फसलों के अवशेष जलाने वाले किसानों से होगी जुर्माना वसूली-टीम गठित

फसलों के अवशेष जलाने वाले किसानों से होगी जुर्माना वसूली-टीम गठित

सहारनपुर। फसल काटने के बाद खेतों में बचे अवशेषों को वहीं पर जला देने वाले किसानों से जुर्माना वसूलने के जिला प्रशासन की ओर से दिशा निर्देश दिए गए हैं। किसानों से जुर्माने की वसूली के लिए बाकायदा टीमें भी गठित की गई है। प्रशासन की इस कार्यवाही से किसानों में रोष फैल गया है।




शुक्रवार को जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने तहसील स्तर पर फसल अवशेष न जलायें जाने के लिए उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में तहसीलवार मोबाइल स्क्वाईडस का गठन किया है। उन्होंने उप जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित स्क्वाईड्स को निर्देश दिये है कि फसल अवशेष जलाते हुए पाये जाने पर नियमानुसार दण्डित करने की कार्रवाई करने एवं फसल अवशेष जलाये जाने की स्थिति में किसी प्रकार की वसूली निर्धारित होती है, तो ऐसी स्थिति में समस्त नायब तहसील-तहसीलदार के द्वारा प्रक्रिया सम्पन्न की जायेगी।

उन्होंने बताया कि तहसील सदर के विकास खण्ड पुंवारका एवं बलियाखेडी में पर्यवेक्षण अधिकारी एवं अध्यक्ष उप जिलाधिकारी सदर, तहसील नकुड के विकास खण्ड नकुड, गंगोह एवं सरसावा में पर्यवेक्षण अधिकारी एवं अध्यक्ष उप जिलाधिकारी नकुड, तहसील बेहट के विकास खण्ड मुजफ्फराबाद एवं सढौली कदीम में पर्यवेक्षण अधिकारी एवं अध्यक्ष उप जिलाधिकारी बेहट, तहसील देवबन्द के विकास खण्ड देवबन्द एवं नागल में पर्यवेक्षण अधिकारी एवं अध्यक्ष उप जिलाधिकारी देवबन्द तथा तहसील रामपुर के विकास खण्ड रामपुर मनिहारान एवं नानौता में पर्यवेक्षण अधिकारी एवं अध्यक्ष उप जिलाधिकारी रामपुर मनिहरान होंगे। तहसीलवार मोबाइल स्वाईड्स में सदस्य ग्राम्य विकास से संबंधित विकास खण्ड के खण्ड विकास अधिकारी, राजस्व विभाग से संबंधित तहसील के तहसीलदार, कृषि विभाग से तहसील सदर में उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी सदर, तहसील नकुड में उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी नकुड, तहसील बेहट में उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी बेहट तथा तहसील देवबन्द एवं रामपुर में उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी देवबन्द, गन्ना विभाग से संबंधित ज्येष्ठ गन्ना निरीक्षक और पुलिस विभाग से संबंधित क्षेत्र के थानाध्यक्ष है।

जिलाधिकारी ने कहा कि फसल अवशेष को जलाये जाने से रोकने के लिए कृषि विभाग द्वारा फसल कटाई से पूर्व प्रत्येक न्याय पंचायत, ब्लॉक स्तर, तहसील स्तर, जिला स्तरीय कृषक गोष्ठियों एवं मेला के आयोजन करते हुए अवशेष प्रबन्धन योजना का प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि न्याय पंचायतवार कृषकों के व्हाट्सएप गु्रप पर फसल अवशेष प्रबन्धन के विषय में कृषकों को जागरूक करें।

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