महादेव मुंडे हत्याकांड में परिवार का प्रशासन पर आरोपियों को बचाने का..

बीड, महाराष्ट्र के बीड में मृतक महादेव मुंडे के परिवार ने आरोप लगाया है कि प्रशासन ने महादेव मुंडे हत्याकांड में कोई कार्रवाई नहीं की है और प्रशासन आरोपियों को बचा रहा है।
मृतक की पत्नी ज्ञानेश्वरी मुंडे ने मांग की है कि मामले की जाँच विशेष जाँच दल (एसआईटी) या आपराधिक जाँच विभाग (सीआईडी) को सौंपी जाए। इस मांग के समर्थन में स्थानीय निवासी शुक्रवार को परली जाने वाले राजमार्ग पर रास्ता रोको (सड़क जाम) प्रदर्शन करने वाले हैं।
गौरतलब है कि महादेव मुंडे की परली तहसील कार्यालय के सामने हत्या कर दी गयी थी और 21 महीने बाद भी हत्या में लिप्त अपराधी और मास्टरमाइंड अभी भी फरार हैं, जिससे मुंडे परिवार और ग्रामीणों में आक्रोश है।
परिवार ने हाल ही में बीड जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) से मुलाकात की, जिन्होंने कथित तौर पर उन्हें आश्वासन दिया कि मामला एसआईटी या राज्य अपराध जाँच विभाग को सौंप दिया जाएगा। अभी तक हालाँकि कोई आधिकारिक कार्रवाई नहीं की गयी है, जिससे पुलिस और प्रशासन पर आरोपियों को बचाने के आरोप लग रहे हैं। मुंडे परिवार ने आरोप लगाया है कि पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड इस हत्या की साजिश रचने में शामिल था। उनका दावा है कि कराड का बेटा इस हत्या के लिए सीधे तौर पर ज़िम्मेदार था।
पुलिस की कथित निष्क्रियता और प्रशासनिक लापरवाही के विरोध में स्थानीय लोगों ने आज परली राजमार्ग को अवरुद्ध किया।