मौहर्रम माह की सातवीं तारीख को हजरत कासिम की शहादत पर फूट-फूट कर रोये सौगवार

मौहर्रम माह की सातवीं तारीख को हजरत कासिम की शहादत पर फूट-फूट कर रोये सौगवार

जानसठ। मौहर्रम माह की सातवीं तारीख के मौके पर शिया सौगवारों ने करबला के शहीद हजरत कासिम की शहादत को याद करके मातमी जुलूस निकाला।

स्थानीय इमामबारगाह जन्नत आबाद में आज सुबह शिया सौगवारों द्वारा आयोजित मजलिस में तकरीर करते हुए मौलाना तालिब हुसैन ने कहा कि हिन्दुस्तान दुनिया का सबसे अच्छा मुल्क है। शायद इसीलिए ही इमाम हुसैन ने हिन्दुस्तान आने की तमन्ना की थी। आज भी दुनिया में अगर मुसलमान कहीं सुरक्षित है तो वह हिन्दुस्तान मुल्क ही है। मजलिस में हजरत इमाम हुसैन के भतीजे हजरत कासिम की शहादत का किस्सा बयान होते ही शिया सौगवार फूट-फूटकर रोने लगे। मजलिस के बाद अलम व जुलजनाह बरामद किया गया।

इसके बाद मातमी जुलूस नोहा पढ़ते हुए व मातम करते हुए शिव मन्दिर पर पहुंचा, जहां सौगवारों ने हल्का बनाकर जोरदार मातम किया। खुशीराम चैक से होते हुए मातमी जुलूस इमामबारगाह जरिये मुबारक पर पहुंचकर सम्पन्न हुआ। सोजवानी मुनव्वर जानसठी व नौहारवानी सलीम जैदी, हिलाल मेहंदी व मुनिस रजा ने की। जुलूस में नवाब हसन, अली खां, दानिश अली खां, समीरअली खां, अजहर अब्बास, शराफत हुसैन, शाहआलम जैदी, शाह अब्बास जैदी, सिमबर जैदी, फेज केसर, इकबाल हुसैन, आरिफ हुसैन व कौसर मियां मुख्य रूप से मौजूद रहे।

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