जब राह में इतनी बाधाएं तो बच्चे कैसे जाएं स्कूल और कैसे हो शिक्षित

जब राह में इतनी बाधाएं तो बच्चे कैसे जाएं स्कूल और कैसे हो शिक्षित

मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से राज्य की साक्षरता दर को ऊंचाई पर ले जाने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाते हुए उन्हें क्रियान्वित किया जा रहा है। जिसके चलते स्कूल कॉलेजों में बच्चों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। लेकिन जनपद मुजफ्फरनगर के तितावी थाना क्षेत्र के गांव साल्हाखेड़ी स्थिति स्कूल को जाने वाले मुख्य रास्ते पर इतनी कीचड़ और गंदा पानी भरा हुआ है कि छात्र छात्राओं को उसके बीच से गुजरकर ही शिक्षा ग्रहण करने को जाना पड़ता है। हालात कुछ ऐसे हो चले हैं कि घर से नहा धोकर शिक्षा ग्रहण करने के लिए स्कूल के लिए चले बच्चे रास्ते में जमा हुई कीचड़ से निकलने के दौरान गंदे हुए कपड़ों में ही स्कूल पहुंचते हैं।

दरअसल जनपद मुजफ्फरनगर के तितावी थानाक्षेत्र के गांव साल्हाखेड़ी में बरसात व घरों का पानी तालाब में इक्कठा होता है, मौजूदा समय में वह तालाब पूर्ण रूप से भर गया है। उक्त तालाब के भीतर गांव के ही किसी शरारती तत्व द्वारा अवैध कब्जा करने की नियत से तालाब में समुद्र सौख का बीज डाल दिया गया था जो बहुत जल्दी से पूरे तालाब में फैल गया है। जिसके कारण तालाब पूरी तरह से समुद्र सौख व अवैध कब्जा करने वालों द्वारा डाली गई मिट्टी व कूड़े से भर चुका है। यह भी बता दें कि गत योजना में पूर्व प्रधान द्वारा उक्त तालाब का पानी निकलवाकर उसके भीतर खुदाई का कार्य प्रारंभ किया गया था लेकिन जून माह में ही बरसात होने के कारण तालाब की खुदाई बंद करनी पड़ी थी। जिसके कारण तालाब की सफाई नहीं हो पाई थी।

फिलहाल बरसात में घरों का पानी तालाब के भरने के कारण गांव के मुख्य मार्ग पर करीब एक फीट तक खड़ा है। उक्त रास्ते द्वारा ही पूरा गांव भूमिया खेड़े की पूजा अर्चना करने के लिए आता है। दो सप्ताह बाद होली का त्यौहार आ रहा है। जिसमें पूरे गांव की महिलाए भूमिया खेड़े की पूजा के लिए उक्त गन्दे पानी व कीचड़ से किस प्रकार गुजरेगी। देखने की बात यह है कि गांव के पूर्व व वर्तमान प्रधान भी इस समस्या की तरफ से आंखे बंद किये हुए है। ग्रामीणों द्वारा जिला प्रशासन से तालाब की जांच कर अवैध कब्जे हटवाने तथा होली से पूर्व रास्ते की सफाई की मांग करते हुए उक्त तालाब से अवैध कब्जे हटवाने की मांग की गई है।

epmty
epmty
Top