टूटने को थी 200 के जीवन की डोर-ऐन वक्त पर संजीवनी ने थामी सांस

टूटने को थी 200 के जीवन की डोर-ऐन वक्त पर संजीवनी ने थामी सांस

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर की तेज होती रफ्तार की वजह से पूरे देश में ऑक्सीजन प्राप्ति को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। राजधानी दिल्ली में ऑक्सीजन के गंभीर संकट के बीच जयपुर गोल्डन अस्पताल में रात अति गंभीर 20 रोगियों की मौत के बाद 200 मरीजों की सांसे अटक गई थी। अस्पताल के पास महज आधे घंटे की ऑक्सीजन बची थी। तभी एन वक्त पर आए ऑक्सीजन के टैंकर ने आफत में फंसे मरीजों को राहत देते हुए उनकी जान बचा ली। बताया गया है कि राजधानी दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति हो गई है। दोपहर के समय एक टैंकर अस्पताल में ऑक्सीजन लेकर पहुंचा। इसके बाद अस्पताल में मरीजों को ऑक्सीजन की आपूर्ति शुरू की गई। चिकित्सालय के चिकित्सा निदेशक डॉ डीके बलूजा ने पीटीआई को बताया है कि भंडार कम होने की वजह से अस्पताल में ऑक्सीजन का दबाव घट गया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में करीब 200 मरीज भर्ती हैं और उनके पास 10.45 पर केवल आधे घंटे की आॅक्सीजन बची थी। कई घंटों की देरी के के बाद अस्पताल को मध्य रात्रि में ऑक्सीजन की अंतिम रिफिल प्राप्त हुई थी। सरकार से किसी तरह कोई मदद मिली है यह पूछे जाने पर चिकित्सा निदेशक ने कहा कि किसी ने भी कोई वायदा नहीं किया है। हर कोई कह रहा है कि हम भरसक कोशिश कर रहे हैं। डाॅ. बलूजा ने बताया कि अस्पताल में भर्ती तकरीबन 200 मरीजों में से 80 प्रतिशत मरीज इस समय ऑक्सीजन पर हैं जिनमें से करीब 35 मरीज आईसीयू में भर्ती है। उधर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ऑक्सीजन की कमी के चलते दिल्ली के एक अस्पताल में 20 मरीजों की मौत होने पर शनिवार को दुख जताया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने ट्वीट किया, श्दिल्ली के जयपुर गोल्डन अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से कई मरीजों की मौत बहुत दुखद है। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के प्रति हैं।श् कांग्रेस नेता ने दिल्ली सरकार और पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करें।



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