जहरीली शराब बनाने का करोड़ों का सामान बरामद- अब दिल्ली पर नजर

जहरीली शराब बनाने का करोड़ों का सामान बरामद- अब दिल्ली पर नजर

मुजफ्फरनगर। जहरीली शराब बनाने के मास्टर माइंड को जहां सिविल लाईन पुलिस और एसओजी ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए पकड़ लिया है। वहीं ऐसा सामान बरामद किया है, जिससे कि जिससे कि करोड़ों रुपये की जहरीली शराब बनाई जा सकती थी। इससे पहले कि तस्कर जहरीली शराब को तस्कर कर पाते, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस दिल्ली जाकर उक्त मशीनों को सीज करेगी, जिनसे रोजानों हजारों की संख्या में ढक्कन बनाये जा रहे हैं।

एसएसपी अभिषेक यादव के निर्देशन में पुलिस लगातार अपराधियों पर शिकंजा कस रही है। आज सिविल लाईन पुलिस और एसओजी ने बड़े शराब माफिया को उसके तीन अन्य साथियों के साथ अरेस्ट कर लिया। एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि पुलिस ने 15 दिन पूर्व एक गिरोह का भंडाफोड़ किया था। उक्त गिरोह के 12 लोगों को अरेस्ट किया गया था। उक्त गिरोह सरकारी ठेकों पर बिक रही शराब की काॅपी करके जहरीली शराब बनाते थे और उसको सप्लाई करते थे। एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि गिरोह का सरगना चमन फरार हो गया था। पुलिस तभी से उसकी तलाश कर रहे थे।


आज एसओजी व सिविल लाईन पुलिस ने गिरोह के सरगना चमन लाल उर्फ सागर पुत्र लक्ष्मी चंद निवासी थाना ज्योति नगर शहादरा, गोविंदराम पुत्र मामचंद निवासी थाना विवेक विहार शहादरा दिल्ली, सतेन्द्र पुत्र धर्मवीर निवासी ग्राम लोही थाना सुरीर जनपद मथुरा, चरणपाल पुत्र लक्ष्मी चंद निवासी थाना जाफराबाद शहादरा दिल्ली को अरेस्ट कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से सरशादी लाल डिस्टलरी मंसूरपुर के लगभग 2 लाख 29 हजार ढक्कन, राजस्थान स्टेट गंगानगर शुर मिल के 1 लाख 90 हजार ढक्कन, ग्लोबस स्प्रिट लि. बहरोड राजस्थान के 1 लाख 55 हजार ढक्कन, वैव डिस्टलरी अलीगढ़ के 70 हजार ढक्कन, अलवरराय विन्टेज डिस्टलरी राजस्थान के लगभग 40 हजार ढक्कन, मैकडावल के 38 हजार ढक्कन व सील, दूनवैली डिस्टलरी देहरादून उत्तराखंड के 25 हजार ढक्कन, लार्ड डिस्टलरी लि. गाजीपुर के 20 हजार ढक्कन, कुल मिलाकर लगभग साढ़े आठ लाख ढक्कन बरामद किये गये हैं। पूछताछ में सरगना चमनलाल ने बताया कि वह मूल रूप से जनपद सोनीपत हरियाणा का निवासी है। उसके पिता रेलवे विभाग में लिपिक के पद पर दिल्ली रेलवे स्टेशन पर तैनात थे। वह बचपन से ही दिल्ली में रह रहा है। पूर्व में वह एल्यूमीनियम ढलाई का काम करता था। लगभग पांच वर्ष पहले उसने शराब के ढक्कन की सप्लाई का कार्य शुरू किया था। इस दौरान वह सुरेश खटवा के संपर्क में आया, जो स्वयं एल्यूमीनियम के ढक्कन बनाने की फैक्ट्री चलाता था। दोनों ने मिलकर इस काम की शुरूआत की थी। कुछ पार्टियां चमन की थी तथा कुछ सुरेश खटुआ की थी, जो मिलकर सप्लाई किया करते थे। सुरेश द्वारा श्री श्याम पैकर्स के नाम से मडौली, दिल्ली में ढक्कन बनाने की फैक्ट्री, जिसमें तीन पावर प्रेस मशीन जिनकी कीमत लगभग 10-10 लाख रुपये है, लगा रखी हैं। इन मशीनों से प्रतिदिन 25 से 30 हजार ढक्कन बनाये जाते हैं। आरोपी उक्त ढक्कनों को डिमांड के अनुसार उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली व एनसीआर क्षेत्र में सप्लाई करते थे। पकड़ा गया आरोपी सतेन्द्र विगत 10 वर्षों से दिल्ली में रहकर टैम्पो चला रहा है। चमन ने बताया कि अंग्रेजी शराब के प्लाॅस्टिक के ढक्कन जगदीश निवासी बुराढी, दिल्ली से लेता है व रैपर व होलोग्राम किशोरी लाल निवासी शाहदरा, दिल्ली उपलब्ध कराता है। जनपद मुजफ्फरनगर व उत्तराखंड में दिनेश कर्णवाल के माध्यम से उपरोक्त सामान की सप्लाई की जाती थी।

एसएसपी ने बताया कि दिल्ली में जो 10-10 लाख रुपये की मशीनें लगाकर ढक्कन बनाये जा रहे हैं, दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर अब उक्त फैक्ट्री को सीज किया जायेगा। उन्होंने बताया कि जो सामान बरामद हुआ है, उससे करोड़ों रुपये की जहरीली शराब बनाई जाती थी। एसएसपी अभिषेक ने बताया कि इस मामले में दिनेश पुत्र प्रेमचंद निवासी कस्बा व थाना छपार, सुरेश खटवा पुत्र मागूनी खटवा निवासी दिल्ली, जगदीश निवासी बुराडी दिल्ली, किशोरी लाल निवासी शाहदरा की पुलिस को तलाश है। उक्त लोगों से अन्य लोगों के कनेक्शन की भी सूचना मिल सकती है। पुलिस उनकी सरगर्मी से तलाश कर रही हैं। उन्होंने बताया कि अब तक शातिर गैंग के 16 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि चमन पहली बार 2019 में पकड़ा गया था। अब उसे दोबारा अरेस्ट किया गया था। आरोपियों को अरेस्ट करने वाली टीम में एसओजी से प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार, एसआई सुनील शर्मा, हैड कांस्टेबिल ब्रह्मप्रकाश, जोगेन्द्र कसाना, विजय मावी, भूपेन्द्र भाटी, कांस्टेबिल रूपक नागर, गुरनाम सिंह, अमित कुमार, शिवम यादव व सिविल लाईन थाने से प्रभारी निरीक्षक उम्मेद कुमार, एसआई अनित कुमार, सुनील नागर, हैड कांस्टेबिल अरविंद, कांस्टेबिल धीरज मावी शामिल रहे। एसएसपी ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।

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