मिहिर भोज जाति विवाद, सरकार ने नही मांगी माफी तो गुर्जरों की महापंचायत

मिहिर भोज जाति विवाद, सरकार ने नही मांगी माफी तो गुर्जरों की महापंचायत

ग्रेटर नोएडा। सम्राट मिहिर भोज की जाति को लेकर शुरू हुआ विवाद अभी तक भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा पर लगे शिलापट्ट के ऊपर से गुर्जर शब्द हटाने के विरोध में गुर्जर शोध संस्थान में हुई बैठक में गुर्जर समाज का स्वाभिमान बचाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया गया। समिति ने ऐलान किया है कि यदि सरकार की ओर से प्रतिमा शिलापटट के ऊपर लिखे गुर्जर को हटाने को लेकर माफी नही मांगी गई तो दिल्ली में महापंचायत की जायेगी।

राष्ट्रीय गुर्जर स्वाभिमान समिति की ग्रेटर नोएडा के परी चौक स्थित गुर्जर शोध संस्थान में हुई बैठक में पांच प्रस्ताव पास किए गए। बैठक में सर्वसम्मति से उत्तर प्रदेश सरकार के माफी मांगने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया गया। इसके अलावा यह भी तय किया गया कि हर प्रदेश, जनपद में ग्राम स्तर पर गुर्जर समाज के 100 सदस्यों की कमेटी गठित की जाएगी। यदि मामला जल्द नहीं सुलझा तो आंदोलन को और अधिक तेज करने के लिए दिल्ली में महापंचायत का ऐलान किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि दादरी स्थित मिहिर भोज कॉलेज के परिसर में पिछले माह की 22 सितंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण किया था। इस प्रतिमा के शिलापटट के ऊपर से गुर्जर शब्द हटा दिया गया था। जिसके बाद से गुर्जर समाज के लोगों में रोष व्याप्त है। समिति की बैठक में सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने कहा है कि यह किसी राजनीतिक दल की लड़ाई नहीं है, बल्कि समाज के स्वाभिमान की लड़ाई है। अखिल भारतीय गुर्जर परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अधिवक्ता रविंद्र भाटी का कहना है कि गुर्जर शब्द पर रंग लगाने वालों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज होनी चाहिए।

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