दोहरे चरित्र की राजनीति

दोहरे चरित्र की राजनीति

लखनऊ। देवरिया विधानसभा से बीजेपी के जनमेजय सिंह विधायक थे। उनकी असामयिक मौत के बाद यह सीट खाली चल रही थी। अब इस सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव होना है। इस सीट से कांग्रेस पार्टी ने एक कार्यकर्ता मुकुंद भास्कर मणि त्रिपाठी को उम्मीदवार घोषित किया है, जिसको लेकर 10 अक्टूबर को पार्टी कार्यालय पर बैठक चल रही थी। इस दौरान एक महिला कार्यकर्ता पहुंची और सम्मानित करने के बहाने गुलदस्ता राष्ट्रीय सचिव सचिन नायक के ऊपर फेंक दिया। इसके बाद वह दागी प्रत्याशी को टिकट देने का विरोध करने लगी।

अभी कुछ दिन पहले की बात है जब उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में टाउन हाल स्थित कांग्रेस पार्टी कार्यालय पर उस समय हंगामा मच गया, जब एक महिला कार्यकर्ता ने पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सचिन नायक के सामने ही उपचुनाव प्रत्याशी को रेप का आरोपी बताते हुए टिकट देने का विरोध किया। महिला कार्यकर्ता ने राष्ट्रीय सचिव के ऊपर गुलदस्ता फेंक दिया, जिसके बाद वहां हंगामा मच गया। इसके बाद मौके पर मौजूद पुरुष कार्यकर्ताओं ने महिला को जमकर पीटा। हालांकि इस दौरान कुछ कार्यकर्ता उन्हें रोकने की भी कोशिश करते रहे। महिला कार्यकर्ता के साथ आई तीन महिलाओं को भी जमकर पीटा गया। वे भी पार्टी वर्कर थीं। अभी कुछ दिन पहले की ही एक और बात है। उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दलित युवती के साथ सामूहिक दुराचार, पीटकर हड्डी तोड़ने और जुबान काटने का आरोप लगाया गया था। बाद में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुराचार की पुष्टि नहीं हुई । जांच के दौरान ऐसे मोड़ आए जिनपर सहज ही विश्वास नहीं किया जा सकता। मध्य प्रदेश के जबलपुर की एक स्वास्थ्यकर्मी उस लडकी की भाभी बनकर भडकाऊ बयान दे रही थी। सरकार की तरफ से भी एक कार्रवाई संदिग्ध हुई कि लडकी की लाश को परिजनों से दूर रखकर जला दिया गया। इस मामले को लेकर कांग्रेस ने बहुत हो हल्ला किया। हाथरस में घटना स्थल पर जाने के लिए राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने सडक पर लाठी चार्ज के हालात पैदा कर दिये। उस समय लग रहा था कि महिलाओं पर अत्याचार करने वालों के लिए कांग्रेस में कोई जगह नहीं है। देवरिया मामले ने सब कुछ झुंठला दिया है।

बता दें कि देवरिया विधानसभा से बीजेपी के जनमेजय सिंह विधायक थे। उनकी असामयिक मौत के बाद यह सीट खाली चल रही थी। अब इस सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव होना है। इस सीट से कांग्रेस पार्टी ने कार्यकर्ता मुकुंद भास्कर मणि त्रिपाठी को उम्मीदवार घोषित किया है, जिसको लेकर गत 10 अक्टूबर को पार्टी कार्यालय पर बैठक चल रही थी। इस दौरान एक महिला कार्यकर्ता पहुंची और सम्मानित करने के बहाने गुलदस्ता राष्ट्रीय सचिव पर फेंक दिया। इसके बाद वहां हंगामा मच गया। मौके पर मौजूद पुरुष कार्यकर्ताओं ने महिला को जमकर पीटा हालांकि इस दौरान कुछ कार्यकर्ता उन्हें रोकने की भी कोशिश करते रहे। महिला कार्यकर्ता के साथ आई तीन महिलाओं को भी जमकर पीटा गया।वे भी पार्टी वर्कर थी।

महिला नेता तारा देवी ने बताया कि वे चार साल से पार्टी की सदस्य हैं। महिला नेता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस प्रत्याशी मुकुंद भास्कर पर रेप का आरोप है। उसे टिकट देकर गलत हुआ है। हम चाहते हैं कि साफ सुथरे छवि के लोगों को टिकट दिया जाए। यही बात करने के लिए वह सचिन नायक से मिलने पहुंची थीं । महिला नेता तारा देवी ने कहा कि उन्होंने सचिन नायक को नहीं मारा है । वह बात करने गयी थीं कि ऐसे लोगों को टिकट क्यों दिया गया है, जिस पर वहां मौजूद कांग्रेस के कार्यकर्ता मुझे मारने पीटने लगे। महिला नेता के आरोपों पर कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा कि सभी आरोप निराधार हैं, मुझे किसी भी मामले में अभी तक कोर्ट ने दोषी नहीं माना है और न ही सजा सुनाई गई है।

उत्तर प्रदेश की रिक्त आठ में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इसके लिए 3 नवंबर को मतदान होना है। भाजपा ,सपा और कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। उम्मीदवारों के नाम का ऐलान होने के बाद राजनीतिक दलों के अंदर असंतोष भी खुलकर सामने आने लगा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के देवरिया में कांग्रेस के कार्यक्रम में टिकट को लेकर असंतोष तो खुलकर सामने आ ही गया। गौरतलब है कि कांग्रेस ने देवरिया विधानसभा सीट से उपचुनाव के लिए मुकुंद भास्कर को उम्मीदवार बनाया है। सचिन नायक कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हैं और उनके पास यूपी का प्रभार भी है। सचिन नायक देवरिया में कैंप कर लगातार चुनाव की तैयारियों पर नजर रख रहे हैं। बता दें कि देवरिया विधानसभा सीट के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और 16 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किया जा सकेगा।नामांकन पत्रों की जांच 17 अक्टूबर को होगी, जबकि 19 अक्टूबर को शाम 3 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। चुनाव चिह्न का आवंटन भी 19 अक्टूबर को ही नामांकन वापसी की समय सीमा समाप्त होने के बाद किया जाना है। वोटिंग 3 नवंबर को होगी। चुनाव प्रक्रिया के बीच इस तरह के घटनाक्रम से कांग्रेस के पूरी मजबूती से उपचुनाव लड़ने के दावे के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है। इतना ही नहीं प्रियंका गांधी और राहुल गाँधी ने हाथरस काण्ड को लेकर जिस तरह विरोध प्रदर्शन किया और महिलाओं के प्रति सहानुभूति दिखाई, उसकी सच्चाई पर भी सवालिया निशान लग गया है। पार्टी के अन्दर ही जब यह सवाल उठाया जाने लगा है कि दुराचार के आरोपित को विधायकी का टिकट क्यों दिया गया ? तो विपक्षी दलों के लोग भी कांग्रेस और उसके युवराज राहुल गांधी को कठघरे में खड़ा कर सकते हैं।

उत्तर प्रदेश विधानसभा की आठ रिक्त सीटों में से सात सीटों पर 3 नवंबर को उपचुनाव होना है। राज्य की प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी सात में से चार सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर चुकी है। समाजवादी पार्टी ने नौगांवा सादात विधानसभा सीट से सैय्यद जावेद अब्बास को उम्मीदवार बनाया है। सपा ने टूंडला विधानसभा क्षेत्र से महाराज सिंह धनगर, घाटमपुर इंद्रजीत कोरी और मल्हनी विधानसभा क्षेत्र से लकी यादव को चुनाव मैदान में उतारा है।

चुनाव आयोग ने यूपी विधानसभा की आठ रिक्त सीटों में से जिस एक सीट पर चुनाव कार्यक्रम का ऐलान नहीं किया है, वह सीट रामपुर जिले की स्वार विधानसभा सीट है। स्वार सीट सपा नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम की सदस्यता निरस्त कर दिए जाने के बाद रिक्त हो गई थी। जन्मतिथि को लेकर हुए विवाद के बाद अब्दुल्ला आजम की सदस्यता निरस्त हो गई थी। बाकी बची सात सीटों में फिरोजाबाद की टूंडला, अमरोहा की नौगांवा सादात, कानपुर की घाटमपुर और जौनपुर की मल्हनी सीट के अलावा बुलंदशहर, उन्नाव की बांगरमऊ और देवरिया की देवरिया सदर विधानसभा सीट शामिल हैं। इन सीटों पर 3 नवंबर को वोटिंग होगी और नतीजों की घोषणा 10 नवंबर को मतगणना के बाद की जाएगी।(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

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