क्रांतिकारी शालू सैनी ने शुक्रताल पहुंचकर किया अस्थी विसर्जन

क्रांतिकारी शालू सैनी ने शुक्रताल पहुंचकर किया अस्थी विसर्जन

मुजफ्फरनगर। लावारिसों की वारिस क्रांतिकारी शालू सैनी ने ने वारिस बनकर, जिनके इस सप्ताह अंतिम संस्कार किये थे, आज उन अस्थियों को अपनी स्कूटी से ले जाकर शुक्रताल गंगा में विसर्जित किया।

गौरतलब है कि साक्षी वेल्फेयर ट्रस्ट की राष्ट्रीय अध्यक्ष/लावारिसां की वारिस क्रांतिकारी शालू सैनी को लावारिसां के निःशुल्क अंतिम संस्कार के लिए वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान प्राप्त हुआ है। एक हफ्ते के अंदर वारिस बनकर जो भी निःशुल्क अंतिम संस्कार किए थे। शालू सैनी ने कहा कि आज उन सभी पुण्य आत्माओं की अस्थियों को शुक्रताल गंगा में विसर्जित किया और सभी की आत्माओ की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर पुण्य आत्माओं को जन्म मरण के बंधन से मुक्ति मिले।


क्रांतिकारी शालू सैनी ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके पास सन साधनों का अभाव है उसके बावजूद भी वह कभी होंसला नही हारती उनके बड़े भैया राजू सैनी के अलावा अब कुछ सहयोगी भी उनका सहयोग करने लगे हैं।


उन्होंने कहा कि इस सेवा में जो भी दानवीर इच्छा अनुसार सहयोग कर सकता है वो संस्था के 8273189764 गूगल पे या फोन पे पर कर सकता हैं अपनी कमाई से यदि 10 रुपए भी पर व्यक्ति निकाल पुण्य कार्य में लगाता है तो उसे उसका भी फल जरूर मिलता है और एक लावारिस को उसका वारिस व अंत समय में किसी को कफन नसीब हो सकता है क्योंकि ना कोई साथ लेकर कुछ आता है और ना कोई कुछ लेकर जाता है। उन्होंने सभी से अपील भी की सामाजिक कार्य अकेले नही हो सकते इसलिए वो सभी का सहयोग चाहती है, जिसका इस दुनिया में कोई नही है उनकी अंतिम विदाई के सहयोगी जरूर बने।

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