिये शानदार कार्य किया गया। पुलिस कमांडर नरेन्द प्रताप सिंह की साइबर चौपाल एक्सप्रेस शामली जनपद में घूम रही है, जो लोगों को साइबर अपराध से कैसे बचा जाए, जागरू कर रही है। पुलिस कमांडर नरेन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में यूं तो सभी थानों की पुलिस साइबर ठगी का शिकार हुए लोगों की शिकायत पर उनके रूपये वापस करा रही है लेकिन खोजी न्यूज शामली पुलिस द्वारा वापस कराई गई ठगी हुई रकम से आपको रूबरू कराती है।
पुलिस कमांडर नरेन्द्र प्रताप सिंह ने साइबर अपराध से शामली जिले के लोगों को जागरूक कराने के उद्देश्य से पुलिस लाईन शामली से साइबर चौपाल एक्सप्रेस को हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया, जिसने साइबर अपराध से बचाव के लिये शामली जिले के नागरिकों को जागरूक किया। यह विशेष रूप से तैयार की गई जागरूकता गाड़ी पूरे जनपद में भ्रमण कर लोगों को साइबर अपराधों जैसे ऑनलाइन ठगी, एईपीएस फ्रॉड, फिशिंग, ओटीपी शेयरिंग, फेक लिंक, लॉटरी स्कैम, सोशल मीडिया फ्रॉड आदि से बचाव के उपाय बताने का काम कर रही है। शामली जिले की हर थाने की पुलिस भी अपने-अपने क्षेत्र में जाकर साइबर अपराध से कैसे बचा जाये, उनका टिप्स देकर जागरूक कर रही है और ठगी होने पर कैसे शिकायत करे, वो भी उन्हें बता रही है।
गौरतलब है कि तनवीर आलम पुत्र गजनफर निवासी मौहल्ला कायस्थवाड़ा थाना कैराना जनपद शामली को कैम्पस शूज की फ्रैंचाइजी दिलाने के नाम पर साइबर ठगो द्वारा 6,96,519/- रुपये की धनराशि ठग ली गयी थी। शिकायत के बाद एसपी नरेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देशन में साइबर थाना शामली द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुए फ्राड व्य़क्ति के बैंक अकाउंट को डेबिट फ्रीज कराते हुए 1,33,440/- रुपये की धनराशि आवेदक के खाते में वापस करायी। इससे पूर्व में भी मुकदमा उपरोक्त से सम्बन्धित 1,32,000/- रुपये की धनराशि आवेदक के खाते में वापस करायी जा चुकी है।
ज्ञात हो कि दिनांक 8.09.2025 को आवेदक शेखर पुत्र धर्मवीर सिंह निवासी ग्राम करोडी थाना आदर्श मण्डी शामली जनपद शामली के मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा आवेदक उपरोक्त के पुत्र को गिरफ्तार कर लेने का भय दिखाकर ऑनलाइन यूपीआई के माध्यम से 1,50,000/- रुपये ट्रांस्फर करा लेने के सम्बन्ध में साइबर क्राइम पुलिस थाना शामली पर तहरीर दी गई थी। तहरीर के बाद एसपी एनपी सिंह की अगुवाई में साइबर क्राइम पुलिस थाना शामली द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए ऑनलाइन ठगी करने वालो के खातों की जानकारी कर आवेदक को खाते में 80,000/- रुपये की धनराशि वापस करायी गयी।
बताया गया कि आवेदक रविन्द्र पुत्र राजपाल निवासी मौहल्ला तलाही थाना झिंझाना जनपद शामली द्वारा अपने बैंक खाते से 77,254/- रुपये डेबिट हो जाने के सम्बन्ध में दिनाँक 26.04.2025 को साइबर क्राइम पोर्टल पर आनलाईन शिकायत दर्ज करायी गयी थी, जिसके बाद एसपी नरेन्द्र प्रताप सिंह की अगुवाई में साइबर सेवा केन्द्र थाना झिंझाना द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुए सम्बन्धित बैंक को पत्राचार कर पीड़ित की 77,254/- रुपये की धनराशि होल्ड करायी गयी तथा न्यायालय से प्राप्त आदेश के उपरांत आवेदक रविन्द्र उपरोक्त के बैंक खाते में शत-प्रतिशत धनराशि 77,254/- रुपये वापस कराई गई।
बताया गया कि मौहम्मद इमरान पुत्र मौहम्मद यासीन निवासी गुलशन नगर थाना कोतवाली शामली जनपद शामली के बैंक खाते से अज्ञात व्यक्ति द्वारा फ्रॉड़ कर कर 58,000/- रुपये बैंक खाते से ट्रांसफर करा लिये थे। घटना के सम्बन्ध में आवेदक द्वारा साइबर क्राइम पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायत के पश्चात साइबर सेवा केन्द्र, कोतवाली शामली द्वारा कार्यवाही करते हुए फ्राड व्य़क्ति के बैंक अकाउंट को डेबिट फ्रीज कराते हुए 50,000/- रुपये की धनराशि आवेदक के खाते में वापस करायी गयी।
ऐसे ही शामली पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में साइबर सेवा केन्द्र, थानाभवन द्वारा कार्यवाही करते हुए फ्राड व्य़क्ति के बैंक अकाउंट को डेबिट फ्रीज कराते हुए 19,999/- रुपये की धनराशि आवेदक के खाते में वापस कराई गई। साइबर सेवा केन्द्र थाना कैराना द्वारा संबंधित बैंक से समन्वय एवं पत्राचार करते हुए आवेदिका के खाते से निकाली गई 16,000/- रूपये की संपूर्ण (शत-प्रतिशत) धनराशि वापस कराई गई है। आवेदिका सुहाना ने पुलिस अधीक्षक शामली एवं साइबर सेवा केन्द्र थाना कैराना की पूरी टीम का आभार व्यक्त किया। साइबर सेवा केन्द्र थाना थानाभवन द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुए सम्बन्धित बैंक को पत्राचार कर आवेदिका बेबी रानी उपरोक्त से ठगी की गई 16,000/-(शत प्रतिशत) धनराशि वापस कराई गई।