भई वाह! कप्तान हो तो ऐसा- IPS संजय की 44 दिनों में गुड पुलिसिंग

भई वाह! कप्तान हो तो ऐसा- IPS संजय की 44 दिनों में गुड पुलिसिंग

मुजफ्फरनगर। क्राईम कैपिटल के नाम से प्रसिद्ध जनपद मुजफ्फरनगर में एसएसपी के अलावा एसपी सिटी, एसपी क्राईम, एसपी देहात, एसपी यातायात, आठ सर्किल ऑफिसर और 22 थाने हैं। ऐसे जिले में आईपीएस अभिषेक सिंह कमान संभाले हुए थे, प्रमोशन होकर डीआईजी बनने के बाद हुए ट्रांसफर के वक्त मुजफ्फरनगर जिले की पुलिस कमांडर की कमान शासन ने ऊर्जावान आईपीएस अधिकारी संजय कुमार वर्मा के हाथों में सौंपी। आईपीएस अधिकारी संजय कुमार ने मुजफ्फरनगर जिले में पुलिस कप्तान की बागडोर हाथों में लेते ही अधीनस्थों को स्पष्ट आदेश दिया कि भ्रष्टाचार शून्य पर रहना चाहिए और अपराध पर अंकुश लगा रहना चाहिए और अपराध करने वाली की किसी भी सूरत में बख्शीश नहीं होनी चाहिए।

एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने जिले में एंट्री करते हुए पुलिस के साथ फ्लैग मार्च कर पब्लिक को सुरक्षा का अहसास दिलाया तो वहीं से ही बदमाशों को कड़ा मैसेज दिया और साथ ही साथ अधीनस्थों को भी संदेश दिया कि प्रतिदिन गश्त किया जाये, जिससे बदमाशों में भय और जनता के दिलों में सुरक्षा का अहसास हो। पुलिस कप्तान संजय कुमार वर्मा के अभियान के अंतर्गत जब मुजफ्फरनगर पुलिस ने बदमाशों की धरपकड़ शुरू की तो जिस बदमाशों ने पुलिस पर गोली चलाने की जुर्रत की तो उसे पुलिस ने गोली का स्वाद चखाकर लंगडा किया। एसएसपी संजय कुमार के अल्प समय के कार्यकाल में 58 बदमाशों का हाफ एनकाउंटर हुआ। पुलिस कार्यालयों की शाखाओं व थानों का अचानक निरीक्षण कर पुलिस को मैसेज दिया कि जिला का मुखिया किसी भी समय पधार सकते हैं।

एसएसपी संजय कुमार के निर्देशन में मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा 84 बदमाशों को गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई कर बड़े घर भेजा। नशे के सौदागरों पर शिकंजा कस उनके कब्जे से 80 लाख का नशे का सामान बरामद किया। 185 दोषियों को अदालत से सजा दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। फरियादियों की समस्याएं बारिकी से सुनते हैं और जाते-जाते भी कार्यालय के बाहर खडे फरियादियों की समस्या भी सुनने में कोई गुरेज नहीं करते। समस्या का समाधान हुआ है या नहीं, इसके लिये पब्लिक ग्रीवेंस फीडबैक सेल का गठन किया गया। पटाखा फोड बुलेट बाईक को सीज और हूटर वाली गाड़ी पर 50 हजार का जुर्माना लगाया गया। इनके अलावा एसएसपी द्वारा 48 लाख रूपये के गुम हुए मोबाइल फोन को बरामद कर उनके स्वामियों को सौंपने का भी काम किया। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने पुलिस लाईन में स्थित मैस का निरीक्षण किया। इसी बीच एसएसपी ने पुलिसकर्मियों के साथ बैठकर खाना भी खाया। ऐसा नजारा बहुत कमी से देखा जाता है जब किसी विभाग का मुखिया उनके साथ बैठकर खाना खाता है।


ऊर्जा से भरपूर तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी संजय कुमार वर्मा को 44 दिनों पूर्ण हो चुके हैं। एसएसपी संजय कुमार द्वारा 44 दिनों में बदमाशों के खिलाफ की गई ताबड़तोड़ कार्रवाई से और पब्लिक के हक में किये गये काम को देखकर जनता कह रही है कि कप्तान हो तो ऐसा, जो हकीकत जानने के लिये तत्पर रहता है, बदमाशों की बख्शीश नहीं करता और फरियादियों की बात को ध्यान से सुनता और समझता है। तेजतर्रार साल 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी व मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा द्वारा की गई गुड पुलिसिंग पर पेश है खोजी न्यूज की खास रपट...

44 दिन- 42 मुठभेड़- 58 हाफ एनकाउंटर- 107 पहुंचे जेल

तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी संजय कुमार वर्मा द्वारा एसएसपी का चार्ज लेते हुए मुजफ्फरनगर जिले में बदमाशों की धरपकड़ का अभियान तेजी से चला तो पुलिस और बदमाशों के बीच दर्जनों बार धायं-धायं भी हुई। एसएसपी संजय कुमार वर्मा के 44 दिन के कार्यकाल में 42 मुठभेड़ हुई, जिसमें 58 बदमाशों को गोली का स्वाद चखाया तो वहीं 49 आरोपियों को अरेस्ट किया गया। 44 दिनों में 42 मुठभेड़ में करीब 243 के स्ट्राइक रेट से एसएसपी संजय कुमार द्वारा आरोपियों को पकड़ने की कार्रवाई की गई यानी 42 मुठभेड़ में 107 बदमाशों को पकड़ा गया। बदमाशों को गोली का जवाब गोली से देने वाली पुलिस टीम का एसएसपी संजय कुमार वर्मा द्वारा उत्साहवर्धन करते हुए उनका हौंसला बढ़ाया गया। एसएसपी संजय कुमार वर्मा के निर्देशन में की गई मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा बदमाशों पर की गई ताबड़तोड़ कार्रवाई से कहीं न कहीं बदमाशों में खाकी के प्रति खौफ पैदा हुआ है और अपराध का ग्राफ नीचे की ओर लुढकता हुआ दिखाई दे रहा है।


एसएसपी संजय का शिकंजा- 84 अपराधियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई- 20 की खोली हिस्ट्रीशीट

एसएसपी संजय कुमार द्वारा समूह बनाकर गंभीर अपराध को अंजाम देने वाले बदमाशों पर शिंकजा कसने का काम किया गया। एसएसपी द्वारा बारिकी से विवरण लेकर गैंगस्टर एक्ट के तहत 18 मुकदमें पंजीकृत कर 84 गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई की गई। पुलिस कप्तान संजय कुमार द्वारा की गई गैंगस्टरों के खिलाफ कार्रवाई से जिले के बदमाशों में अपराधी के खिलाफ कार्रवाई करने का कड़ा संदेश गया। इसके अलावा एसएसपी संजय कुमार वर्मा के निर्देशन में मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा अपराधियों की 20 हिस्ट्रीशीट भी खोली गई है।

नशे के सौदागरों पर चला चाबुक- 80 लाख रूपये का नशे का सामान बरामद

अक्सर देखा जा रहा है कि नशे के सौदागर अपनी कमाई के चक्कर में नशीली दवाओं व नशीले पदार्थों का कारोबार कर युवाओं को गंदी लत लगाकर देश का भविष्य खराब कर रहे हैं। इसकी रोकथाम हेतु एसएसपी संजय कुमार वर्मा के निर्देशन में मुजफ्फरनगर पुलिस ने नशे के सौदागारों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए उनके कब्जे से 80 लाख रूपये का नशे का सामान बरामद किया गया। मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा 11 अभियोग विभिन्न थानों में पर पंजीकृत किये गये, जिनमें 22 आरोपियों को अरेस्ट किया। पुलिस ने अरेस्ट किये गये आरोपियों के कब्जे से 58.664 किग्राम गांजा (कीमत 9,71,600 रूपये), 01995 ग्राम स्मैक (कीमत 1,99,500 रूपये), 853.744 किग्रा डोडा (कीमत 68,29,952 रूपये) बरामद किये।


जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले अवैध शराब के कारोबारी पहुंचे जेल- 50 लाख की शराब बरामद

अवैध शराब लोगों कई बार लोगों की मौत का कारण भी बन जाती है। लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर अवैध शराब का कारोबार कर रहे अभियुक्तों पर एसएसपी संजय कुमार वर्मा द्वारा शिंकजा कसा गया। एसएसपी संजय कुमार की अगुवाई में मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा 33 मुकदमे दर्ज कर 36 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इन आरोपियों के पास से 160 लीटर अवैध शराब बरामद की, जिसकी कीमत 51.950 रूपये की आंकी गई।

ट्रांसफार्मर और तार चोरी करने वाले गैंग पर मुजफ्फरनगर पुलिस का एक्शन

एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने चार्ज संभालने के दौरान ही स्पष्ट कहा था कि अपराध बड़ा हो या छोटा, अपराध करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जायेगी। एसएसपी संजय कुमार वर्मा द्वारा ट्रांसफार्मर और तार चोरी करने की घटनाएं कारित करने वाले गैंग के खिलाफ कार्रवाई की गई, जिसमें पांच सदस्य हैं।

गुंडा एक्ट के तहत 21 अपराधी के खिलाफ की कार्रवाई

एसएसपी संजय कुमार वर्मा द्वारा समाज में अपराध कर भय पैदा करने वाले 21 अपराधियों के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने का सिलसिला जारी है।


कप्तान संजय कुमार के 44 दिन के कार्यकाल में 55 ईनामी बदमाश अरेस्ट

कुछ अपराधी ऐसे होते हैं, जो फरार होते हैं। ऐसे अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु ईनाम रखा जाता है। ऐसे बदमाश भी एसएसपी संजय कुमार वर्मा की कार्रवाई से नहीं बच पाये और मुजफ्फरनगर पुलिस ने अथक प्रयास करते हुए ईनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया गया। एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने 44 दिनों में 55 ईनामी बदमाशों को अरेस्ट कर उन्हें कारागार की चार दीवारों में कैद कराने का कार्य किया।

पुलिस ने भारी संख्या में बरामद किया मौत का सामान- सलाखों के पीछे पहुंचे 93 आरोपी

पुलिस कमांडर संजय कुमार वर्मा के नेतृत्व में मुजफ्फरनगर के विभिन्न थानों पर शस्त्र अधिनियम के अंतर्गत 69 अभियोग पंजीकृत किये गये, जिनमें 93 आरोपियों को अरेस्ट किया गया। मौत का सामान बेचने व लेने वाले अरेस्ट किये गये आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 1 एसबीबीएल, 82 अवैध तमंचा/पिस्टल एवं 147 कारतूस तथा 19 चाकू बरामद किये।

प्रभावी पैरवी का रिजल्ट- 15 को उम्रकैद- 185 दोषियों को अदालत से दिलवाई सजा

जब अपराधी अपराध कर देता है तो पीड़ित और उसके परिवार को पुलिस और अदालत से न्याय की उम्मीद होती है। एसएसपी संजय कुमार वर्मा के निर्देशन में मुजफ्फरनगर पुलिस ने मुकदमों में प्रभावी पैरवी कर दोषियों को सजा दिलवाने में खरा साबित हुई। एसएसपी संजय कुमार वर्मा के कार्यकाल में मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा की गई प्रभावी पैरवी के चलते महिला सम्बंधी अपराधों में सात अभियोगों में सात दोषियों दिलवाई गई। वहीं पर 4 अभियोगों में 15 दोषियों को उम्रकैद और कुल 146 अभियोगों में 185 दोषियों को सजा दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई। प्रभावी पैरवी कर अपराधियों को सजा दिलवाने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली मुजफ्फरनगर पुलिस की प्रशंसा की गई।

नकबजनी, चोरी, वाहन चोरी, लूट और हत्या के मुकदमों किये खुलासे

पुलिस कप्तान संजय कुमार वर्मा के निर्देशन में मुजफ्फरनगर की विभिन्न थानों की पुलिस ने नकबजनी/चोरी/वाहन चोरी/लूट/हत्या के 24 अभियोगों का अनावरण कर शत-प्रतिशत बरामदगी की। प्रकाश मे आये अभियुक्तो को गिरफ्तार पुलिस द्वारा थाने पर लिखा-पढ़ी करते हुए उन्हें जेल भेजा गया।


48 लाख के खोये हुए मोबाइल फोन को एसएसपी ने स्वामियों को सौंपे- कप्तान को बोला थैंक यू

तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी की पहचान रखने वाले एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने 44 दिन के कार्यकाल में विगत 6 माह मे गुमशुदा/खोये हुए कुल 235 स्मार्ट फोन को बरामद कराया, जिनका अनुमानित मूल्य लगभग 48 लाख रूपये है। बरामद किये गये मोबाइलों को एसएसपी संजय कुमार वर्मा द्वारा उनके स्वामियों को बुलाकर उनके सुपुर्द किया, जिसके बाद उन्होंने कप्तान संजय कुमार वर्मा को थैंक यू बोला और चेहरे पर मुस्कान के साथ अपना खोया हुआ मोबाइल फोन लेकर चले गये।


सादे कपड़ों में हो या वर्दी में, अचानक थानों का हाल जानने पहुंच जाते हैं कप्तान संजय

ऊर्जावान आईपीएस अधिकारी संजय कुमार वर्मा ने मुजफ्फरनगर एसएसपी का चार्ज संभालते ही पुलिस कार्यालयों की शाखाओं व थानों के निरीक्षण कर वहां का हालचाल जानना शुरू कर दिया था। किसी को नहीं पता कि कब एसएसपी संजय कुमार वर्मा किस थाने में या किसी पुलिस कार्यालय में वहां की व्यवस्थाओं का हालचाल जानने आ जाये। एसएसपी संजय कुमार सफर कर मुजफ्फरनगर लौट रहे थे किसी को नहीं पता था कि आज थाने पर एसएसपी आ सकते हैं। जैसे ही सादे कपड़ों में अचानक एससपी संजय कुमार की गाड़ी रूकती है तो वहां पर पुलिसकर्मी अचंभित रह जाते हैं। वहां की व्यवस्थाओं का बारिकी से हाल जानते हैं। ऐसे ही सादे कपड़ों में अचानक थाना पुरकाजी पर निरीक्षण करने पहुंच जाते हैं। रात को अचानक एसएसपी संजय कुमार वर्मा को आता देख, वहां के पुलिसकर्मी भौचक्के रहे जाते हैं। सादे कपड़ों में थाने पर एसएसपी संजय कुमार वर्मा द्वारा किये गये अचानक निरीक्षण के बाद पुलिस विभाग में एक चर्चा होती है कि सारी व्यवस्थाएं दुरूस्त रखी जाये वरना जिले के पुलिस मुखिया संजय कुमार वर्मा कभी भी और किसी भी समय थाने पर पधार सकते हैं। एसएसपी संजय कुमार वर्मा करीब-करीब जिले के सभी थानों व पुलिस कार्यालयों की समस्त शाखाओं का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा ले चुके हैं।


कप्तान संजय कुमार की जनसुनवाई से संतुष्ट नजर आ रहे हैं फरियादी

जब थानों पर सुनवाई से असंतुष्ट होकर फरियाद बड़े अधिकारी के पास उम्मीद लेकर जाता है। उसे उम्मीद होती है कि बड़े अफसर हमारी बात को सुनेंगे और हमारी समस्या का समाधान करायेंगे। ऐसे ही फरियादियों की एसएसपी संजय कुमार वर्मा प्रतिदिन अपने दफ्तर में बैठकर एक-एक करके सभी फरियादियों की समस्याओं को गहराई से सुनते और समझते है, उसी दौरान उनके सामने ही थाना प्रभारी या सम्बंधित अधिकारी को फोन कर मामले की जानकारी लेकर हरहाल में सही कार्रवाई करने का आदेश देते हैं। एसएसपी संजय कुमार वर्मा द्वारा जनसुनवाई के दौरान यह भी फटकार लगाई गई कि थानों पर ही फरियादी की समस्या का समाधान होना चाहिए। एसएसपी संजय कुमार वर्मा की जनसुनवाई से कहीं न कहीं फरियादी संतुष्ट नजर आ रहे हैं।


अपने दफ्तर से जाते वक्त भी कार्यालय के बाहर खड़े-खड़े भी समस्या सुनते हैं एसएसपी संजय कुमार

एसएसपी संजय कुमार की ऐसी कई फोटो कार्यालय के बाहर खड़े होकर फरियादियों की समस्याओं सुनने के दौरान वायरल हो चुकी है, जिसमें वह अपने दफ्तर के बाहर फरियादियों की फरियाद सुनते हुए दिखाई दे रहे हैं। ऐसे ही एक वीडियो भी वायरल हुई, जिसमें थाना छपार क्षेत्र से आई एक महिला की बात को सुनते हैं और फिर सम्बंधित अधिकारी को फोन पर स्पष्ट कहते हैं कि चोटों के आधार पर सही धाराओं में कार्रवाई होनी चाहिए और 24 घंटों के भीतर आरोपी जेल पहुंचने चाहिए। इसी बीच वहां भीड़ में खड़ा एक व्यक्ति कहता है कि आरोपियों की जमीन महंगी बिकी है। इस पर एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने कहा कि चाहे कोई अरबपति हो या किसी के पास 100 करोड़ हों। कार्रवाई सही होगी। भले ही एसएसपी संजय कुमार वर्मा जनसुनवाई खत्म होने के बाद कार्यालय से बाहर जा रहे हैं। यदि उन्हें कोई फरियादी दिखाई देता है तो वह उसकी समस्या को खड़े-खड़े भी सुन लेते हैं।

एसएसपी ने बनाई सेल- फरियादियों से बातचीत कर लेते हैं फीडबैक

एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने पब्लिक ग्रीवेंस फीडबैक सेल का गठन किया गया, जिसका कार्य पुलिस कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के सम्बंध में आवश्यक कार्यवाही कराकर शिकायतकर्ता से सम्पर्क कर उनसे बातचीत करती है और उनसे फीडबैक लेती है।

यातायात नियमों पर उल्लघंन करने वालों पर एसएसपी की पैनी नजर- पटाखा फोड बुलेट बाईक व हूटर वाली गाड़ी पर एक्शन

एसएसपी संजय कुमार ने साफ शब्दों में कहा कि मॉडिफायड साईलेंसर वाली बुलेट बाईकों, अनाधिकृत रूप से लाल-नीली बत्ती लगे वाहनों, हूटर लगे वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। एसएसपी का अभियान चला तो जिले में पटाखा फोड़ बुलेट मोटरसाईकिले सीज होने लगी और हूटर लगी एक कार की वीडियो वायरल हुई तो उस पर 50 हजार रूपये का जुर्माना लगाया गया। एसएसपी का अभियान जोर पकड़ता गया और ऐसे वाहन चालकों में डर पैदा हुआ और वह अपने साईलेंसरों को चेंज कराने पर मजबूर हो गये। मॉडिफायड साईलेंसर लगाने वाले दुकानदार सहित दो आरोपियों को पुलिस ने कार्रवाई कर जेल भेजा और उनके पास से 14 मॉडिफायड साइलेंसर बरामद किये।


भीषण गर्मी को देखते हुए कप्तान संजय ने पुलिसकर्मियों को बांटी किट- सुरक्षा की दृष्टि से हेलमेट किये वितरित

एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने हीट वेव व भीषण गर्मी को देखते हुए यातायात पुलिसकर्मियों को थर्माेस्टील वाटर बोतल, आंखों को धूप से बचाने के लिये चश्मा, रूह अफजा, सिर को धूप से बचाने के लिये उच्चक्वालिटी का कैप, बारिश से बचाने के रेनकोट, कोई दुर्घटना न हो, उस वजह से शौल्डर लाईट आदि सामान वितरित किया। इसके अलावा एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने लोगों की जिंदगी की सुरक्षा दी दृष्टि से हेलमेट का भी वितरण किया। एसएसपी द्वारा महिलाओं, स्टूडेंट्स, लोगों और पुलिसकर्मियों को हेलमेट का वितरण करते हुए उन्हें यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया। इस दौरान एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने अपील करते हुए कहा कि दो पहिया वाहन पर चलते समय हेलमेट, चार पहिया वाहन पर चलते समय सीट बेल्ट अवश्य लगायें और अपने परिवार व दोस्तों को भी जागरूक करें। जीवन अनमोल है, एक सैंकड में लापरवाही से जान चली जाती है।

अचानक शिव चौक पहुंचे कप्तान- डायल 112 और चीता का रेस्पॉन्स टाइम किया चेक

एसएसपी संजय कुमार वर्मा अचानक शिव चौक पर पहुंचे और डायल 112 और चीता का रेस्पॉन्स टाइम चेक किया गया। अधिकतर डायल 112 और चीता पर तैनात पुलिसकर्मियों 5 मिनट के समय ही मौके पर पहुंचे गये। एसएसपी सभी वाहनों को चेक किया गया और लाइट, सायरन सहित बाईक को फिट करने को निर्देश दिये। एसएसपी संजय कुमार द्वारा यह भी कहा गया कि अच्छा काम करने वाले टॉप-3 पुलिसकर्मियों के नाम और फोटो पुलिस लाईन में लगाये जायेंग और उन्हें पुरस्कृत भी किया जायेगा। एसएसपी द्वारा कहा गया कि कुछ अपराधी ऐसे होते हैं, जो छोटी गलियों में छिपे रहते हैं, यहां से भागते हैं, ऐसे में छोटी गाड़ियां ही उन्हें पकड़ने में कामयाब रहती है। समय से डायल 112 और चीता के समय से पहुंचने पर पब्लिक में सुरक्षा का अहसास आ सके।



एनसीईआरटी की फर्जी किताबें छापने वाले गिरोह का भंडाफोड- फर्जी किताबों सहित 3 करोड़ का माल बरामद

एसएसपी संजय कुमार वर्मा के निर्देशन में थाना खतौली व एसओजी टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एनसीईआरटी की फर्जी किताबें छापकर व विभिन्न राज्यों में बेचकर राजस्व की हानि पहुंचाने वाले गिरोह का भंडाफोड करते हुए 8 शातिर आरोपियों को अरेस्ट किया और उनके कब्जे से 1 महेन्द्रा थार गाड़ी, 1 होंडा अमेज, 1 कैंटर, 1.33.092 एनसीईआरटी की फर्जी किताबें, पेपर रोल, प्रिटिंग मशीन आदि बरामद किया, जिनकी कीमत 3 करोड़ रूपये आंकी गई। पुलिस ने अरेस्ट किये गये आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने काम किया।

Next Story
epmty
epmty
Top