किसान जैविक खेती अपनाकर दुगनी करें आय- मिनिस्टर

किसान जैविक खेती अपनाकर दुगनी करें आय- मिनिस्टर

झांसी। उत्तर प्रदेश के उद्यान एवं विपणन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीराम चौहान ने सोमवार को बुंदेलखंड में जैविक खेती की अपार संभावनाओं को रेखांकित करते हुए किसानों को इसे अपनाकर आय दुगनी करने की अपील की।

यहां महारानी लक्ष्मीबाई पैरामेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में पहल एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजनांतर्गत औद्यानिक कृषि एवं कृषि उद्यमी दो दिवसीय मेले का शुभारंभ आज प्रदेश के उद्यान एवं कृषि विपणन राज्यमंत्री ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए श्रीराम चौहान ने कहा " संपूर्ण बुंदेलखंड में जैविक खेती की अपार संभावनाएं हैं । किसान जैविक खेती को आत्मसात करते हुए अपनी आय को दोगुना करें। किसान की जीडीपी में जब सुधार होगा तो भारत की जीडीपी में भी सुधार होगा,देश एवं प्रदेश के विकास का रास्ता गांव की पगडंडियों से होकर जाता है। गांव का किसान खुशहाल होगा तभी देश/प्रदेश खुशहाल होगा। किसानों के विकास के लिए केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार की योजनाएं किसानों पर ही आधारित है। वर्ष 2014 से पूर्व किसान कर्जदार था और बंध कर काम करता था, हमारी सरकार ने उसे कर्ज मुक्त कर स्वतंत्र काम करने के लिए प्रेरित किया।"

कार्यक्रम में प्रदर्शनी एवं उत्कृष्ट कार्य करने वाले कृषको का सम्मान व दो युवा कृषकों द्वारा स्ट्रॉबेरी की खेती करने पर प्रोत्साहित किया गया। इसके अतिरिक्त विभिन्न किसानों को लौकी,खीरा, करेला,आदि किस्म के बीज निशुल्क वितरित किए गए। श्रीराम चौहान ने इस दौरान आयोजित प्रदर्शनी में विभिन्न को स्टालों देेखा और स्टाल पर लगाए गए उत्पाद की जानकारी ली साथ ही किसानों को प्रोत्साहित किया। स्टालों की निरीक्षण में मुख्य विकास अधिकारी भी उपस्थित रहे।

श्रीराम चौहान ने कहा " मुख्यमंत्री जी ने किसानों की प्रगति को देखते हुए योजनाएं उनके खेत तक पहुंचाई हैं। प्रधानमंत्री ने कृषि क्षेत्र में ने मूलभूत परिवर्तन करते हुए कृषि निर्यात नीति घोषित की है जिसका किसानों को सीधा लाभ प्राप्त हो रहा है। उन्होंने किसान को बेहद महत्वपूर्ण स्थान देते हुए कहा कि आपकी समृद्धि से ही देश की खुशहाली है। पारंपरिक खेती से हटकर औद्यानिक खेती की ओर बढ़े ताकि आपकी आय दुगनी हो सके।उन्होंने औषधीय पौधे लगाए जाने का भी सुझाव दिया, बुंदेलखंड में तुलसी की खेती एक चमत्कार है,इससे मन और शरीर दोनों प्रसन्न रहते हैं स्वस्थ रहते हैं।

उन्होंने कार्यक्रम में जनपद के अर्चित पाण्डेय,दीपांशु मोटवानी युवा कृषकों द्वारा बड़े पैमाने पर स्ट्रॉबेरी की खेती करने पर उन्हें पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया। उन्होंने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आने वाले समय में बुंदेलखंड एक ऑर्गेनिक खेती का हब बनेगा,यहां के उत्पाद अच्छे दामों पर विदेशों तक भेजे जाएंगे।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री द्वारा लगातार किसान हित में कार्य व योजनाएं बनाई जा रही है। किसान की आय तभी दुगनी होगी जब लागत कम होगी। उन्होंने खेत में रसायन उर्वरकों के इस्तेमाल को बंद करने के साथ ही जैविक खेती पर जोर दिया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्य विकास अधिकारी शैलेष कुमार ने कहा कि शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ बुंदेलखंड के किसानों तक पहुंचा है, क्षेत्र के अन्य किसान भी लाभकारी योजनाओं का लाभ लें। बुंदेलखंड के प्रति हमारी व्यक्तिगत धारणा में बदलाव आया है। बुंदेलखंड के किसानों ने जहां चाह वहां राह को चरितार्थ किया है। किसानों ने स्प्रिंकलर का प्रयोग करते हुए उर्वरक और पानी का सही उपयोग किया और अपने उत्पादन को बढ़ाया। उन्होंने बताया कि जनपद में पहली बार खरीफ प्याज की शुरुआत की है बुंदेलखंड में ऐसा करने से किसानों को अपनी उपज का अधिक लाभ प्राप्त होगा। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि बुंदेलखंड के क्षेत्र में हमारे प्रयास सार्थक हो रहे हैं औद्यानिक फसलें फूल,सब्जी,तुलसी,मशरूम व जैविक खेती बड़े स्तर पर प्रारंभ हुई है, जिससे किसानों की आय में बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने क्षेत्र में नाबार्ड काफरी के सहयोग से स्ट्रॉबेरी के उत्पादन की जानकारी देते हुए बताया कि जल्द ही इसकी मार्केटिंग भी प्रारंभ कर दी जाएगी। उन्होंने शिवानी बुंदेला के फूड प्रोसेसिंग पैकेजिंग के माध्यम से आय बढ़ाने की भी जानकारी दी, उन्होंने जनपद में जरबेरा फूलों की खेती करने वाले श्री अमित सिंह की भी प्रशंसा की और सम्मानित किया गया।

उप निदेशक उद्यान विनय यादव ने कहा कि बुंदेलखंड में फल,सब्जी, फूल की खेती की अधिक संभावना है। यदि प्लान बनाकर काम करें तो किसान 4 से 5 गुना तक लाभ ले सकेंगे, उन्होंने किसानों को एप्पल बेर की खेती करने के लिए प्रेरित किया और बताया कि कम लागत में अधिक लाभ प्राप्त होगा। बुंदेलखंड में पानी की समस्या है,यदि किसान ड्रिप इरिगेशन का इस्तेमाल करें तो उत्पादन और उत्पादकता में बढ़ोतरी होगी साथ ही 70 प्र्रतिशत तक पानी बचाया जा सकेगा। ड्रिप इरिगेशन के माध्यम से उर्वरक की खपत में भी बचत होगी और मेहनत भी कम लगेगी। पारंपरिक खेती से लाभ कम होगा। प्राकृतिक खेती के माध्यम से अपनी आय बढ़ाएं। उन्होंने एफपीओ बनाकर किसान खेती करें, बिक्री करें और लाभ सीधे प्राप्त करें ऐसा करने से बिचौलिए भी दूर होंगे।

किसान सम्मान दिवस में किसान श्याम बिहारी गुप्ता ने जैविक खेती पर जोर देते हुए कहा कि हम जैविक खेती से मृदा को स्वस्थ बनाए और लाभ बढ़ाएं। रासायनिक खाद के उपयोग से मृदा को जहां नुकसान हो रहा है वहीं लागत बढ़ रही तथा लाभ कम होता है,इसे दूर करना होगा।इसी क्रम में श्री शैलेंद्र कुमार सुमन हापेड लखनऊ ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी।

समारोह के मौके पर विधायक सदर रवि शर्मा, जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार,उप कृषि निदेशक के के सिंह,अमित सिंह बुंदेलखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स सहित विभिन्न विभागों के उच्च अधिकारी व बड़ी संख्या में दूरदराज क्षेत्र से आए कृषक विशेष रूप से महिला कृषक उपस्थित रहे।




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