नाबालिग को बरामद कर लौट रहे दरोगा की जिंदगी पर मौत का झपट्टा- सिपाही..

उन्नाव। घर से गायब हुई नाबालिग लड़की को राजस्थान से बरामद करने के बाद वापस लौट रही पुलिस की अर्टिगा कार एक प्राइवेट बस में पीछे से टकरा गई। इस हादसे में अर्टिगा चला रहे 38 वर्षीय दरोगा की मौके पर ही मौत हो गई है, जबकि घायल हुए सिपाही समेत 6 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। टक्कर इतनी भयंकर थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है।
शुक्रवार को अमेठी कोतवाली में तैनात 38 वर्षीय दरोगा मनजीत सिंह और हेड कांस्टेबल प्रदीप तिवारी गायब होना बताई गई नाबालिग लड़की के परिजनों के साथ अर्टिगा कार में सवार होकर लड़की को राजस्थान से बरामद कर आगरा- लखनऊ एक्सप्रेसवे से होते हुए वापस लौट रहे थे।

बांगरमऊ थाना क्षेत्र के 238 वें किलोमीटर पर सड़क पर फर्राटा भरते हुए दौड़ रही अर्टिगा आगे जा रही बस में टक्कर मारते हुए पीछे से नीचे घुस गई। प्रत्यक्ष दर्शियों के मुताबिक जिस समय यह हादसा हुआ उस समय अर्टिगा की स्पीड तकरीबन 100 किलोमीटर प्रति घंटे से भी ज्यादा थी।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह से बस के अंदर घुस गया और बोनट क्षतिग्रस्त हो गया। कार चला रहे दरोगा मनजीत सिंह का शरीर स्टेरिंग और सीट के बीच बुरी तरह से फंस गया।
मौके पर जमा हुए स्थानीय लोगों के साथ मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को तो आसानी से बाहर निकाल लिया लेकिन दरोगा को निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
लोहे की राड से बोनट एवं स्टेरिंग को तोड़कर दरोगा को बाहर निकाला गया, लेकिन उस समय तक दरोगा की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने घायल हुए लोगों को ट्रीटमेंट के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां से उन्हें रेफर के लखनऊ रेफर किया गया है।