15 दिन की नवजात को झाड़ियों में फेंक गई निर्दई मां- रसोईया ने दी गोद

15 दिन की नवजात को झाड़ियों में फेंक गई निर्दई मां- रसोईया ने दी गोद



सुल्तानपुर। समाज को झकझोरने वाली घटना को अंजाम देते हुए एक निर्दई मां ने 15 दिन की नवजात बच्ची को झाड़ियों में फेंक दिया। चारों तरफ से चीटियों के काटे जाने से दर्द से बेहाल होकर तड़प रही बालिका की चीख-पुकार सुनकर पास के प्राइमरी स्कूल की रसोइया मौके पर पहुंची। उसने झाड़ी में पड़ी बच्ची को गोद में उठाया और चीटियों को हटाकर नवजात को चम्मच से दूध पिलाया। इसके बाद मासूम शांत हो गई और सो गई। पास में ही रहने वाले ढाबा मालिक ने डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने नवजात बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया है। जहां उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है।




सुल्तानपुर के मोतीगरपुर थाना क्षेत्र के ढेमा गांव में उगी झाड़ियों के बीच पडी एक नवजात रो रही थी। बच्ची की पुकार को सुनकर झाड़ियों के सभी पशु चरा रहा गांव का ही युवक वहां पर पहुंचा और झाडी में नवजात को पडी देख पास में ही मौजूद प्राइमरी स्कूल की रसोईया को मामले से अवगत कराया। पशु चराने वाले युवक के साथ झाड़ियों के पास पहुंची रसोईया ने भीतर पड़ी बच्ची को बाहर निकाल लिया। तकरीबन 15 दिन की बताई जा रही बच्ची के शरीर पर बहुत सारी चींटियां चिपकी हुई थी। जिनके काटने से बच्ची दर्द से कर्राहते हुए बुरी तरह से रो रही थी। प्राइमरी स्कूल की रसोईया ने गोद में ली बच्ची के शरीर से चीटियों को हटाया और एक कटोरी में दूध लेकर चम्मच की सहायता से बच्ची को पिलाया। बुरी तरह से रो रही बच्ची थोड़ी ही देर में शांत होते हुए रसोईया की गोद को मां की समझकर सो गई। प्राइमरी स्कूल की रसोईया शोभावती तकरीबन 1 घंटे तक बच्ची को दुलारती और पुचकारती रही। इसी बीच पास में ही रहने वाले ढाबा मालिक गौरी शंकर शर्मा ने डायल 112 पर सूचना दे दी। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बाद रसोईया खुद ही एंबुलेंस से बच्ची को हॉस्पिटल लेकर गई। वह बच्ची की देखभाल कर रही है। उसने कहा कि पता नहीं कौन ऐसी निर्दई मां है जिसने इतनी प्यारी बच्ची को झाड़ियों में फेंक दिया है। उधर गांव वाले इसे किसी कुंवारी मां की करतूत मानते हुए नवजात को जन्म देने वाली मां को धिक्कार रहे है।

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