कलयुग के श्रवण कुमार- माता पिता को करा रहे कांवड़ यात्रा- बरस रहे फूल

कलयुग के श्रवण कुमार- माता पिता को करा रहे कांवड़ यात्रा- बरस रहे फूल

बुलंदशहर। कलयुग के मौजूदा समय में जब बच्चे सब कुछ करने के बावजूद माता-पिता की कोई बात सुनने को तैयार नहीं है, ऐसे हालातों के बीच दो भाई अपने माता पिता को कांवड़ में बिठाकर तीर्थ यात्रा कराते हुए कलयुग में श्रवण कुमार की मिसाल कायम कर रहे हैं। माता पिता को तीर्थ यात्रा करा रहे दोनों भाइयों के ऊपर फूल बरसाते हुए लोग उनके इस काम की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं।

दरअसल जनपद बुलंदशहर के सिकंदराबाद निवासी दो भाइयों मोनू एवं राजकुमार ने चलने फिरने में असमर्थ अपने माता-पिता को कांवड़ में बैठाकर धार्मिक यात्रा पूरी कराने का संकल्प लिया था। माता-पिता की इच्छा थी कि वह हरिद्वार तक कांवड़ यात्रा करें। माता-पिता की इसी इच्छा को पूरी करने के लिए दोनों भाई हिम्मत के साथ फाल्गुन मास की कांवड यात्रा पर अपने घर से माता-पिता को लेकर निकल पड़े और उत्तराखंड की तीर्थ नगरी हरिद्वार में पहुंचकर दोनों भाइयों ने एक कांवड़ तैयार की। हर की पौडी पर गंगा में माता पिता के साथ खुद भी डुबकी लगाने के बाद दोनों भाइयों ने मां-बाप की इच्छा पूर्ति के लिए उन्हें सजाई गई कांवड़ में बैठाया और वहां से लेकर चल दिए। कई दिनों की यात्रा पूरी कर दोनों भाई अपने माता-पिता को कांवड़ में बैठाकर अब अपने गंतव्य की ओर आ रहे हैं। रास्ते में जो भी व्यक्ति इन दोनों भाइयों को देखता है, उसके बरबस ही कदम कलयुग में सतयुग के नजारे को देखने के लिए रुक जाते हैं और वह कलयुग के इन श्रवण कुमारों की प्रशंसक किए बगैर नहीं रहता है। रास्ते में जगह-जगह कलयुगी श्रवण कुमारों के ऊपर लोगों द्वारा पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत करते हुए दोनों को उत्साहित किया जा रहा है।

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