आईईटी लखनऊ में 43 करोड़ रूपये की लागत - मंत्री आशुतोष टंडन

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सचिवालय के लोक भवन मीडिया सेंटर में आज प्राविधिक एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल ' की अध्यक्षता में एक वर्ष की प्राविधिक शिक्षा की उपलब्धियों के सम्बन्ध में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आशुतोष टंडन जी ने कहा कि प्राविधिक शिक्षा का कार्यभार ग्रहण करने के उपरांत गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा की सुनिश्चितता के लिए उनके समक्ष चार बड़ी चुनौतियाँ थीं, जिनमें राजकीय एवं अनुदानित तकनीकी संस्थानों में शिक्षकों की कमी पूर्ण करना, आवश्यक इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करना, ट्रेनिंग और प्लेसमेंट की समुचित व्यवस्था करना तथा राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश की तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता को प्रस्तुत करने के लिए नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडिएशन(एन.बी.ए.) से राजकीय एवं अनुदानित उच्च शिक्षा संस्थानों को एक्रिडिएट करवाने लिए प्रयास करना था उन्होंने कहा इस क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मार्गदर्शन में 280 से अधिक शिक्षकों की शुचिता एवं पारदर्शिता से नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण की गयी है साथ ही साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 200 करोड़ की पंडित दीन दयाल गुणवत्ता सुधार योजना लागू की गयी है, जिसके माध्यम से 100 करोड़ रूपये की परियोजनाओं के शिलान्यास एवं लोकार्पण संपन्न करवाए जा चुके हैं।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल ने कहा इस वर्ष ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट का कार्य युद्ध स्तर पर किया गया है ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट के कार्य को गति प्रदान करने के लिए यूनिवर्सिटी इंडस्ट्री इन्टरफेस सेल का गठन किया गया है, जिसके माध्यम से अब तक 20 हजार से अधिक रोजगार के सुलभ अवसर पूल कैंपस ड्राइव्स के माध्यम से छात्र-छात्राओं को उपलब्ध करवाए जा चुके हैं एन.बी.ए. एक्रिडिएशन की दिशा में हुए कार्यों का परिणाम है कि एमएमएमटीयू की तीन ब्रांच, एचबीटीयू की चार ब्रांच और यू.पी.टी.टी.आई., कानपुर की एक ब्रांच को इस वर्ष एन.बी.ए. एक्रिडिएशट प्राप्त हुआ है इस दिशा में लगातार समीक्षाएं की जा रही हैं। 2022 तक समस्त राजकीय एवं अनुदानित संस्थानों को एन.बी.ए. एक्रिडिएट करवाने का लक्ष्य है राजकीय संस्थानों के अतिरिक्त निजी संस्थानों को भी एन.बी.ए. से एक्रिडिएशन की पहल की गयी है और पहले चरण में 50 निजी संस्थानों को चयनित कर उनके मेंटर और मेंटी संस्थान नियुक्त किये गये हैं, जो इस वर्ष एन.बी.ए. से एक्रिडियेशन करवाने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं।
प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सफल योजना 'बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ' के आवाहन में यूपीएसईई-2018 की 100 टॉपर छात्राओं को लैपटॉप एवं 100 टॉपर एससीध्एसटी छात्र- छात्राओं को लैपटॉप प्रदान किया गया। डिप्लोमा सेक्टर की संयुक्त प्रवेश परीक्षा-2018 के माध्यम से प्रवेश लेने वाले 300 टॉपर छात्र-छात्राओं को भी लैपटॉप प्रदान किया गया इस वर्ष भी यूपीएसईई-2019 एवं संयुक्त प्रवेश परीक्षा-2019 के माध्यम से प्रवेश लेने वाले क्रमशः 200 एवं 300 छात्र-छात्राओं को लैपटॉप प्रदान किया जाना प्रस्तावित है। इसके साथ ही प्राविधिक शिक्षा विभाग द्वारा इस बार डिग्री और डिप्लोमा, दोनों सेक्टर में प्रवेश लेने वाले आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 10 प्रतिशत के आरक्षण की व्यवस्था की जा रही हैंै।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल ने कहा कि प्राविधिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत तीन प्राविधिक विश्वविद्यालय, 14 राजकीय अनुदानित घटक संस्थान, लगभग छह सौ निजी कॉलेज और लगभग 2.5 लाख छात्र तथा 147 राजकीय, 19 अनुदानित, 5 अन्य विभागों द्वारा संचालित पॉलिटेक्निक संस्थाएं तथा 1117 निजी क्षेत्र की पॉलिटेक्निक संस्थाएं संचालित हैं, जिनमें 2.25 लाख छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इतनी बड़ी छात्र संख्या के बावजूद डिग्री सेक्टर का परीक्षा परिणाम बिना किसी देरी के परीक्षा समाप्त होने के 30 दिन एवं पॉलिटेक्निक का परीक्षा परिणाम 45 दिन में घोषित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य में हमारा सत्र भी नियमित है और परिणाम भी समय से घोषित हो रहे हैं।
प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि विभाग राजकीय एवं अनुदानित उच्च तकनीकी संस्थानों का डिजिटाइजेशन करने हेतु 600 से अधिक कंप्यूटरों की आपूर्ति सुनिश्चित की गयी हैद्य राजकीय एवं अनुदानित पॉलिटेक्निकों में लगभग 1318 कंप्यूटरों की आपूर्ति की गयी है। राजकीय एवं अनुदानित उच्च तकनीकी संस्थानों में 8502.63 लाख रूपये की 21 नवीन विकास परियोजनाओं का मुख्यमंत्री के कर-कमलों द्वारा शिलान्यास एवं लोकार्पण सम्पन्न हुआ। उन्होंने बताया कि राजकीय एवं अनुदानित पॉलिटेक्निकों की 105 करोड़ की 75 नवीन परियोजनाओं का माननीय मुख्यमंत्री जी कर-कमलों द्वारा शिलान्यास एवं लोकार्पण सम्पन्न हुआ है, जिसमें 05 पालीटेक्निक, 14 छात्रावास, 08 अन्य भवन, 08 संस्थाओं में सोलर पावर प्लाण्ट, 15 संस्थाओं में वर्चुअल क्लासरूम तथा 25 संस्थाओं में कम्प्यूटर लैब की स्थापना का लोकार्पण किया गया। एकेटीयू के वास्तुकला संकाय में 4 करोड़ रूपये की लागत से नवीन भवन का निर्माण कार्य सम्पन्न करवाकर लोकार्पण किया गया यह भवन आधुनिक प्रयोगशालाओं से युक्त एवं वास्तुकला की इमर्जिंग टेक्नोलॉजी आधारित शिक्षा प्रदान करने की दृष्टि से निर्मित करवाया गया है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सफल योजना बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ के आवाहन में यूपीएसईई-2018 की 100 टॉपर छात्राओं को लैपटॉप एवं 100 टॉपर एससी एसटी छात्र- छात्राओं को लैपटॉप प्रदान किया गयाद्य डिप्लोमा सेक्टर की संयुक्त प्रवेश परीक्षा-2018 के माध्यम से प्रवेश लेने वाले 300 टॉपर छात्र-छात्राओं को भी लैपटॉप प्रदान किया गया। इस वर्ष भी यूपीएसईई-2019 एवं संयुक्त प्रवेश परीक्षा-2019 के माध्यम से प्रवेश लेने वाले क्रमशः 200 एवं 300 छात्र-छात्राओं को लैपटॉप प्रदान किया जाना प्रस्तावित है। राजकीय एवं अनुदानित पॉलिटेक्निकों में रुपये 816 लाख रूपये की लागत वाली 49 लैंग्वेज लैब्स स्थापित की गयी है। वर्ष 2018-19 में प्रदेश के समस्त पालीटेक्निकों में दिनांक 04 अक्टूबर, 2018 को द्वितीय दीक्षान्त समारोह आयोजित हुआ जिसमें लगभग 49000 छात्र-छात्राओं को डिप्लोमा प्रदान किया गया। वर्ष 2017-18 में उत्तीर्ण राजकीय एवं अनुदानित पालीटेक्निक संस्थाओं के 16278 उत्तीर्ण छात्रध्छात्राओं के सापेक्ष 7230 अर्थात् 44.42 प्रतिशत छात्रध्छात्राओं को रोजगार प्राप्त हुआ था, जबकि वर्तमान शैक्षिक सत्र 2018-19 में अध्ययनरत 19155 छात्रध्छात्राओं के सापेक्ष केवल कैम्पस इन्टरव्यू के माध्यम से सत्रावसान पूर्व ही अब तक 4838 छात्र-छात्राओं को (लगभग 25 प्रतिशत) रोजगार प्राप्त कराया जा चुका है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल ने बताया कि पालीटेक्निक के छात्र-छात्राओं को अधिकाधिक रोजगार प्राप्त कराने के दृष्टि से संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद, उ0प्र0, लखनऊ के परिसर में एक केन्द्रीयकृत ट्रेनिंग एवं प्लेसमेन्ट सेल की स्थापना की जा रही है, जिसके अन्तर्गत लखनऊ में राज्य प्लेसमेन्ट सेल तथा प्रदेश की 10 बड़ी संस्थाओं में क्षेत्रीय प्लेसमेन्ट सेल की स्थापना की गई है, जिनसे उस क्षेत्र की अन्य संस्थायें जोड़ दी गयी हैं। उक्त कार्य हेतु सर्वश्री मेधा फाउण्डेशन से एम0ओ0यू0 हस्ताक्षरित हो गया है तथा उच्च गुणवत्ता के प्रोफेशनल्स का उक्त कार्यालयों हेतु चयन प्रक्रियाधीन है। 14 राजकीय एवं अनुदानित उच्च तकनीकी संस्थानों एवं 2 तकनीकी विश्वविद्यालयों (एचबीटीयू, एमएमएमटीयू) में निर्माण एवं अनुरक्षण के कार्यों को गति प्रदान की गयी है महिला छात्रावासो की कमी को पूरा करने का कार्य किया जा रहा है साथ ही लैबों का आधुनिकीकरण, नवीन लैबों की स्थापना एवं प्रोजेक्ट और प्रोडक्ट बेस्ड लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए आधुनिक लैबों का निर्माण कार्य सम्पन्न करवाया जा रहा है। एकेटीयू के सेंटर फॉर एडवांस्ड स्टडीज में विभिन्न सेंसर लैब, गूगल कोड लैब और स्मार्ट सिटी सेम्युलेटर जैसी आधुनिक प्रयोगशालाओं का लोकार्पण सम्पन्न हुआ है। एकेटीयू के घटक संस्थान आईईटी, लखनऊ में 21 वर्षों से लंबित से पड़े 800 व्यक्तियों की क्षमता वाले प्रेक्षागृह के कार्य को सम्पन्न करवाया गया है।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन 'गोपाल ने बताया कि आईईटी लखनऊ में ही 43 करोड़ रूपये की लागत वाले पंडित अटल विहारी वाजपेई स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स की भी नींव रखी गयी है। छात्र-छात्राओं को संस्था कैम्पस में वाई-फाई की सुविधा हेतु 96 संस्थाओं में रिलायंस जियो के माध्यम से प्रदान किये जाने हेतु एम0ओ0यू0 किया गया था, जिनमें से 64 संस्थाओं में उक्त सुविधा प्रदान की जा चुकी है, और 32 संस्थाओं में कार्यवाही प्रचलित है। 47 पालीटेक्निकों में वर्चुअल क्लास रूम्स के माध्यम से ऑनलाइन प्रसारण द्वारा 87 विभिन्न विषय विशेषज्ञों, विद्वान शिक्षकों द्वारा व्याख्यान कराये गये। ऑनलाइन टीचिंग दृलर्निंग को बढ़ावा देने के लिए एकेटीयू के लखनऊ और नोएडा परिसरों में दो अत्याधुनिक शैक्षिक स्टूडियो की स्थापना की गयी है यहाँ चुनिंदा शिक्षकों के लेक्चर रिकॉर्ड करने का काम भी शुरु हो चुका है। राजकीय एवं अनुदानित पॉलिटेक्निकों एवं उच्च तकनीकी संस्थानों में वैकल्पिक ऊर्जा स्त्रोतों के विकास के लिए रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट की स्थापना के लिए पहल की जा रही है। छात्र-छात्राओं में संस्कार विकसित करने एवं मूल्य परक शिक्षा को बढ़ावा देने का भी कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है।
इसी क्रम में एकेटीयू में मूल्य परक शिक्षा के कोर्स को क्रेडिट कोर्स के रूप में लागू किया गया है। रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग और प्लेसमेंट के कार्यों में और तेजी लाई जाएगी। एकेटीयू के मिशन 10 हजार को मिशन 30 हजार में तब्दील करने का कार्य किया जाएगा। संस्थानों में निर्माण एवं अनुक्षण के विभिन्न शेष कार्यों को करने की योजना बना कर क्रियान्वयित करने के कार्य में भी तेजी लाई जाएगी। कालैबरेटिव टीचिंग एवं लर्निंग को बढ़ावा देने के लिए विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी देश एवं विदेश के विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों एवं कंपनियों के साथ करार किया जाएगा। प्रदेश की प्राविधिक शिक्षा को शीर्ष पर ले जाने के लिए प्रदेश सरकार दारा हर संभव सफल प्रयास किये जाते रहेंगे।
प्रेसवार्ता के दौरान सचिव प्राविधिक शिक्षा भुवनेश कुमार, विशेष सचिव डाॅ0 सरोज कुमार, एकेटीयू के कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक, निदेशक प्राविधिक शिक्षा आर0सी0 राजपूत एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।