मेटा का फैसला! किशोरों को नहीं दिखेगा इंस्टाग्राम का आपत्तिजनक कंटेंट

नई दिल्ली। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम (Instagram) पर अब किशोरों के लिए नियम और सख्त हो गए हैं। कंपनी की पेरेंट कंपनी मेटा (Meta) ने घोषणा की है कि अब 18 साल से कम उम्र के यूज़र्स आपत्तिजनक, संवेदनशील या हिंसक कंटेंट नहीं देख पाएंगे।
मेटा ने बताया कि यह कदम ऑनलाइन सेफ्टी और बच्चों की डिजिटल वेलबीइंग को ध्यान में रखकर उठाया गया है। अब इंस्टाग्राम पर किशोरों के अकाउंट में "Content Control System" को ऑटोमैटिकली एक्टिव किया जाएगा। इससे उन्हें न्यूडिटी, हिंसा, ड्रग्स, हेट स्पीच और एडल्ट थीम वाले कंटेंट से दूर रखा जाएगा।
कंपनी ने बताया कि नए अपडेट के बाद किशोरों के अकाउंट में "Sensitive Content Control" डिफॉल्ट रूप से सबसे सख्त मोड पर रहेगा।Explore, Reels, Hashtags और Suggested Posts में सीमित कंटेंट ही दिखेगा। पेरेंट्स को मिलेगा "Parental Supervision Tool", जिससे वे अपने बच्चों के अकाउंट की गतिविधियों पर नजर रख सकेंगे।
मेटा का कहना है कि यह फैसला यूज़र सिक्योरिटी को मजबूत करने और ऑनलाइन शोषण या मानसिक दबाव से बचाव के लिए लिया गया है। कंपनी ने इसके साथ यह भी बताया कि आने वाले महीनों में यह सिस्टम फेसबुक और थ्रेड्स (Threads) पर भी लागू किया जाएगा।
डिजिटल एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह कदम सोशल मीडिया के सुरक्षित इस्तेमाल की दिशा में बड़ा बदलाव साबित हो सकता है, खासकर भारत जैसे देशों में जहां किशोर यूज़र तेजी से बढ़ रहे हैं।