सरकार का प्रयास- माटीकला मेले में बिक्री 9 लाख के पहुँची पार

सरकार का प्रयास- माटीकला मेले में बिक्री 9 लाख के पहुँची पार

लखनऊ। लखनऊ स्थित, उ0प्र0 खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के परिसर मेें माटीकला मेला का आयोजन किया जा रहा है, जो 23 अक्टूबर, 2022 को समाप्त होगा। मेले में मिटटी से निर्मित उत्कृष्ट उत्पादों की एक लम्बी श्रृंखला मौजूद हैं। लोग अपने घरों को सजाने के लिए अपनी पसन्द के गणेश-लक्ष्मी, मिटटी से निर्मित डिजाइनर दिये, विभिन्न प्रकार की मूर्तियों एवं बर्तन आदि की जमकर खरीदारी कर रहे हैं। मेले में अब तक लगभग 9.24 लाख रुपये के उत्पाद की बिक्री की जा चुकी है।

प्रदर्शनी में अनाहत फाउण्डेशन, लखनऊ, हसनपुर, बाराबंकी से आये प्रेमचन्द्र तथा निजामाबाद, आजमगढ़ के सोहित प्रजापति के स्टालों पर उपलब्ध उत्कृष्ट उत्पादों को लोगों द्वारा काफी पसन्द किया जा रहा है और उनकी बिक्री की जा रही है। विभिन्न जनपदों से आये अन्य शिल्पकारों के स्टालों पर भी भीड़ देखी जा रही है।

मेले में आज धर्मवीर प्रजापति, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), कारागार एवं होमगार्ड विभाग एवं पूर्व माटीकला बोर्ड अध्यक्ष द्वारा प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया। इस दौरान उन्होंने बताया कि पारम्परिक कला से जुड़े कुशल कारीगरों एवं शिल्पकारों को इस तरह के मंच प्रदान करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इससे न सिर्फ उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है, बल्कि उनकी आमदनी के साथ ही उन्हें स्वरोजगार भी प्राप्त हो रहा है। लोगों मंे आज पारम्परिक कला के प्रति जागरूकता देखने को मिल रही है, जो भविश्ष्य के लिए माटीकला से जुड़े लोगों को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने दीपावली के शुभ अवसर पर लोगों से अपील की कि लोग मेले में आये और अपनी पसंद के उत्पादों की खरीदारी कर दूर-दराज से आये शिल्पकारों का उत्साहवर्धन करें।

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