कैसे होगा दंगा नियंत्रण-थाना प्रभारी नहीं दाग पाए आंसू गैस का गोला

कैसे होगा दंगा नियंत्रण-थाना प्रभारी नहीं दाग पाए आंसू गैस का गोला

बरेली। दंगे जैसी स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए की गई रिहर्सल में थाना प्रभारी समेत कई पुलिस वाले आंसू गैस का गोला तक नहीं दाग पाए। दंगा नियंत्रण यंत्र को चलाने में इंस्पेक्टर नाकामयाब रहे तो थाना प्रभारी उनसे भी आगे निकलते हुए आंसू गैस का गोला नहीं दाग सके। एसएसपी ने जब इन्हें चलाने की बाबत इंस्पेक्टर और थाना प्रभारी से जानकारी प्राप्त करनी चाही तो दोनों उसका भी जवाब नहीं दे सके। पुलिस के आला अधिकारियों की इस स्थिति को देखकर एसएसपी का पारा चढ गया और उन्होंने इंस्पेक्टर, एसएचओ तथा दारोगा को जमकर फटकार लगाई। सवाल-जवाब के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के तेवर देखकर पुलिसकर्मी ठंड में भी पसीना पसीना हो गए।

शुक्रवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण की ओर से जनपद के कई थाना प्रभारियों एवं चौकी इंचार्जो को पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड में परेड करने के लिए बुलाया गया था। शुक्रवार की सवेरे हुई परेड के बाद मैदान में दंगा नियंत्रण की रिहर्सल आयोजित की गई। दंगा नियंत्रण रिहर्सल में ऐसे पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया था, जिन्हें दंगा नियंत्रण यंत्र के संबंध में जानकारी नहीं थी। सबसे ज्यादा फजीहत थाना प्रभारी भूता अश्वनी कुमार को झेलनी पड़ी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से जब उन्हें आंसू गैस का गोला चलाने का निर्देश दिया गया तो वह उसे चलाने में पूरी तरह से नाकामयाब रहे। कोतवाली में तैनात नरेश पाल से जब वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने एक दंगा नियंत्रण यंत्र का नाम पूछा तो वह बगले झांकने लगे। पुलिस विभाग में तकरीबन 15 साल की नौकरी के बाद भी इंस्पेक्टर का यह हाल देखकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने उन्हें जमकर फटकार लगाई और चेतावनी जारी की। इस दौरान एसपी सिटी रविंद्र सिंह, एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल के अलावा बड़ी संख्या में क्षेत्र अधिकारी भी मौजूद रहे।

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