आई पियक्कडों की मुसीबत - 40 दिन बंद रहेंगी शराब की दुकानें

आई पियक्कडों की मुसीबत - 40 दिन बंद रहेंगी शराब की दुकानें

मेरठ। जल्दी ही पियक्कडों की मुसीबतों में इजाफा होने जा रहा है। लॉकडाउन की तरह शराब की प्राप्ति के लिए भटकने वाले पियक्कड़ों को अब अगले दिनों में शराब की तलाश में इधर से उधर भागदौड़ करनी पड़ेगी। राजधानी दिल्ली में 1 अक्टूबर से 16 नवंबर तक बंद रहने वाली निजी शराब की दुकानों की वजह से उत्तर प्रदेश के आबकारी विभाग को भी शराब की तस्करी रोकने को अपनी पैनी नजरें रखनी पड़ेगी। हालांकि वर्ष 2021 की 17 नवंबर से राजधानी दिल्ली में निजी शराब की दुकानें फिर से खुलने लगेगी।

दरअसल राजधानी दिल्ली में 1 अक्टूबर से लेकर 16 नवंबर तक निजी शराब की दुकानें बंद रहेंगी। ऐसा इसलिए है कि केंद्र शासित प्रदेशों में एक्साइज के नए नियमों के तहत लागू होने जा रहा है। इस नए नियम के लागू होने से निजी शराब की दुकानों में तालाबंदी रहेगी। इस अवधि के भीतर केवल सरकारी शराब की दुकानें ही खुली रहेंगी। निजी शराब की दुकानें 17 नवंबर 2021 से राजधानी दिल्ली में फिर से खुलने लगेगी। दिल्ली से लगे यूपी के जिलों से शराब की तस्करी दिल्ली में हो सकती हैं। इसके लिए उप आबकारी आयुक्त मेरठ मंडल ने सभी जिलों के आबकारी अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए हैं। इस निर्देश के तहत जिलों से शराब तस्करी को रोकने के लिए सीमा पर विशेष चेकिंग के अलावा गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उप आबकारी आयुक्त मेरठ राजेंद्र कुमार शर्मा ने मंडल के सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि दिल्ली से सटे क्षेत्रों में नए चेकिंग पॉइंट बनाए जाएं और दिन-रात तस्करी रोकने के लिए निगरानी की जाए। बता दें पहले तो 46 दिन दिल्ली में निजी शराब के ठेके बंद होने पर मेरठ,गाजियाबाद, बागपत,बुलंदशहर,नोएडा आदि जिलों से राजधानी में शराब की तस्करी का अंदेशा है। इसके बाद जब शराब के ठेके खुलेंगे तो उस समय तक दिल्ली में शराब की कीमतें यूपी से काफी कम हो चुकी होगी। ऐसे में दिल्ली से यूपी के एनसीआर जिलों में शराब तस्करी होने की आशंका जताई गई है। दिल्ली में शराब सस्ती होने का असर यूपी के आबकारी राजस्व पर पड़ेगा। खासकर गाजियाबाद, मेरठ, बागपत, नोएडा आदि जिलों के आबकारी राजस्व पर। इन जिलों के आबकारी अधिकारियों को शराब की तस्करी से निपटने के अभी से इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं।



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