लापरवाही उपभोक्ताओं पर बन रही भारी-इंजिनियरोेेें पर कार्रवाई की तैयारी

लखनऊ। बिजली विभाग के इंजीनियरों एवं कर्मचारियों की लापरवाही का खामियाजा राज्य के उपभोक्ताओं को महंगी बिजली के रूप में झेलना पड़ रहा है जबकि 12 सौ करोड़ रुपए की लागत से तैयार की गई 765 अनपरा उन्नाव ट्रांसमिशन लाइन बंद होने की वजह से विभाग को महंगी बिजली खरीदने को मजबूर होना पड़ा है। नियामक आयोग की ओर से दिखाई गई सख्ती के बाद अब आधा दर्जन से भी ज्यादा इंजीनियर एवं कर्मचारियों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
दरअसल उत्तर प्रदेश ट्रांसमिशन निगम लिमिटेड द्वारा 12 सौ करोड रुपए की लागत से 765 अ अनपरा डी उन्नाव ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण कराया गया है। लेकिन खुद को इंजीनियर कहने वाले बिजली विभाग के इंजीनियरों एवं कर्मचारियों ने लाइन के कनेक्शन गलत कर दिये, जिसकी वजह से ट्रांसमिशन लाइन से बिजली की आपूर्ति संभव नहीं हो पाई। जिसके चलते निगम को अन्य स्रोत से महंगी बिजली खरीदने को विवश होना पडा।
अब इसे लेकर उत्तर प्रदेश नियामक आयोग ने सख्त कदम उठाते हुए कहा है कि इस मामले में जितने भी लोग दोषी हैं उनकी जवाबदेही तय करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। बताया जा रहा है कि नियामक आयोग की सख्ती के चलते अब तकरीबन दस इंजीनियरों के खिलाफ कार्यवाही होना निश्चित हो गई है।
दरअसल इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश शर्मा ने नियामक आयोग में प्रत्यावेदन दिया था। इसके बाद आयोग ने हरकत में आते हुए पॉवर कारपोरेशन से इस बाबत 7 दिन के भीतर रिपोर्ट मांगी थी। अब रिपोर्ट मिलने के बाद आयोग की ओर से जारी किए गए आदेशों में कहा गया है कि इस मामले में जितने भी लोग दोषी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाए।