खाते धारकों के 8 लाख डकारने वाला डाककर्मी दो माह बाद गिरफ्तार

खाते धारकों के 8 लाख डकारने वाला डाककर्मी दो माह बाद गिरफ्तार

भुवनेश्वर। अपना और परिजनों का पेट काटकर इकटठा की गई नगदी को डाककर्मी खाते में जमा करने की बजाय अपनी गांठ में लपेटकर फरार हो गया। खाते धारकों को जब इस बात का पता चला तो उनकी सिट्टी पिट्टी गुम हो गई। पीड़ितों ने थाने पहुंचकर लाखों रुपए की रकम लेकर फरार हुए डाककर्मी को दबोचकर कार्यवाही की गुहार लगाई। पुलिस ने तकरीबन 2 महीने की कड़ी मशक्कत के बाद आरोपी को दबोचकर गिरफ्तार कर लिया, लेकिन खाते धारको के पैसे अभी उनके हाथ नहीं लग सके हैं।

दरअसल उड़ीसा के कोरापुट जिले के नारायण पटना निवासी कुछ लोगों ने नारायण पटना स्थित उप डाकघर में खाता खोलकर नगदी जमा करनी शुरू कर रखी थी। वक्त जरूरत के लिये अपना और परिजनों का पेट काटकर एक एक पाई जोडकर इकट्ठा करते हुए डाकघर में जमा की गई धन राशि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी वृंदावन दलाई को खाते में जमा करने को सौंप दी गई।

पुलिस अधिकारी रघुनाथ मांझी के अनुसार वृंदावन दलाई ने नारायण पटना उप डाकघर में काम करते हुए खाते धारको से पैसे तो ले लिए मगर वह उनके खाते में जमा नहीं किए। जरूरत पड़ने पर जब खातेदार अपने अकाउंट से पैसे निकालने के लिए डाकघर पहुंचे तो पता चला कि उनके खाते में रकम ही नहीं है। तत्काल चतुर्थ श्रेणी डाककर्मी वृंदावन दलाई की खोजबीन शुरू हुई लेकिन वह तकरीबन 8 लाख 33 हजार रुपए लेकर गायब हुआ मिला।

पीड़ित खाताधारकों ने पुलिस के पास पहुंचकर कार्यवाही की गुहार लगाई। तकरीबन 2 महीने की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस लाखों रुपए की नगदी को लेकर फरार हुए चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को दबोचकर लाने में कामयाब रही।

परंतु आरोपी के पास से गबन की गई धनराशि बरामद नहीं हो सकी, जिसके चलते खाते धारक अभी तक स्वयं को ठगा हुआ सा महसूस कर रहे हैं। पीड़ितों ने पुलिस से मांग की है कि वह किसी तरह गबन किए गए उनके रुपयों की वापसी की व्यवस्था कराएं।

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