हाथरस पुलिस का बड़ा गुडवर्क- 3 घंटे में अपहृता को किया सकुशल बरामद

हाथरस पुलिस का बड़ा गुडवर्क- 3 घंटे में अपहृता को किया सकुशल बरामद

हाथरस। पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के निर्देशन में थाना कोतवाली हाथरस व एसओजी टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए थाना कोतवाली हाथरस क्षेत्र के अंतर्गत हुए फिरौती हेतु अपहरण की घटना का सिर्फ 3 घंटे में खुलासा कर अपहृता को किया गया सकुशल बरामद किया गया। पुलिस ने 3 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से कार, मोबाइल सहित अवैध असलहा बरामद किया है। पुलिस ने तमाम आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है।


गौरतलब है कि दिनांक 11 अक्टूबर 2021 की शाम थाना कोतवाली हाथरस क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति शैलेश दीक्षित पुत्र राधाकिशन दीक्षित निवासी घंटाघर हलवाईखाना थाना कोतवाली हाथरस द्वारा थाना कोतवाली हाथरस पर सूचना दी कि दिनांक 11.10.2021 को दोपहर में उनकी माता सुनीता दीक्षित (उम्र करीब 65 वर्ष) घर से देवी भागवत कथा सुनने हेतु अपना वाली धर्मशाला गाँधी चौक गई थी , जो फिर घर वापस नहीं लौटी तथा शाम करीब 19 बजे उनके मोबाइल पर किसी अनजान व्यक्ति का फोन आया जिसने बताया कि उनकी माता का अपहरण हो गया है तथा उनको छोड़ने के एवज में 80 लाख रूपये फिरौती की मांग की गई। पुलिस को खबर देने पर उनकी माता को जान से मारने की धमकी दी गई। परिजनो से प्राप्त लिखित तहरीर के आधार पर तत्काल थाना कोतवाली हाथरस पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया।

पुलिस अधीक्षक हाथरस द्वारा घटना को अत्यंत गम्भीरता से लेते हुए अपहृता की शीघ्र सकुशल बरामदगी व घटना में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु तत्काल टीमों का गठन किया गया तथा एसओजी व सर्विलांस टीम को भी लगाया गया। उक्त टीमों द्वारा धरातलीय अभिसूचना व सर्विलांस की भी मदद ली गई। अल्पसमय में संकलित अभिसूचना के आधार पर कैलोरा चौराहा, सासनी, अलीगढ रोड, इगलास रोड, विजयगढ रोड, हाथरस बाईपास रोड, हतीसा भगवंतपुर आदि संभावित स्थानों पर लगातार दबिश देते हुए अपहरणकर्ताओं के घेराबंदी का प्रयास किया गया। जिसके क्रम में गठित टीमों के कठिन परिश्रम व अथक प्रयासोपरांत एसओजी टीम तथा थाना कोतवाली पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में अपहरणकर्ताओं की गाड़ी की घेराबंदी करते हुए घटना के मात्र 03 घंटे के भीतर फिरौती हेतु अपहरण के मुकदमे का सफल अनावरण करते हुए घटना में शामिल 03 शातिर अपहरणकर्ताओं/बदमाशो को कोटा कपूरा मोड़ हाथरस बाईपास में खोड़ा हजारी रोड से गिरफ्तार करने तथा अपहृता (वृद्ध महिला) को सकुशल बरामद करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। गिरफ्तार अभियुक्तगणों के कब्जे से अवैध तमंचा-कारतूस व घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन व इको गाड़ी बरामद की गई है । पुलिस द्वारा अपहृता का मेडीकल परीक्षण कराकर सकुशल परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में अपना नाम सौरभ अग्रवाल पुत्र मनोज कुमार निवासी जवाहर थाना इगलास जनपद अलीगढ़, ऋषि शर्मा पुत्र सन्जू निवासी करील थाना मुरसान जनपद हाथरस, नितिन पुत्र करन सिंह निवासी करील थाना मुरसान जनपद हाथरस बताया है। गिरफ्तारी व बरामदगी के सम्बन्ध में थाना कोतवाली हाथरस पुलिस द्वारा आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की है।

आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि आरोपी सौरभ अग्रवाल पुत्र मनोज कुमार निवासी जवाहर थाना इगलास जनपद अलीगढ़ अपने गांव में परचूनी की दुकान करता है, तथा कभी कभी अपनी पिता की सवारी गाड़ी ईको भी चलाता है। आरोपी सौरभ उपरोक्त तथा सहअभियुक्त ऋषि शर्मा पुत्र सन्जू निवासी करील थाना मुरसान जनपद हाथरस व नितिन पुत्र करन सिंह निवासी करील थाना मुरसान जनपद हाथरस आपस में दोस्त हैं। आरोपी सौरभ उपरोक्त ने बताया कि उसको अल्प समय में ही ढ़ेर सारे पैसे कमाने की इच्छा थी तथा वह दिल्ली में सट्टा लगाने का आदी है और गर्लफ्रैंड पर भी उसका काफी रुपया खर्चा होता है। उसके द्वारा बताया गया कि कम समय में ढेर सारे पैसे कमाकर उसकी इच्छा अपना खुद का एक घर खरीदने की थी। आरोपी सौरभ द्वारा पूछताछ में बताया गया कि उसके दिमाग में पूरी योजना का षड्यंत्र क्राइम पेट्रोल देखने के बाद आया था। जिसके उपरांत जल्दी पैसा कमाने के उद्देश्य से अभियुक्त सौरभ ने अपने सहअभियुक्तो के साथ मिलकर अपहरण की पूरी योजना बनाई। जिसके लिए अभियुक्त सौरभ द्वारा कुछ दिन पूर्व ही एक मोबाइल फोन व सिम की व्यवस्था की गई। जिसके उपरांत अभियुक्त सौरभ उपरोक्त ने अपने सहअभियुक्तो को पैसा कमाने का लालच देकर अपने साथ मिलाकर अपहरण की पूरी योजना बनाकर रैकी की।

घटना से एक दिन पूर्व दिनांक 10.11.2021 को आरोपी सौरभ अपना धर्मशाला,गाँधी चौक थाना कोतवाली हाथरस में देवी भागवत कथा में आया था। जहां उसने वृद्ध महिला (अपहर्ता) को चिन्हित कर उनसे बात कर जान-पहचान बढ़ाई तथा बातों बातों में उनके घर, दुकान आदि के बारे में जानकारी की। उक्त सूचना के आधार पर अभियुक्त सौरभ और ऋषि द्वारा शैलेश (वादी) की दुकान की भी रैकी कि गई थी। इसके उपरान्त अगले दिन दिनांक- 11.10.21 को अभियुक्त सौरभ अपना धर्मशाला में देवी-भागवत कथा में आकर अपहृता से मिला तथा अपनी मां से मिलाने की बात कहकर उन्हें अपनी बातो में फंसाकर भागवत कथा से बाहर लेकर आ गया, जहां पहले से ही गाड़ी में सहअभियुक्त अपहरण के लिए तैयार बैठे हुए थे। सभी ने अपहृता को ईको गाड़ी में बिठा लिया (ईको गाड़ी मुख्य अभियुक्त सौरभ अग्रवाल के पिता के नाम है जिसको सौरभ भी चलाता है) तथा अपहृता शोर-शराबा न करे इसलिए मुंह पर सेलो टेप व आंखो पर रुमाल बांध दिया तथा गाड़ी में अपहरण कर कैलोरा चौराहा, सासनी, अलीगढ रोड, इगलास रोड, विजयगढ रोड, हाथरस बाईपास रोड, हतीसा भगवंतपुर, कुंवरपुर नगला वैश, हाइवे आदि स्थानों पर इधर-उधर घुमाते रहे तथा अपहृता के बेटे से बार-बार फोन कर पैसों की मांग कर रहे थें।

जिनको एसओजी एवं थाना कोतवाली पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में गाड़ी की घेराबंदी कर पकड़ लिया गयो, तथा अपह्रता को सकुशल बरामद कर लिया गया । गिरफ्तार अभियुक्तों से विस्तृत पूछताछ की जा रही हैं।

गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थाना कोतवाली हाथरस प्रभारी निरीक्षक अरविन्द कुमार राठी, एसओजी प्रभारी निरीक्षक गिरीश चन्द्र गौतम, सर्विलांस प्रभारी उपनिरीक्षक रितेश कुमार, वरिष्ठ उपनिरीक्षक अय्यूब खां, हेड कांस्टेबल राजेश कुमार, हेड कांस्टेबल जवाहर लाल, पवनेश कुमार, चन्द्रपाल सिंह, कांस्टेबल चेतन राजौरा, जोगिन्दर सिंह, सोनवीर सिंह, रमन कुमार, प्रिंस त्यागी, हिमांश, गौरव त्यागी, महिला कांस्टेबल अंशू चौधरी शामिल रहे। अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन आगरा द्वारा उक्त सराहनीय कार्य करने वाली पुलिस टीम को उनके उत्साहवर्धन हेतु 25 हजार रुपये के नगद पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा तथा पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा पुलिस टीम को उनके उत्सावर्धन हेतु 15 हजार रूपये के नगद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।



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