डीएम ने बाढ़ से राहत व बचाव कार्यों के लिए विभागों द्वारा की गई तैयारियों की समीक्षा की

प्रयागराज। जिलाधिकारी भानुचंद्र गोेस्वामी ने बाढ़ से राहत व बचाव कार्य की तैयारियों के सन्दर्भ में संगम सभागार में बैठक की। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अरविंद सिंह, ए0डी0एम0 वित्त एम0के0 सिंह, ए0डी0एम0 प्रषासन वी0एस0 दूबे, एस0डी0एम सिटी ए0केे0 कनौजिया, एस0पी0 सिटी वी0के0 श्रीवास्तव सहित सम्बन्धित एडीएम, ए0सी0एम0 तथा सम्बन्धित अधिकारीगण के साथ-साथ क्षेत्र के सभासदगण भी मौजूद थे।
जिलाधिकारी ने राहत केन्द्रों को प्रभावी ढंग से चलाये जाने के लिए तथा प्रभावी व्यवस्था बनाये जाने के लिए सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देषित किया है कि आज हर हाल में सभी तैयारियां पूरी कर ली जाये। उन्होंने कहा कि जो भी राहत केन्द्र अभी चलाये जा रहे है और अभी आगे जो चलाये जाने है, उसमें पूरी व्यवस्था दुरूस्त हो।
जिलाधिकारी ने विभागवार बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों की गयी तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने विद्युत विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देषित किया कि ऐसे क्षेत्रों में जहां बाढ़ के पानी के आने की सम्भावना नहीं है, वहां पर किसी कारणवष बिजली आपूर्ति बाधित है, तो वहां पर बिजली आपूर्ति को तत्काल चालू करे तथा जिन क्षेत्रों में बाढ़ का पानी है और वहां पर फाल्ट हो जाता है, उससे निपटने की पूरी तैयारी कर लें। उन्होंने विद्युत विभाग के अभियन्ताओं को निर्देषित किया है कि 24 घण्टे विद्युत की सप्लाई किया जाना सुनिष्चित करें। बाढ़ प्रभावित लोगो के बनाये गये बाढ़ राहत केन्द्रों पर साफ-सफाई, पेयजल की व्यवस्था, बिजली तथा मच्छरों की दवाइयों का छिड़काव निरन्तर करते रहने के निर्देष दिये। नगर निगम केे अधिकारियों को निर्देषित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक राहत केन्द्रों पर डस्टबीन की व्यवस्था उपलब्ध कराये तथा मोबाइल टाॅयलेट भी समुचित मात्रा में उपलब्ध होने चाहिए साथ ही वहा ं पर साफ-सफाई की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को अभी से ही इसकी व्यवस्था करने के निर्देष दिये तथा सम्बन्धित उपजिलाधिकारियों को निर्देष दिया कि आज शाम तक इन व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें।
पषुचिकित्साधिकारी को निदर्षित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जहां कहीं भी पषु फंसे है, उन्हें वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर रखा जाये तथा वहां पर उनके चारे-पानी तथा रहने की व्यवस्था सुनिष्चित की जाये। उसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाष्त नहीं की जायेंगी। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देषित किया कि डाॅक्टरों तथा दवाओं की उपलब्धता सुनिष्चित करें। प्रत्येंक राहत केन्द्र पर एक डाॅक्टर के साथ-साथ एक ए0एन0एम0 की तैनाती की जाये तथा सभी सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को सुचारू रूप से चलाने की व्यवस्था सुनिष्चित करने के निर्देष दिये। कितने पम्पिंग स्टेषन अभी तक संचालित है और कितने अस्थायी अभी संचालित करने है की जानकारी नगर निगम से ली तथा निर्देषित किया कि जो अभी तक जो संचालित है तथा जिन्हें अभी संचालित करना है, सभी का आज शाम तक ट्रायल करकें सम्बन्धित क्षेत्र के पार्षदों को भी दिखाले तथा जो भी कमी रह गयी है, उसे दूर करें। कहीं पर भी सिवरेज और ड्रेनेज की व्यवस्था ध्वस्त नहीं होनी चाहिए। जहा पर भी पम्प लगाने है, वहां पर पम्प लगाकर पूरी व्यवस्था कर लें। जिलाधिकारी ने जिला आपूर्ति अधिकारी एवं बेसिक षिक्षा अधिकारी को निर्देष दिया कि खान-पान में कोई कमी नहीं आनी चाहिए। प्रत्येक राहत षिविरों में आपूर्ति निरीक्षकों की ड्यूटी लगायी जायेगी तथा खान-पान की समुचित व्यवस्था की जायेगी। राहत केन्द्रों पर बिजली की कटौती किसी भी कीमत पर नही किया जायेगा।
उन्होंने प्रत्येक राहत केन्द्रों पर पुरूष होमगाड्र्स और महिला महिला होमगाड्र्स की तैनाती करने तथा बोट की समुचित व्यवस्था रखने के लिए उप-जिलाधिकारी को निर्देषित किया। बाढ़ केन्द्रों के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिसका नं0 - 0532-2641577, 0532-2641578 है।