स्टूडेंट्स के खातो मे आयेंगे रूपये- खरीदेंगे ड्रेस सहित सामान- मंत्री

लखनऊ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के कर कमलों से शैक्षिक सत्र 2025-26 में बेसिक शिक्षा विभाग के छात्र-छात्राओं को डी0बी0टी0 के माध्यम से ड्रेस, जूता-मोजा, स्वेटर, स्टेशनरी एवं स्कूल बैग आदि के लिये धनराशि रू0 1200/- का हस्तान्तरण सीधे अभिभावकों के खातों में किया तथा बेसिक शिक्षा विभाग के महत्वपूर्ण योजनाओं/कार्यक्रमों का शुभारम्भ/शिलान्यास एवं लोकार्पण हो रहा है। विभाग की महत्वाकांक्षी डी०बी०टी० योजना से बेसिक शिक्षा विभाग के बच्चे पारदर्शिता पूर्वक लाभान्वित हो रहे है। सत्र 2025-26 में जनपद बिजनौर में प्रथम चरण में कुल नामांकित 151025 छात्र/छात्राओं के अभिभावकों के खातों में डी०बी०टी० के माध्यम से बच्चों को निःशुल्क प्रदान की जाने वाली सुविधाओं की धनराशि पारदर्शिता पूर्वक प्रदान की जा रही है।
सरकार की सोच है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को कान्वेन्ट विद्यालयों जैसी अवस्थापना सुविधायें मिल सके। विद्यालयों में छात्रों को मूलभूत अवस्थापना सुविधायें तथा ब्ीपसक थ्तपमदकसल ।जउवेचीमतम उपलब्ध कराने हेतु प्रदेश में कायाकल्प योजना की शुरुआत जून 2018 में हुई थी। जनपद बिजनौर में अद्यतन अर्न्तर्विभागीय समन्वय से 100 प्रतिशत प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं का विकास किया जा चुका है। इसी कारण वर्तमान शैक्षिक सत्र में अभी तक 25597 नवीन नामांकन किये जा चुके हैं।
इसी क्रम मे मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने अपने प्रभार वाले जनपद बिजनौर मे कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास और उद्यमशीलता विभाग, उत्तर प्रदेश, मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की यह पहल केवल वित्तीय सहायता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बच्चों के समग्र विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं, डिजिटल लर्निंग, एवं खेल सामग्री जैसी सुविधाओं की उपलब्धता से विद्यार्थियों को एक समृद्ध और सक्षम भविष्य की ओर अग्रसर किया जा रहा है।
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश के प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के संकल्प को साकार किया जा रहा है। उन्होंने जनपद बिजनौर में किए जा रहे नवाचारों, जैसे निपुण भारत मिशन के अंतर्गत प्रशिक्षण एवं मूल्यांकन और बच्चों के लिए बाल मैत्रिक फर्नीचर की व्यवस्था की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने यह भी कहा कि डी०बी०टी० योजना से पारदर्शिता के साथ लाभार्थियों को सीधा लाभ मिल रहा है, जो सुशासन का प्रतीक है। उन्होंने आश्वस्त किया कि आने वाले समय में और भी अधिक योजनाएं जनपद में क्रियान्वित की जाएंगी जिससे शिक्षा का स्तर और ऊँचा उठ सके।

शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन एवं छात्र-छात्राओं को आनन्ददायी शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु सत्र 2023-24 में जनपद के प्राथमिक विद्यालयों में संचालित 141 कोलोकेटेड आंगनबाडी केन्द्रों में तथा सत्र 2024-25 में 132 कोलोकेटेड आंगनबाडी केन्द्रों में आउट डोर प्ले मैटेरियल (झूला) की स्थापना की गई है। वर्ष 2024-25 में 391 परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में प्रति विद्यालय 05 बाल मैत्रिक फर्नीचर की स्थापना की जा रही है। छात्र-छात्राओं को डिजिटल लर्निंग तथा तकनीकी शिक्षा से जोड़ने हेतु बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा 765 परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों एवं समग्र विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की स्थापना की जा चुकी है।
विभाग की विभिन्न संचालित योजनाओं के सुगमता पूर्ण क्रियान्वयन एवं परिषदीय विद्यालयों की पंजिकाओं के डिजिटाइजेशन तथा डिजिटल लर्निंग हेतु जनपद के समस्त 1744 परिषदीय विद्यालयों में टेबलेट्स एवं सिम कार्ड उपलब्ध कराये जा चुके हैं।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण एवं गतिविधि आधारित शिक्षा सुनिश्चित करने हेतु निपुण भारत मिशन के अन्तर्गत सभी विद्यालयों में प्रिंट रिच मैटिरियल उपलब्ध कराये गये हैं। फरवरी 2025 में डी०एल०एड० प्रशिक्षुओं के माध्यम से 917 विद्यालयों का निपुण आकलन कराया गया जिसमें बिजनौर के 664 विद्यालय निपुण घोषित हुए हैं, यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।
जनपद में कासमपुर कृपाराम गांव में कक्षा प्री प्राईमरी से 12 तक के छात्र-छात्राओं को एक ही कैम्पस में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने हेतु बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय तथा रावली गांव में कक्षा प्री प्राईमरी से 8 तक के छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने हेतु अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय स्वीकृत हुआ है, जिसका शिलान्यास आज मा० मुख्यमंत्री जी के कर कमलों से हो रहा है।
जनपद के समस्त विभिन्न विकास खण्डों में संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों का उच्चीकरण (कक्षा 9 से 12) किया गया है।
पी०एम० योजना के अन्तर्गत जनपद में कुल 02 प्राथमिक तथा 17 कम्पोजिट विद्यालयों को चयनित किया गया है। इन विद्यालयों में उच्च शैक्षिक गुणवत्ता प्रदान करने हेतु डिजिटल लाइब्रेरी, आई०सी०टी० लैब की स्थापना की जा रही है। इस प्रकार बेसिक शिक्षा विभाग में अवस्थापना सुविधाओं के साथ-साथ शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन हेतु उल्लेखनीय प्रयास हो रहे हैं।
उक्त कार्यक्रम में निपुण घोषित हो चुके विद्यालयों में विकास क्षेत्र कोतवाली के प्रा0वि0 पखनपुर, विकास क्षेत्र अल्हैपुर के जमालपुर आलम आदि के प्रधान अध्यापकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, साथ ही उच्च प्राथमिक विद्यालयों में उ0प्रा0वि0 जंहागीराबाद, उ0प्रा0वि0 पृथ्वीपुर आदि विद्यालयों में टैबलेट वितरण, विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का सफलतापूर्वक संचालन करने वाले प्रधानाध्यापकों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। वर्तमान शैक्षिक सत्र में नवाचार के रूप में प्रारम्भ किये गये समर कैंप में उत्कृष्ट कार्य किये जाने पर अनुदेशकों/शिक्षामित्रों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। विद्यालयों में कम्प्यूटर की शिक्षा देने वाले शिक्षकों/शिक्षिकाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में कपिल देव अग्रवाल, राज्यमन्त्री (स्वतन्त्र प्रभार), व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास और उद्यमशीलता विभाग, उत्तर प्रदेश, भूपेन्द्र सिंह (बॉबी), जिलाध्यक्ष, भा0ज0पा0, बिजनौर, इन्दिरा बीरबल सिंह, नगर पालिका अध्यक्षा बिजनौर, सी0पी0सिंह, वरिष्ठ नेता, अंकुर गौतम, नगर अध्यक्ष, भा0ज0पा0, बिजनौर, संजीव गुप्ता, पूर्व नगर अध्यक्ष, भा0ज0पा0, बिजनौर, जिलाधिकारी, बिजनौर, मुख्य विकास अधिकारी, बिजनौर उपस्थित रहे। साथ ही बेसिक शिक्षा विभाग से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, बिजनौर चरन सिंह, खण्ड शिक्षा अधिकारी, मुख्यालय बिजनौर, राकेश कुमार, अनुज कुमार, डी0सी0, विवेक बसंल, डी0सी0, लियाकत अली, डी0सी0 आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन आंकाक्षा चौधरी ने किया