पिता की जीत की सांसद बेटे पर गिरी गाज-पार्टी ने पर कतरते हुए घटाया कद

पिता की जीत की सांसद बेटे पर गिरी गाज-पार्टी ने पर कतरते हुए घटाया कद

अंबेडकर नगर। उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव में मिली बहुजन समाज पार्टी की हार को लेकर चौतरफा हाहाकार मचा हुआ है। समाजवादी पार्टी के टिकट पर पिता के निर्वाचित होने पर बसपा मुखिया ने उनके सांसद बेटे के पर कतर दिए हैं। जिसके चलते सांसद बेटे को लोकसभा में पार्टी के नेता पद से हटा दिया है।

दरअसल उत्तर प्रदेश में 18 वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए चुनाव से पहले लोकसभा में बहुजन समाज पार्टी के नेता सांसद रितेश पांडे के पिता बसपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। समाजवादी पार्टी ने जलालपुर विधानसभा सीट से राकेश पांडे को टिकट भी दे दिया था। चुनाव परिणामों में उन्हें जीत हासिल हो गई थी। पिता के सपा में शामिल होने के बाद से ही सांसद रितेश पांडे पर कार्यवाही की आशंका जताई जा रही थी।

आज मंगलवार को बसपा प्रमुख मायावती ने सांसद रितेश पांडे को लोकसभा में संसदीय दल के नेता पद से हटाते हुए बिजनौर जनपद की नगीना सीट से सांसद गिरीश चंद्र जाटव को यह जिम्मेदारी सौंप दी है। यदि पिछले दिनों की बात करें तो वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर जलालपुर सीट से चुनाव लड़े रितेश पांडे जीतने के बाद एमएलए बन गए थे। इसके 2 साल बाद वर्ष 2019 में हुए आम चुनाव में बसपा ने रितेश पांडे को अंबेडकरनगर लोकसभा सीट से मैदान में उतार दिया था।

इस चुनाव में भी रितेश पांडे जीत हासिल करने में कामयाब रहे और उन्हें बसपा ने संसदीय दल का नेता बना दिया। इससे पहले उनके पिता राकेश पांडे भी वर्ष 2009 में अंबेडकर लोकसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़कर सांसद चुने गए थे। लेकिन उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बसपा के हाथी से उतरकर साइकिल की सवारी शुरू कर दी थी।

epmty
epmty
Top