चाय पी रहे सिपाही के पिता को गोलियों से भूना-मुखबिरी के शक में हुई हत्या

चाय पी रहे सिपाही के पिता को गोलियों से भूना-मुखबिरी के शक में हुई हत्या

मेरठ। पड़ोसी के घर बैठकर चाय पी रहे सिपाही के पिता को तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाते हुए सरेआम भून डाला। शरीर में पांच गोलियां उतरने से सिपाही के पिता की मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों हमलावर गांव के रास्तों से होते हुए फरार हो गए। जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है कि सिपाही के पिता की हत्या मुखबिरी के शक में की गई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए हत्या कर फरार हुए हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है। मृतक का बेटा सिपाही फिलहाल कानपुर के कैंट थाने में तैनात है।


इंचोली थाना क्षेत्र के गांव चिंदौडी निवासी 50 वर्षीय मनोज चौधरी पुत्र रतनलाल पड़ोसी हरेंद्र के घर पर बैठकर चाय पी रहे थे। इसी दौरान अतुल पुत्र अमित अपने दो अन्य साथियों के साथ वहां पर पहुंचा और चाय पी रहे मनोज चौधरी के ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। इस दौरान पड़ोसी हरेंद्र ने जब हमलावरों को दबोचने की कोशिश की तो उन्होंने उसके ऊपर भी गोलियां दाग दी। गनीमत इस बात की रही कि हरेंद्र किसी तरह से अपना बचाव कर गया और हमलावरों की ओर से चलाई गोली उसे नहीं लगी। बताया जा रहा है सिपाही के पिता को गोलियों से भूनने वाला अतुल मूल रूप से जनपद मुजफ्फरनगर के फहीमपुर गांव का निवासी है। लेकिन पिछले कई सालों से वह चिंदौडी गांव में ही अपना घर बनाकर परिवार के साथ रह रहा है। गांव में ही उसकी ननिहाल भी है। मनोज चौधरी की हत्या के बाद गांव में अफरा-तफरी फैल गई।


सिपाही के पिता की हत्या हो जाने की जानकारी मिलते ही इंचौली थाना प्रभारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी फोर्स को साथ लेकर मौके पर पहुंचे। कुछ देर बाद ही एसएसपी और एसपी देहात भी गांव में पहुंच गए। मौके पर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया जिसने विभिन्न स्थानों से साक्ष्य एकत्र किए। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा है कि सिपाही के पिता की हत्या के मामले में पुलिस की टीम लगा दी गई है। नामजद आरोपी के अलावा उसके साथियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हत्या 15 साल पहले हुई मुखबिरी के शक में की गई है। एसपी देहात केशव कुमार ने बताया है कि हमलावर अतुल के पिता की 15 साल पहले हत्या कर दी गई थी। उसी समय से अतुल को इस बात का शक था कि मनोज चौधरी ने उनके पिता की मुखबिरी की थी। अतुल कुमार उसी समय से मनोज चौधरी से दुश्मनी पाले हुए बैठा था। उसी का बदला लेने के लिए अतुल ने अपने साथियों के साथ मनोज चौधरी की हत्या की है। मनोज चौधरी का बेटा विक्रांत उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही है।

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