RSS नेता के पुत्र की आत्महत्या मामले में 5 पर मुकदमा 10 लाइन हाजिर
बागपत। आरएसएस नेता के पुत्र द्वारा मां की गिरफ्तारी से आहत होकर की गई आत्महत्या के मामले में मचे बवाल के बाद पुलिस ने बैकफुट पर आते हुए 10 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इस मामले में पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने और 10 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किए जाने के बाद ग्रामीणों ने मृतक युवक के शव को पुलिस को उठाने दिया।
जनपद बागपत के बिनौली ब्लाक क्षेत्र के गांव रंछाड में आरएसएस नेता के युवा पुत्र द्वारा मां की गिरफ्तारी से आहत होकर की गई आत्महत्या को लेकर ग्रामीणों में अभी तक भी जबरदस्त गुस्सा है। तकरीबन 13 घंटे तक गांव में जमकर बवाल मचा रहा। आरएसएस नेता नेता के पुत्र की आत्महत्या के मामले में ग्रामीण दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग पर अड़े रहे और उन्होंने मृतक के शव को मौके से उठने नहीं दिया। जिसके चलते पुलिस को बैकफुट पर आते हुए मंगलवार की सवेरे तकरीबन सात बजे 10 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर करने के साथ-साथ 5 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। तब कहीं जाकर ग्रामीणों ने शव को वहां से उठने दिया। सोमवार से बवाल कर रहे ग्रामीण जिलाधिकारी और आईजी को मौके पर बुलाने तथा पूरा थाना सस्पेंड कराने की मांग कर रहे थे। दरअसल बिनोली खंड के संघचालक श्रीनिवास का 22 वर्षीय बेटा अक्षय सोमवार को अपनी मां के साथ रंछाड गांव में प्राथमिक विद्यालय में वैक्सिनेशन कराने गया था। वैक्सिनेशन सेंटर पर भीड़ थी। पहले वैक्सिनेशन कराने को लेकर उसकी पुलिस से कहासुनी हो गई। इस बीच पुलिस कर्मियों ने अक्षय के साथ मारपीट की। इसका वीडियो भी सामने आया था। वीडियो में पुलिस अक्षय को ले जा रही है। अक्षय को मारने के बाद पुलिस उसको अपने साथ ले गई। हालांकि, वो पुलिस कर्मी से खुद को छुड़ाकर भाग निकला था। इसके बाद पुलिस ने अक्षय के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। पुलिस ने उसको गिरफ्तार करने के लिए रंछाड गांव में दबिश भी दी। दबिश में अक्षय के साथ उनकी मां सहित परिवार के अन्य लोगों को हिरासत में ले लिया गया। इस बीच पुलिस पर घर में घुसकर तोड़फोड़ करने का भी आरोप ग्रामीणों ने लगाया था। गांव वालों का आरोप था कि, बिनोली थाना पुलिस ने घर में घुसकर तोड़फोड़ की और संघचालक के परिवार को हिरासत में लेकर अभद्रता की। गांव वाले आईजी मेरठ रेंज प्रवीण कुमार को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे।
मामले का संज्ञान में लेते हुए एसपी बागपत अभिषेक सिंह ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने मामले में लापरवाही बरतने पर बिनौली थाना इंस्पेक्टर चंद्रकांत पांडेय, एसएसआइ दिनेश सिंह तालान समेत 10 पुलिसकर्मीयों को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया।