किसी भी सूरत में नहीं मानेंगे हार, वोट की चोट से किसान करेंगे अब इलाज

किसी भी सूरत में नहीं मानेंगे हार, वोट की चोट से किसान करेंगे अब इलाज

मेरठ। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसान किसी भी सूरत में हार नहीं मानेंगे। किसान अपने ऊपर पड़ी लाठियों को भूलने वाला नहीं है। सत्ता के इशारों पर पुलिस द्वारा किसानों पर खूब लाठियां चलाई गई है। अब आने वाले चुनाव में किसान वोट की चोट करते हुए सरकार का इलाज करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। जिसके चलते सरकार को दूसरे तरीकों से जीतने की कोशिश करनी होगी।

रविवार को मेरठ में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अपने समर्थकों के साथ बेगम पुल से लेकर बच्चा पार्क तक पैदल यात्रा की। इस दौरान मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत करते हुए भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि देश का किसान ना तो पहले कभी कमजोर था और ना ही आज कमजोर है। आने वाले समय में भी किसानों की वही ताकत रहेगी जो हमेशा से रही है। उन्होंने कहा है कि किसान पिछले 11 माह से सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन चलाते हुए मान सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं। राजधानी दिल्ली की बाहरी सीमा पर उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा तथा अन्य राज्यों के किसान सड़कों पर हैं। किसान अपने मान सम्मान और हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। निश्चित तौर पर किसान अपने आंदोलन में सफलता हासिल करेंगे। नए कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन में किसानों को ही जीत हासिल होगी। सरकार को अगर किसी तरह की गलतफहमी है तो वह अपने मन के भीतर से निकाल दे। क्योंकि किसान सरकार के दमन से डरने वाला नहीं है।

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