आमरण अनशन पर बैठे MLA को रात के अंधेरे में ले गई पुलिस-बांधे हाथ

आमरण अनशन पर बैठे MLA को रात के अंधेरे में ले गई पुलिस-बांधे हाथ

आमरण अनशन पर बैठे एमएलए को रात के अंधेरे में ले गई पुलिस-बांधे हाथ

लखनऊ। अपने इलाके की जर्जर सड़कों के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे सपा विधायक को पुलिस रात के अंधेरे में उठाकर अस्पताल ले गई है। हॉस्पिटल में बेड पर लिटाते हुए हाथ बांधकर एमएलए को ड्रिप लगाई गई है। विधायक का कहना है कि जनता की समस्याओं के निदान की मांग को लेकर उनका संघर्ष जारी रहेगा। विधायक खुद को आमरण अनशन से हटाने और अस्पताल में ड्रिप लगाने की हर गतिविधि की जानकारी सोशल मीडिया पर अपडेट कर रहे हैं।

राजधानी लखनऊ में गांधी प्रतिमा के पास 3 दिन से बैठकर आमरण अनशन कर रहे समाजवादी पार्टी के विधायक राकेश प्रताप सिंह को पुलिस शुक्रवार की देर रात जबरिया उठाकर अस्पताल में ले गई है। इलाज के लिए अस्पताल में ले जाएंगे एमएलए के हाथ बांधकर ड्रिप लगा दी गई है। उत्तर प्रदेश के अमेठी की गौरीगंज विधानसभा सीट से एमएलए अपने इलाके की दो जर्जर हुई सड़कों पर दोबारा निर्माण नहीं होने से नाराज होते हुए आमरण अनशन पर बैठे थे। इससे पहले एमएलए ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने का एलान किया था। इंस्पेक्टर हजरतगंज श्याम बाबू शुक्ला का कहना है कि डॉक्टरों की टीम विधायक के स्वास्थ्य का चेकअप करने के लिए गांधी प्रतिमा पर पहुंची थी। चिकित्सकों की सलाह पर विधायक को सिविल अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया गया है। इससे पहले धरने पर बैठे विधायक ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के तकरीबन डेढ़ सौ से भी अधिक विधायक सरकार से नाराज हैं और वह समाजवादी पार्टी के साथ जुड़ना चाह रहे हैं। इससे पहले अपने ट्विटर हैंडल पर लिखे ट्वीट में उन्होंने कहा है कि चेकअप होने के बाद मुझे जबरन सिविल अस्पताल ले जाया जा रहा है। शासन व प्रशासन का मुझे इस तरह से ले जाना मेरे मूल अधिकारों का हनन है। उन्होंने कहा है कि मेरा आमरण अनशन जनता की मांगों के पूरी होने तक लगातार जारी रहेगा। दूसरे ट्वीट में विधायक ने लिखा है कि मैं अपने अनशन के पहले दिन से ही लोकतांत्रिक तरीके से अनशन पर बैठा हुआ था। ना मेरी ओर से और ना ही मेरे समर्थकों की ओर से ऐसा कोई काम किया गया है, जिससे सामाजिक संतुलन खराब हो। शासन व प्रशासन द्वारा मुझे जबरिया सिविल अस्पताल ले जाया गया है और मेरे दोनों हाथ बांधकर जबरन ड्रिप लगाई गई है।





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