वक्फ संशोधन बिल पर मंत्री कपिलदेव मुस्लिम बुद्धिजीवियों से करेंगे संवाद

मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के व्यावसायिक शिक्षा एवं उधमशीलता मंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए वक्फ संशोधन बिल- 2025 पर वक्फ संशोधन अधिनियम जनजागृति कार्यक्रम में मुस्लिम बुद्धिजीवियों से संवाद करेंगे।

सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार के व्यावसायिक शिक्षा एवं उधमशीलता मंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल ने आगामी 10 मई को मुज़फ्फरनगर के इस्लामिया इंटर कॉलेज में आयोजित होने वाले "वक्फ संशोधन अधिनियम जनजागृति कार्यक्रम" की तैयारियों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम प्रात: 10 बजे आयोजित किया जाएगा।
निरीक्षण के दौरान मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कार्यक्रम की व्यवस्थाओं का विस्तार से जायज़ा लिया और कहा कि वक्फ संपत्तियाँ और उनसे प्राप्त आय मुस्लिम समाज की सामूहिक धरोहर हैं, जिनका उपयोग केवल अल्पसंख्यकों के शैक्षिक, सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक विकास के लिए होना चाहिए।

उन्होंने बताया कि सरकार की मंशा स्पष्ट है कि वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा, पारदर्शी प्रबंधन, और उनका सदुपयोग सुनिश्चित करना जो लोग इन संपत्तियों और धनराशि का दुरुपयोग करते हैं, उनके खिलाफ वक्फ बोर्ड और संबंधित परिषदें कड़ी कार्रवाई करेंगी। अब वक्फ संपत्तियों की लूट नहीं, उनका उपयोग समाज के उत्थान के लिए होगा।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य वक्फ संशोधन अधिनियम- 2025 के प्रमुख प्रावधानों की जानकारी आम नागरिकों, खासकर अल्पसंख्यक समुदाय को देना तथा वक्फ संपत्तियों के संरक्षण, दस्तावेज़ीकरण और प्रबंधन में पारदर्शिता लाने की रणनीतियों पर चर्चा व जनमानस को जागरूक करना कि कैसे वक्फ संपत्तियाँ समाज के लिए वरदान साबित हो सकती हैं – अगर उनका सही उपयोग हो।
इसके आलावा वक्फ अधिनियम में किए गए संशोधनों के माध्यम से सार्वजनिक भागीदारी बढ़ाना और जवाबदेही की भावना विकसित करना।
उन्होंने बताया कि नए वक्फ संशोधन अधिनियम में कई महत्वपूर्ण प्रावधान शामिल किए गए हैं:
डिजिटलीकरण एवं जीआईएस मैपिंग के माध्यम से वक्फ संपत्तियों का रिकॉर्ड मजबूत करना।
संपत्ति विवादों की त्वरित सुनवाई के लिए वक्फ ट्रिब्यूनल्स की सशक्त भूमिका।
अवैध कब्जों, भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी से संबंधित मामलों में कठोर दंड।
वक्फ बोर्ड की कार्यप्रणाली को अधिक उत्तरदायी और पारदर्शी बनाना।
इस जनजागृति कार्यक्रम में समाजसेवी संस्थाएं, धार्मिक संगठन, अधिवक्ता, पत्रकार, शिक्षाविद, छात्रों एवं आम नागरिकों की सहभागिता सुनिश्चित की गई है। यह कार्यक्रम समाज के विभिन्न वर्गों को एक मंच पर लाकर संवाद की पहल करेगा, जिससे वक्फ संपत्तियों की सामाजिक उपयोगिता को लेकर एक साझा समझ विकसित हो सके।
मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने समस्त नगरवासियों, खासकर युवाओं और समाज के जागरूक नागरिकों से अपील की कि वे इस कार्यक्रम में अधिकाधिक संख्या में भाग लें और वक्फ संपत्तियों की रक्षा तथा उनके सही उपयोग के अभियान का हिस्सा बनें "समाज तभी आगे बढ़ेगा जब उसकी संपत्तियों का सदुपयोग होगा।
उन्होंने कहा है कि वक्फ केवल धार्मिक संस्थाओं की नहीं, बल्कि सामाजिक विकास की रीढ़ है। यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम इसे बचाएं और संवारें।"
इस अवसर पर कॉलेज सचिव सईद अनवर सिद्दीकी, प्रधानाचार्य सलीम अहमद, शहर काजी तनवीर आलम एवम समस्त स्टाफ मौजूद रहे।