कर्मयोगी बाबू हरबंस लाल गोयल को 7वीं पुण्यतिथि पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि

मुजफ्फरनगर। एम.जी. पब्लिक स्कूल प्रांगण में आज समाजसेवी व उद्यमी स्व. बाबू हरबंस लाल गोयल की 7वीं पुण्यतिथि सादगी पूर्ण वातावरण में मनाई गई। इस अवसर पर विद्यालय परिवार के साथ ही शिक्षाविदों, उद्यमियों व समाजसेवियों ने बाबू जी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रमुख समाजसेवी, उद्यमी और शिक्षाविदों ने किये प्रतिमा पर पुष्प अर्पित
एम.जी. पब्लिक स्कूल के संस्थापक प्रमुख समाजसेवी स्व. बाबू हरबंस लाल गोयल की 7वीं पुण्यतिथि मनाई गई। स्कूल प्रांगण में बाबू जी के प्रतिमा स्थल पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के चेयरमैन सतीश चन्द गोयल, ट्रस्टी वैभव गोयल, एम.जी. पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर जी.बी. पाण्डेय, प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका गर्ग, एम.जी. वर्ल्ड विजन स्कूल की प्रधानाचार्या डाॅ. मृणालिनी अनन्त सहित शहर के प्रमुख समाजसेवी, उद्यमी और शिक्षाविदों के साथ साथ विद्यालय परिवार के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने उपस्थित होकर बाबू हरबंस लाल गोयल की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए भावूपर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने हम सभी को समाजसेवा की प्रेरणा दी-सतीश चन्द गोयल
इस अवसर पर चेयरमैन सतीश चन्द गोयल ने कहा कि बाबू जी दूरदृष्टा थे। उन्होंने संघर्ष का साथ कभी नहीं छोड़ा। जनपद में उद्योग स्थापित करने के साथ ही उनको समाज के निचले स्तर के लोगों के लिए कार्य करने की चिंता हमेशा बनी रहती थी। उन्होंने हम सभी को समाजसेवा की प्रेरणा दी। उन्होंने जनपद में समाज की सेवा के लिए अनेक कार्यो को प्रारम्भ किया। इनमें निःशुल्क आई कैम्प का आयोजन भी शामिल रहा। इस आई कैम्प में मोतियाबिन्द के चयनित मरीजों की आंखों का आॅपरेशन, लैंस लगवाने, दवाईयों आदि का पूर्ण खर्च उठाया जाता। जो हम उनके प्रेरणा और आशीर्वाद से आगे बढ़ा रहे हैं।
तीर्थनगरी शुक्रताल में शमशान घाट का जीणोद्धार कराया
इसके साथ ही बाबू जी ने तीर्थनगरी शुक्रताल में शमशान घाट का जीणोद्धार कराने का काम किया। उन्होंने शिक्षा के एक पौधे को रोपित किया जो आज एक प्रमुख नाम बना है। हमारा प्रयास है कि हम बाबू के गरीबों और असहायों की सेवा के लिए देखे गये हर सपने को पूर्ण कर सकें। उन्होंने बाबू के साथी और एम.जी. ट्रस्ट के सचिव स्व. सुरेन्द्र सिन्धी के आकस्मिक निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि आज एम.जी. परिवार के लिए दुख का क्षण है। हम बाबू जी और सुरेन्द्र सिन्धी की कमी को हमेशा महसूस करेंगे।
डायरेक्टर जी.बी. पाण्डेय ने कहा कि बाबू जी एक सच्चे कर्मयोगी थे। उनके द्वारा समाज की समस्याओं को लेकर चिंता की और सामाजिक सहयोग के साथ गरीबों के लिए समय समय पर काम किया। वह उम्र के आखिरी पड़ाव तक भी क्रियाशील रहकर गरीबों की मदद के लिए जुटे रहे। उनकी प्रेरणा से एम.जी. परिवार सामाजिक और शैक्षिक उन्नयन के लिए प्रयासरत है।
श्रद्धांजलि सभा में मुख्य रूप से समाजसेवी देवराज पंवार, अंकुर कुमार, सतीश जैन, सत्यवीर सिंह सहित विद्यालय परिवार के सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाएं मौजूद रहे।