आखिर यह पूर्व आईपीएस अफसर हो ही गए भाजपा के-अब पहुंचेंगे पब्लिक के बीच

आखिर यह पूर्व आईपीएस अफसर हो ही गए भाजपा के-अब पहुंचेंगे पब्लिक के बीच

कानपुर। पुलिस सेवा की नौकरी से वीआरएस लेकर विभाग से बाहर आए पूर्व कमिश्नर असीम अरुण ने आखिरकार भाजपा का दामन थाम ही लिया है। राजधानी लखनऊ में भाजपा के दफ्तर पहुंचकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने वाले पूर्व आईपीएस अफसर अब पब्लिक के बीच पहुंचते हुए भाजपा का प्रचार प्रसार करते दिखाई देंगे।

रविवार को राजधानी स्थित भारतीय जनता पार्टी के राज्य मुख्यालय पर आयोजित किए गए कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह एवं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पूर्व आईपीएस अफसर असीम अरुण को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई है। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा है कि पूर्व आईपीएस अफसर असीम अरुण के पिता ने दलित एवं वंचितों के लिए बहुत सारा काम किया है। पुलिस में रहते हुए असीम अरुण के पिता ने लोगों को गुंडों से बचाया। जब मेरी बात असीम अरुण से हुई तो उन्होंने कहा कि मैं जनता पार्टी को सबसे अच्छी पार्टी मानता हूं। भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को देखते हुए पूर्व आईपीएस असीम अरुण ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने का फैसला लिया है। इस मौके पर असीम अरुण ने कहा है कि पहले नेता लोग गुंडों को छोड़ने के लिए फोन करते थे, लेकिन उत्तर प्रदेश में पहली बार इस सरकार में ऐसा नहीं हुआ है कि नेता लोग पुलिस को गुंडों एवं अपराधियों को सिफारिश ही फोन कर पाते। इससे पहले पूर्व आईपीएस अफसर असीम अरुण ने शनिवार को अपने फेसबुक पोस्ट पर तीसरा पत्र जारी करते हुए लिखा है कि उन्होंने मखमली जिंदगी छोड़कर अब दलित एवं वंचित की सेवा करने का संकल्प लिया है। इस नई राह पर उनके साथ पत्नी ज्योत्सना और दोनों बच्चों के साथ कन्नौज खैर नगर की जनता है।




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