कौन होगा यूपी का मुख्य सचिव...!

कौन होगा यूपी का मुख्य सचिव...!

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आईएएस अफसर के लिए सबसे अहम पद मुख्य सचिव की कुर्सी पर विराजमान डा. अनूप चन्द्र पाण्डेय का कार्यकाल 31 अगस्त को पूरा होने वाला है। अब प्रदेश का नया मुख्यसचिव कौन होगा? ये यूपी ब्यूरोक्रेसी के गलियारे की सबसे ज्वलंत चर्चा है। इन्हीं चर्चाओं में 1984 बैच के आईएएस अफसर संजय अग्रवाल, 1984 बैच के ही दुर्गा शंकर मिश्रा व 1985 बैच के आईएएस अफसर आरके तिवारी का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। चर्चा ये भी है कि वर्तमान मुख्य सचिव डा.अनूप चन्द्र पाण्डेय को सेवा विस्तार देने के बाद उन्हें ही मुख्य सचिव के पद पर बरकरार रखा जा सकता है।

जानकारों की मानें तो अपने से वरिष्ठ 13 आईएएस अफसरों को सुपरसीड करके अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त के पद पर तैनात डा.अनूप चन्द्र पाण्डेय को तत्कालीन मुख्यसचिव राजीव कुमार के सेवानिवृत्त होने पर 30 जून 2018 में प्रदेश का मुख्य सचिव बनाया गया था। तेजतर्रार आईएएस अफसर डा.अनूप चंद्र पांडेय को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अधिकारियों में शुमार किया जाता है। डा.अनूप चंद्र पांडेय वित्त विभाग के प्रमुख सचिव, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के चेयरमैन के पद पर भी रहे चुके हैं।

अनूपचन्द्र पाण्डेय

चण्ड़ीगढ़ के मूल निवासी अनूपचन्द्र पाण्डेय की जन्मतिथि 15 फरवरी 1959 है। वे 1984 बैच के आईएएस अफसर हैं और बतौर आईएएस अफसर उन्होने अपनी सेवा की शुरूआत लखनऊ में सहायक मजिस्ट्रेट के रूप में की थी। इसके बाद वे सीडीओ अलीगढ़, संयुक्त सचिव उद्योग व खेलकूद, संयुक्त प्रबन्ध निदेशक कोपरेटिव शुगर मिल संघ, प्रबन्ध निदेशक गढ़वाल मंडल विकास निगम, डीएम पिथौरागढ़ व मंसूरी के बाद लखनऊ के मंडलायुक्त भी रहे। कल्चरल अफेयर, सूचना एंव जनसम्पर्क विभाग, सांस्कृतिक मामले, कृषि उत्पादन मण्डी परिषद, विनिवेश विभाग नई दिल्ली, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग नई दिल्ली के निदेशक व राज्य योजना संस्थान उ.प्र के महानिदेशक व सभी के लिए शिक्षा राज्य परियोजना निदेशक भी रहे हैं। अनूप चन्द्र पाण्डेय भारत सरकार में श्रम और रोजगार विभाग के संयुक्त सचिव व भारत सरकार के ही रक्षा/रक्षा विभाग के भूतपूर्व सैनिक कल्याण मंत्रालय के अपर सचिव पद पर भी तैनात रहे हैं। इसके साथ ही यूपी-उत्तराखण्ड़ विकास विभाग, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग व पर्यावरण विभाग के विशेष सचिव और आयुक्त खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग व खाद्य एवं औषधि प्रशासन उत्तर प्रदेश पद पर भी रहे हैं। अनूपचन्द्र पाण्डेय सचिव मुख्यमंत्री सहित यूपी स्टेट विभाग, नियुक्ति, कार्मिक, सतर्कता और सम्पदा, बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, चिकित्सा और स्वास्थ्य विभागों में सचिव सहित उत्तर प्रदेश योजना विभाग, उत्तर प्रदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग, चिकित्सा विभाग, वित्त विभाग के प्रमुख सचिव व वित्तायुक्त पद पर रहने के बाद वित्त विभाग, संस्थागत वित्त के अतिरिक्त मुख्य सचिव पद पर कार्य करने के बाद वर्तमान में 30 जून 2018 से प्रदेश के मुख्य सचिव पद पर कार्यरत हैं।


संजय अग्रवाल

30 सितम्बर 2018 से केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में सचिव पर कार्य कर रहे 1984 बैच के अलीगढ़ निवासी आईएएस अफसर संजय अग्रवाल का नाम मुख्य सचिव की दौड़ में सबसे पहले लिया जा रहा है। उनकी जन्मतिथि 1962 है और उन्होने अपनी सेवा प्रयागराज तत्कालीन इलाहाबाद से बतौर सहायक मजिस्ट्रेट आरम्भ की थी। इसके बाद वे मुख्य विकास अधिकारी मेरठ, अतिरिक्त रजिस्ट्रार कोपरेटिव सोसायटिज उत्तर प्रदेश, संयुक्त सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय, संयुक्त सचिव, एपीसी शाखा, संयुक्त सचिव यूपी पर्यटन विभाग, जिलाधिकारी बस्ती, शाहजहाँपुर, मिर्जापुर, मेरठ, लखनऊ, प्रशासक, नगर निगम प्रयागराज, निदेशक एकीकृत बाल विकास योजना, मुख्य नगर अधिकारी नगर निगम लखनऊ, सचिव मुख्यमंत्री, प्रबन्ध निदेशक यूपी रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा, कृषि, कृषि शिक्षा और अनुसंधान विभाग, चीनी उद्योग और गन्ना विकास, सहकारी विभाग और रजिस्ट्रार, सहकारी समितियां, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, खाद्य और औषधि नियंत्रण विभाग, यूपी आइडीसी, बिजली विभाग, चिकित्सा, राज्य विद्युत उत्पादन, पारेसण और जल विद्युत निगम, अधिशासी निर्देशक उद्योग बंधु, अध्यक्ष यूपीपीसीएल, अध्यक्ष नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस वे, सीईओ यमुना एक्सप्रेस वे, आईडीए गौतमबुद्धनगर, अतिरिक्त मुख्य सचिव। यूपी सरकार को। पावर, आईडीसी, एनआरआई विभाग, अतिरिक्त मुख्य सचिव माध्यमिक और उच्चतर शिक्षा, लोक निमार्ण विभाग उत्तर प्रदेश पर कार्य चुके हैं। अब वे केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति पर नई दिल्ली में कृषि और किसान कल्याण विभाग के सचिव पद पर कार्यरत हैं।

आईएएस अफसर संजय अग्रवाल की यूपी की ब्यूरोक्रेसी में पहचान ट्रबल शूटर अधिकारी के रूप में होती है। मामला चाहे किसी भी विभाग का क्यों न हो, जब भी कोई मामला ब्यूरोक्रेसी के सामने अटका, संजय अग्रवाल ने उसे हल करने में अहम भूमिका निभाई है। मौजूदा सरकार में जब विभागों के पुनर्गठन की चर्चा शुरू हुई तो संजय अग्रवाल ने मोर्चा संभाला। उन्हें विभागों के पुनर्गठन के लिए बनी कमिटी का अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने किसानों की कर्जमाफी योजना में भी अहम भूमिका निभाई थी। मौजूदा मुख्य सचिव डॉ. अनूप चन्द्र पांडेय के साथ मिलकर कर्जमाफी की योजना का खाका खींचा था। यूपी में सरकार किसी की भी दल की रही हो, संजय अग्रवाल हर सरकार में अहम भूमिका में रहे हैं। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है उनकी त्वरित निर्णय लेने की क्षमता और बेहतरीन प्रशासनिक कौशल।


दुर्गाप्रसाद मिश्रा

मुख्य सचिव पद की दौड़ में शामिल वर्तमान में केन्द्र में 28 जून 2017 से प्रतिनियुक्ति पर सचिव शहरी विकास पद पर कार्य रहे 1984 बैच के आईएएस अफसर दुर्गाप्रसाद मिश्रा मऊ जनपद के मूल निवासी हैं। उन्होंने 1985 में बतौर सहायक मजिस्ट्रेट वाराणसी से अपनी सेवा की शुरूआत की थी। इसके बाद वे कार्यकारी मजिस्ट्रेट बरेली, बांदा, संयुक्त सचिव गृह व पर्यटन विभाग, सीडीओ लखनऊ, विशेष सचिव टूरिज्म एंड सिविल एविएशन, स्पोर्ट्स, लघु उद्योग, जिलाधिकारी सोनभद्र व आगरा, उपाध्यक्ष आगरा विकास प्राधिकरण, उपाध्यक्ष, कानपुर विकास प्राधिकरण, प्रबंध निदेशक, एससी-एसटी वित्त और सहकारिता विकास, सचिव चिकित्सा और स्वास्थ्य, कर और पंजीकरण विभाग, खाद्य, औषधि नियंत्रण प्रशासन, कृषि और अनुसंधान विभाग, प्रमुख सचिव खाद्य और पेय पदार्थ विभाग, मुख्यमंत्री कार्यालय, कर और पंजीकरण विभाग, और महानिदेशक, नागरिक उड्डयन, एंटरटेनमेंट टैक्स विभाग और डीजी, सिविल एविएशन, उत्तर प्रदेश, लघु सिंचाई विभाग, होमगार्ड विभाग के बाद नई दिल्ली में संयुक्त सचिव खान मंत्रालय, अपर सचिव शहरी विकास और वर्तमान में भी इसी पद पर कार्य कर रहे डीपी मिश्रा प्रशिक्षण पर सिड़नी भी जा चुके हैं। दुर्गा प्रसाद मिश्रा निदेशक होम अफेयर्स नई दिल्ली, संयुक्त सचिव होम अफेयर्स नई दिल्ली, नागरिक उड्डयन विभाग नई दिल्ली में भी कार्य कर चुके हैं।


राजेन्द्र कुमार तिवारी

उत्तर प्रदेश में आईएएस अफसरों के लिए मुख्यसचिव के बाद नम्बर दो पर आने वाले कृषि उत्पादन आयुक्त एवं अपर मुख्य सचिव, उच्च शिक्षा विभाग के पद पर 31 जुलाई 2019 से कार्यरत 1985 बैच के आईएएस अधिकारी राजेन्द्र कुमार तिवारी भी मुख्य सचिव पद की दौड़ में शामिल है। हमीरपुर जनपद के निवासी आरके तिवारी ने बतौर आईएएस अफसर अपनी सेवा कानपुर नगर के मुख्य अधिकारी पद से आरम्भ की थी। इसके बाद वे जीएम, यूपीएफसी कनपुर नगर, सीडीओ अयोध्या, संयुक्त सचिव गृह, विशेष सचिव गृह, ट्रांसपोर्ट, तकनीकी शिक्षा, वित्त, कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा व सार्वजनिक निर्माण विभाग, डीएम पिथौरागढ़, सुल्तानपुर, बाराबंकी, मिर्जापुर आगरा, कमिश्नर गोरखपुर, अपर आयुक्त व्यापार कर, निदेशक आईसीडीएस, रजिस्ट्रार को-ऑप्रेटिव सोसाइटीज, सचिव माध्यमिक शिक्षा, खनिज, उत्तर प्रदेश मेडिकल (आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथिक) विभाग व गृह, आयुक्त एवं निदेशक मंडी परिषद, आयुक्त परिवहन, आयुक्त, ग्रामीण विकास, प्रमुख सचिव कारागार, आईटी, इलैक्ट्रोनिक्स, श्रम व रोजगार, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रम व रोजगार, वाणिज्यिक कर, मनोरंजन, पंचायती राज, उच्च शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा विभाग के पदों पर कार्य कर चुके आरके तिवारी वे विदेश में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए जा चुके हैं।

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