BJP विधायक की ग्रामीणों ने बनाई रेल-घर में बंद कर बचाई जान
लखनऊ। 5 साल तक विधायक रहने के बाद भी अपने इलाके के लोगों से दूर रहकर क्षेत्र में विकास नहीं करा सके विधायकों को अब टिकट मिलने के बाद इलाके में पहुंचकर मतदाताओं के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है। इसी तरह जनसंपर्क करने के लिए पहुंचे माधवगढ़ विधायक एवं भाजपा की ओर से दोबारा प्रत्याशी बनाए गए मूलचंद निरंजन को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों की ओर से हो रहे विरोध को आगे बढ़ता हुआ देखकर बीजेपी विधायक को मौके से भागकर एक घर के भीतर बंद होते हुए अपनी जान बचानी पड़ी।
दरअसल जनपद जालौन के माधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा विधायक एवं बीजेपी प्रत्याशी मूलचंद निरंजन सिरसा रूरा गांव में मतदाताओं से जनसंपर्क करने के लिए गए थे। विधायक द्वारा गांव में अभी तक कोई विकास कार्य नहीं कराए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव में पहुंचते ही विकास से दूर रहने वाले विधायक को इकट्ठा होकर खरी-खोटी सुनानी शुरू कर दी। ग्रामीणों ने विधायक के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाने के साथ उन्हें चोर बताते हुए भी नारे लगाए। ग्रामीणों का विरोध जब हद से आगे बढ़ गया तो वोट मांगने के लिए पहुंचे बीजेपी विधायक उनसे दोबारा वोट देने की गुजारिश करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। ग्रामीण जब लगातार विरोध के स्वर बुलंद करते रहे तो विधायक ने अपने साथियों के साथ मिलकर गांव से दौड़ लगा दी और रूरा गांव में अपने एक समर्थक के घर में जा घुसे। विधायक को गांव के घर में घुसा हुआ देखकर ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और घर की घेराबंदी करते हुए विधायक को बाहर निकालने की मांग करने लगे। विधायक का कहना था कि मतदाताओं ने मुझे वोट नहीं दिया है बल्कि मुझे मोदी योगी की वोट मिली है। जिसके चलते मैं विधायक बना हूं। यही बात ग्रामीणों को पिछले काफी समय से अखर रही थी। जिसके चलते विधायक जैसे ही गांव वालों के बीच वोट मांगने पहुंचे तो उन्होंने विधायक को आड़े हाथों लेते हुए अब चुनाव में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के पास जाकर वोट लेने की नसीहत दे दी।