खुले यमुनोत्री धाम के कपाट, मोदी के नाम से हुई पहली पूजा

खुले यमुनोत्री धाम के कपाट, मोदी के नाम से हुई पहली पूजा

रूद्रप्रयाग। देवभूमि उत्तराखंड में पवित्र पावन गंगा नदी के उद्गम स्थल स्थित मां श्रीगंगोत्री धाम के कपाट विधि-विधान पूर्वक शनिवार बैशाख शुक्ल तृतीया के शुभ मुहुर्त पर सुबह सात बजकर 31 मिनट पर खुल गये। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से पहली मां गंगा की आरती हुई तथा जन कल्याण की कामना की गयी।

शनिवार को हुई पूजा अर्चना के बाद श्री गंगोत्री धाम के कपाट खुलने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत तथा पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बधाई दी है। चारधाम यात्रा स्थगित होने के कारण धामों के कपाट सांकेतिक रूप से खुल रहे है। केवल पूजा परंपरा से जुड़े लोगों को ही धामों में जाने की अनुमति है। धामों में पूजा- अर्चना विधिवत रूप से चलती रहेगी। गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के समय भी कोरोना मानक संचालन प्रक्रिया का पालन किया गया।

इस अवसर पर श्री गंगोत्री मंदिर समिति अध्यक्ष सुरेश सेमवाल, सचिव दीपक सेमवाल, राजेश सेमवाल, उपजिलाधिकारी भटवाड़ी देवेन्द्र सिंह नेगी, उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के विशेष कार्याधिकारी, प्रभारी अधिकारी गंगोत्री धाम राकेश सेमवाल, अरविंद सिंह नेगी, कल्याण सिंह नेगी आदि मौजूद रहे। इससे पूर्व, शुक्रवार को मां गंगा की भोग मूर्ति भैरों घाटी पहुंची थी। जहां से आज प्रातः चार बजे मां गंगा की डोली ने गंगोत्री धाम के लिए प्रस्थान किया था।

श्री मां गंगोत्री धाम के कपाट खुलने से पहले शुक्रवार को श्री मां यमुनोत्री धाम के कपाट विधि विधान से खोले गए। दोनों पवित्र धामों पर पूजा के लिये प्रधानमंत्री द्वारा देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के माध्यम से भेजे गये एक हजार एक सौ रूपये की भेंट मंदिर समिति को प्रदान कर विशेष पूजा कराई गई।

उधर, देहरादून में राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने देश-दुनिया के तीर्थयात्रियों एवं श्रद्धालुओं को बधाई देते हुए कहा कि यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही सबसे पहले प्रधानमंत्री के नाम की विशेष पूजा अर्चना की गई और उनके नाम से मंदिर में भेंट भी चढ़ाई गई। उन्होंने बताया कि आज सुबह साढ़े सात बजे विशेष मंत्र उच्चारणों के साथ गंगोत्री के पंडा पुरोहितों ने सीमित संख्या में पहुंचकर गंगोत्री मंदिर के कपाट खोले। पुरोहितों ने देश और दुनिया को कोरोना महामारी से निजात दिलाने के लिए विशेष पाठ का आयोजन किया।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि कोरोना के मुश्किल समय में श्रद्धालुओं की भावना का सम्मान करते हुए चारधाम के ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की जा रही है। ताकि लोग घर पर बैठकर वर्चुअल रूप से चारधाम के दर्शन कर सकें। उन्होंने गंगोत्री धाम के रावल, पुजारीगण और मंदिरों से जुड़े स्थानीय हक हकूक धारी, पंडा पुरोहित, कर्मचारी व अधिकारी को कोरोना गाइड लाइन का पालन करने का आग्रह किया है। साथ ही सामाजिक दूरी और मास्क पहनने जैसी सभी जरूरी एहतियाती कदम भी उठाने की अपील की।

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