मानसिक समस्या से छुटकारा पाने के लिए सरकार ने विद्यालयों में कार्यक्रम किया शुरू

मानसिक समस्या से छुटकारा पाने के लिए सरकार ने विद्यालयों में  कार्यक्रम किया शुरू

मुजफ्फरनगर। होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर कॉलेज, जडौदा, मुजफ्फरनगर के सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति मुजफ्फरनगर के तत्वाधान में मानसिक अवसाद मुक्ति अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम शुभारम्भ डॉ0 मनोज कुमार मनोचिकित्सक, जिला मानसिक स्वास्थ्य इकाई मुजफ्फरनगर डॉ0 राजीव कुमार सदस्य बाल कल्याण समिति मु0नगर, एवं प्रधानाचार्य प्रवेन्द्र दहिया द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।


प्रधानाचार्य प्रवेन्द्र दहिया ने मंच संचालन करते हुए बच्चों को बताया कि ऐसे बच्चे जो नकारात्मक विचार से अपना ही नुकसान करते है, आज के कार्यक्रम द्वारा मानसिक अवसाद से बाहर आकर अपने भविष्य को गति प्रदान कर सकते है। अतः आज के कार्यक्रम को बहुत ही ध्यान से सुने उसके बाद मनोचिकित्सक मनोज कुमार ने बताया कि जब से बोर्ड परीक्षा की दिनांक की घोषणा हुई है, तब से बच्चे स्ट्रेस में चले गये है कुछ की नींद पूरी नहीं हो रही है, इसके लिए बच्चों को मानसिक रूप से स्वस्थ होना अनिवार्य है, जो व्यक्ति अपनी योग्यता और क्षमता को जानता है, वही मानसिक रूप से स्वस्थ होता है। जब भी आप डिस स्ट्रेस में होते है तब बॉडी कुछ हार्मोन्स उत्सर्जित करती है, आपकी पल्स रेट और धडकन बढ जाती है, गला सूखने लगता और पसीना आने लगता आदि ये ही स्ट्रेस आगे चलकर भयानक मानसिक बीमारी में बदल जाता है और आदमी आत्महत्या कर लेता है। लेकिन यू स्ट्रेस अच्छा होता है, जो आपको प्रेरित कर आपके लक्ष्य को प्राप्त करने में सहायता प्रदान करता है, इसी तनाव के कारण प्रति मिनट आठ व्यक्ति आत्महत्या कर रहे है, जिसमें पांच युवा है, आपके आस-पास या आपके घर में कोई ऐसे व्यक्ति हो तो जिला अस्पताल कमरा नं0-6 में जाकर आप सलाह ले सकते है।

एक दूसरी बडी समस्या है नशे की समस्या मोबाइल की लत भी आज बहुत बडी समस्या बन गयी है, जैसे नशेडी को नशा न मिले तो उसका मानसिक स्वास्थ्य बिगड जाता है ठीक उसी प्रकार मोबाइल की लत भी ऐसी है। अगर कोई मानसिक समस्या से ग्रस्त है तो वह हेल्प लाईन नम्बर-18008914416 पर कॉल कर सकता है जो 24×7, 14416 भारत सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रम है। मानसिक समस्या से छुटकारा पाने के लिए राज्य सरकार ने विद्यालयों में एक कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें प्रत्येक कक्षा में एक मनदूत व एक मनपरी को नियुक्त किया गया है कक्षा का कोई भी बच्चा अपनी समस्या इन मनदूत व मनपरी को बता सकता है और ये विद्यालय के प्रधानाचार्य को उनकी समस्या से अवगत करायेगें जिसका निराकरण जिला चिकित्सालय की टीम करेगी। उसके बाद आज के कार्यक्रम पर कुछ प्रश्नोत्तरी रखी गयी जिसमें कक्षा-12 से विकुल, कक्षा-11 से तानिया, अन्नु व उवेश, कक्षा-9 से अक्सा ने प्रश्नों का सही उत्तर दिया, इन बच्चों को पारितोषित के रूप में पुरस्कार देकर डॉ0 मनोज कुमार ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में अजीत मलिक, सचिन कश्यप, इन्दु सहरावत, धीरज बालियान, नितिन बालियान, रीना चौहान, अमित धीमान और चौधरी आजाद सिंह आदि का सहयोग रहा।

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