आजादी के जश्न पर छेड़छाड़ का विरोध-महिला को जिंदा जलाया

आजादी के जश्न पर छेड़छाड़ का विरोध-महिला को जिंदा जलाया

महोबा। छेड़छाड़ के मामले में जेल भेजे गए आरोपी के परिजनों ने आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के मौके पर पीड़ित महिला को जिंदा ही जला दिया। 90 फ़ीसदी झुलसी हालत में महिला को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर पीड़िता जीवन पाने के लिए मौत से संघर्ष कर रही है।

रविवार की सवेरे जब पूरा देश आजादी का जश्न मनाने में पूरी तरह से सराबोर है। वही महोबा में छेड़छाड़ की शिकायत करने पर जेल भेजे गए आरोपी के परिजनों ने पीड़ित महिला को जिंदा जला दिया है। 90 प्रतिशत झुलसी महिला की हालत गंभीर होने पर उसे झांसी मेडिकल कालेज रेफर किया गया है। सूचना पाते ही पुलिस अधीक्षक समेत पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया है। एक आरोपी को इस संबंध में गिरफ्तार किया गया है। जबकि फरार हुए दूसरे आरोपी की पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है। रविवार की सवेरे कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र के गांव ठठेवरा निवासी विनीता सवेरे के समय किसी काम से घर से बाहर गई हुई थी। प्रातः तकरीबन 11.00 बजे वह जब घर वापस लौट रही थी, तभी रास्ते में मिले राम सिंह और उसकी पत्नी शोभारानी ने उसके ऊपर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी। विनीता के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर मौके पर भागदौड़ करते हुए पहुंचे ग्रामीणों ने उसके बदन मे लगी आग को बुझाने का प्रयास किया। लेकिन जब तक आग बुझी तब तक महिला तकरीबन 90 प्रतिशत जल चुकी थी। तुरंत ही महिला को इलाज के लिए जिला अस्पताल में ले जाया गया। जहां से उसे झांसी मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि मामले की शुरुआत शनिवार को हुई थी। विनीता से गांव का ही आते जाते समय मौका हाथ लगते ही कल्लू छेड़खानी करता था। इसकी शिकायत महिला ने थाने पहुंचकर पुलिस से कर दी थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। जिससे उसके पिता रामसिंह और उसकी मां शोभारानी काफी नाराज थे। आरोप है कि इसी बात को लेकर दोनों ने रविवार की सवेरे विनीता के शरीर पर मिटटी का तेल उडेलकर आग लगा दी। घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल व्याप्त है। महिला को जिंदा जलाकर मारने की सूचना पर गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।









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