शराब कांडः ACS आबकारी की विभागीय अधिकारियों पर गिरी गाज

शराब कांडः ACS आबकारी की विभागीय अधिकारियों पर गिरी गाज

बुलंदशहर। सिंकदराबाद के गांव जीतगढ़ी में जहरीली शराब पीने से हुई पांच लोगों की मौत के मामले को शासन ने गंभीरता से लिया है। इस मामले में शासन ने संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन, उप आबकारी आयुक्त मेरठ तथा जिला आबकारी अधिकारी बुलन्दशहर को आबकारी आयुक्तालय से सम्बद्ध कर दिया है। वहीं, दूसरी ओर आबकारी निरीक्षक, प्रधान आबकारी सिपाही तथा 2 आबकारी सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है।

बुलंदशहर के सिंकदराबाद थाना क्षेत्र के गांव जीतगढ़ी में बिक रही अवैध शराब का सेवन करने से पांच लोगों की हालत बिगड़ गई थीं। परिजनों द्वारा उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उपचार शुरू होने से पहले ही उनकी मौत हो गई। ग्रामीणों की मौत से उनके परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। वहीं उक्त अवैध शराब का सेवन करने वाले लगभग आधा दर्जन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जहरीली शराब पीने से हुई लोगों की मौत से पुलिस-प्रशासन में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। इस मामले में एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने सिंकदराबाद के एचएचओ, हल्का इंचार्ज और चौकी प्रभारी को लापरवाही का दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है।

वहीं शासन ने भी इस मामले को बहुत ही गंभीरता से लिया है। संजय आर. भूसरेड्डी अपर मुख्य सचिव आबकारी विभाग उत्तर प्रदेश शासन द्वारा एक प्रेस नोट जारी किया गया है। इसमें बताया गया कि मामले को गंभीरता से लेते हुए शासन ने संयुक्त आबकारी आयुक्त मेरठ जोन राजेश मणि त्रिपाठी, उप आबकारी आयुक्त मेरठ सुरेश चन्दा पटेल तथा जिला आबकारी अधिकारी बुलन्दशहर संजय कुमार त्रिपाठी के विरूद्ध पर्यवेक्षणीय कार्य में शिथिलता बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से विभागीय कार्यवाही संस्थित करते हुए उन्हें आबकारी आयुक्तालय से सम्बद्ध कर दिया है।

इसके अतिरिक्त सिकन्दराबाद क्षेत्र में तैनात आबकारी निरीक्षक प्रभात वर्धन, प्रधान आबकारी सिपाही रामबाबू तथा 2 आबकारी सिपाहियों श्रीकांत सोम एवं सलीम अहमद को कार्य व दायित्वों के निर्वहन में शिथिलता बरतने के आरोप में प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही संस्थित की गई है।




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