गोमती में उतरकर किसानों ने शुरू किया जल सत्याग्रह

गोमती में उतरकर किसानों ने शुरू किया जल सत्याग्रह

लखनऊ। किसानों की तमाम समस्याओं के अलावा मक्खियों और आबादी के बीच प्रस्तावित बियर फैक्ट्री जैसी ज्वलंत समस्याओं को लेकर प्रशासन के खिलाफ आंदोलन चला रहे भाकियू अवध का किसान आंदोलन दोपहर के समय जल सत्याग्रह के रूप में तब्दील हो गया है। गोमती नदी में उतरे किसानों ने जल सत्याग्रह शुरू कर दिया है।

रविवार की दोपहर राजधानी में किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर भाकियू अवध के तत्वाधान में प्रशासन के खिलाफ चलाया जा रहा किसान आंदोलन जल सत्याग्रह में बदल गया है। किसानों के इस आंदोलन में खीरी, जनपद के अलावा सीतापुर और हरदोई के किसान भी शामिल होकर अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। भाकियू के कार्यवाहक प्रदेशाध्यक्ष श्यामू शुक्ला ने कहा है कि जनपद लखीमपुर में चप्परतला क्षेत्र में मक्खियों ने ग्रामीणों का जीना दूभर कर रखा है। वही बियर फैक्ट्री की स्थापना कराकर पीने के पानी को भी दूषित करने का खेल प्रशासन की ओर से शुरू किया जा चुका है। तालाबों पर अवैध कब्जे हो चुके हैं। चकरोड मार्ग अवरुद्ध हैं। तमाम समस्याओं को लेकर कई बार प्रशासन को ज्ञापन भी दिए गए हैं। लेकिन आश्वासन देकर प्रशासन समस्याओं के निदान से पल्ला झाड़ लेता है। श्यामू शुक्ला ने बताया है कि तकरीबन डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी अभी तक किसानों की किसी भी समस्या का निस्तारण नहीं हो सका है। जिससे मजबूर होकर किसानों को एक बार फिर आंदोलन करने को विवश होना पड़ा है। इस बार किसानों की मांग है कि जब तक खीरी व हरदोई जनपद के डीएम धरना स्थल पर आकर समस्याओं के निराकरण की घोषणा नहीं करते हैं। उस समय तक आंदोलन जारी रहेगा। रविवार को गोमती नदी की धारा में खड़े होकर जल सत्याग्रह करते हुए किसानों ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भी फहराया और अपना जल सत्याग्रह शुरू कर दिया।









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