क्षय रोग को मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली से भी हरा सकते हैं - जय प्रताप सिंह

क्षय रोग को मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली से भी हरा सकते हैं - जय प्रताप सिंह
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चिकितसा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने आज कहा कि प्रदेश सरकार क्षय रोग को जड़ से समाप्त करने के लिए कृत संकल्प है। सामाजिक प्रतिष्ठा के कारण क्षय रोगी अपने रोग को न छिपायें और अपने इलाज में लापरवाही न करें। उन्होंने शीघ्र ही अपनी चिकित्सा शिक्षा पूर्ण करके आये चिकित्सकों को भी क्षय रोगियों की पहचान और उनका निराकरण करने में रूचि लेने को कहा। स्वास्थ्य मंत्री आज 'अटल बिहारी बाजपेयी कन्वेंशन सेंटर' के सभाकक्ष में आई.आर.एल.के.जी.एम.यू. लखनऊ में नव स्थापित 16 माड्यूल जीन एक्सपर्ट जांच मशीन के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।


उन्होंने समारोह में शिलापट्ट अनावरण कर मशीन का लोकार्पण किया। उन्होंने नवीन तकनीक से मुक्त 16 माड्यूल जीन एक्सपर्ट मशीन केजीएमयू, लखनऊ को भेंट करके क्षय रोगियों की जांच सुविधा को आसान करने के लिए गैर सरकारी संस्था 'द यूनियन' को धन्यवाद दिया तथा समारोह में उपस्थित संस्था के 'परियोजना निदेशक-चैलेन्ज टी.बी., डा0 सै0 इमरान फारूक का इस भेंट के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने समारोह में कहा कि क्षय रोग की समय से पहचान होना, समाज में अपने रोग के कारण झिझक-संकोच छोड़कर स्वयं का पूरा इलाज करवाना आवश्यक है। उन्होंने शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली की मजबूत करने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि भारत में हर तीसरे व्यक्ति के अंदर टी.बी. के जीवाणु सुप्तावस्था में मौजूद हैं, यदि शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत है तो क्षयरोग सहित कोई भी गम्भीर बीमारी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक ने जीवन शैली को प्रभावित कर दिया है। स्वस्थ रहने के लिए स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सभी जनपदों में क्षय रोगियों की जांच एवं दवा की व्यवस्था है। आज केजीएमयू में इस 16 माड्यूल जीन एक्सपर्ट मशीन की स्थापना से 16 रोगियों की जांच एक बार में हो सकेगी तथा जांच रिपोर्ट भी महज दो घंटे में प्राप्त हो जायेगी। मंत्री जी ने कहा कि ये हर्ष की बात है कि अब जो चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो रही है उनसे कम समय में सही इलाज कराना संभव हो गया है।


समारोह को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि कुलपति केजीएमयू, प्रो0 एमएलबी भट्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2025 तक देश से क्षय रोग का सम्पूर्ण उन्मूलन लक्ष्य लिया है। उस दिशा में इस मशीन की मेडिकल कालेज में स्थापना से लाभकारी सहयोग प्राप्त होगा, कम समय में बेहद सटीक जांच रिपोर्ट प्राप्त होगी, कम अवधि में ही इलाज भी संभव होगा तथा लम्बे इलाज से ऊबकर इलाज में अनियमितता के कारण ड्रग रेजिस्टेंट टी.बी. के शिकार होने वाले रोगियों की संख्या में भी कमी आयेगी।

नयी जांच मशीन मेडिकल कालेज को भेंट करने वाले गैर सरकारी संगठन के क्षयरोग परियोजना निदेशक डा0 सैय्यद फारूकी ने कहा क्षय रोग की शीघ्र पहचान होने से कम समय में चिकित्सा हो जाती है। इस दिशा में नवीन मशीन अत्यंत उपयोगी रहेगी। स्टेट टी.बी. आफीसर डा. संतोष गुप्ता ने बताया कि प्रदेश के सभी 75 जनपदों में टी.बी. जांच के लिए 141 कार्टिज बेस्ड न्यूक्लिक एसिड एम्प्लीफिकेशन टेस्ट (सी.बी.नाॅट) मशीन स्थापित एवं क्रियाशील है। केजीएमयू में माइक्रोबायोलाजी विभाग की अध्यक्ष प्रो. अमिता जैन ने 16 रोगियों की एक साथ जांच कर सकने की क्षमता वालीमशीन की सुविधा स्थापित होने पर प्रसन्नता व्यक्त की।

उद्घाटन समारोह के अन्त में मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 नरेन्द्र अग्रवाल ने मुख्य अतिथि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, विशिष्ट अतिथि प्रो0 एम.एल.बी.भट्ट, महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डा0 पद्माकर सहित समस्त आमंत्रित जनों तथा समारोह में उपस्थित विभागीय, चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों, चिकित्सकों तथा अन्य संबंधित जनों का आभार व्यक्त किया।

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