पुलिस ने दिखाई मानवता- पानी में भीगे भिखारी के नोटों को किया दुरुस्त

मुजफ्फरनगर। ट्रैफिक पुलिस के जवान को देखकर अक्सर लोग या तो रास्ता बदल जाते हैं या ट्रैफिक के नियम तोड़ने पर चालान भुगतते हैं, तब ट्रैफिक पुलिस की छवि ऐसे लोगों के जेहन में खलनायक के तौर पर उभरती है लेकिन कड़ी धूप में भी ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त कराने वाले इसी ट्रैफिक पुलिस के जवान ने एक मंदबुद्धि भिखारी की मदद करके मानवता की वह मिसाल कायम की, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है।

गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर जनपद के शहर के मीनाक्षी चौक पर लगभग 2 हफ्ते तक चली कावड़ यात्रा में मुस्तैदी से ड्यूटी करने वाले हैड कांस्टेबल ललित कुमार, कांस्टेबल प्रदीप कुमार व होमगार्ड के जवान भीम सिंह, विवेक कुमार, सत्येंद्र और राजीव पुलिस बूथ में बैठे हुए थे, तभी एक मंदबुद्धि भिखारी उस बूथ के बाहर बैठा और उसने पुलिस की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देखने के बाद अपनी जेब से भीगे हुए नोट निकालने शुरू कर दिए।

भिखारी के उस व्यवहार से यह समझा जा सकता है कि कई दिन की भारी बारिश और कावड़ के बाद उसको अपने जेब में रखे रुपए भीगने के बावजूद भी शायद इसलिए सही नहीं किए कि कहीं कोई उसके पैसे लेकर भाग ना जाए। जब पुलिस बूथ के पास यह मंदबुद्धि भिखारी बैठा तो सिपाही प्रदीप की तरफ देखकर उसने पैसे निकालने शुरू करते हुए चाय पीने का इशारा किया।

ट्रैफिक के सिपाही प्रदीप ने पड़ोस में ही चाय वाले को चाय के लिए बोल दिया तो भिखारी की थोड़ी और उम्मीद पुलिस बूथ में बैठे वर्दी वालों में दिखाई दी और उसने अपने पैसे बाहर निकालने शुरू किए तो हेड कांस्टेबल ललित और कांस्टेबल प्रदीप कुमार ने उसकी मंशा समझ ली और दोनों ट्रैफिक कर्मियों और होमगार्ड के जवानों ने मिलकर उसकी जेब से भीगे सभी रुपयों को बाहर निकाला और उन्हें धूप में रखकर सुखा दिए और उसको वापस कर दिए। जब वहां से गुजर रहे आम नागरिकों के साथ-साथ कुछ मीडिया कर्मियों की भी नजर पड़ी तो उन्होंने भी पुलिस के इस कदम की जमकर तारीफ की।