बाढ़ में कई लोगों की मौत- मुख्यमंत्री करेंगे हवाई सर्वेक्षण

बाढ़ में कई लोगों की मौत- मुख्यमंत्री करेंगे हवाई सर्वेक्षण

कडप्पा। आंध्र प्रदेश के वाईएसआर कडप्पा जिले में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण हुई भारी बारिश और बाढ़ की वजह से 12 लोगों की मौत हो गयी है तथा कई अन्य लापता हैं।

पुलिस ने बताया कि जिले के राजमपेट डिवीजन के नंदलुरु, मंडवल्ली और आकापाडु गांवों में बाढ़ के पानी में एपीएसआरटीसी की तीन बसें फंस गयीं। चेयुरु जलाशय के टूटने के कारण बाढ़ का पानी सड़कों पर भर गया था, जिसमें ये बसें डूब गईं।

एक बस में सवार कुछ यात्री बाढ़ के पानी में बहते पाये गये। गुडलुरु गांव में सात शव निकाले गए, रायवरम गांव में तीन शव निकाले गए और मदनपल्ले गांव में दो शव निकाले गए। अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि वे बस के यात्रियों के शव हैं या आसपास के ग्रामीणों के।

दमकल कर्मियों ने अन्य दो बसों के यात्रियों को बचा लिया। पुलिस ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि कुछ अन्य अब भी लापता हैं। वाईएसआर कडप्पा जिला भारी बारिश और बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति में शुक्रवार को यहां कहा गया कि मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी स्थिति का आकलन करने के लिए शनिवार को कडप्पा जिले में हवाई सर्वेक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने भारी बारिश के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और अधिकारियों को मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भारी बारिश से प्रभावित लोगों की मदद के लिए आगे आयेगी और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि उन्होंने नेल्लोर, चित्तूर और वाईएसआर जिलों के जिला कलेक्टरों को पूरी उदारता के साथ लोगों की जरूरतें पूरी करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि नौसेना के दो हेलिकॉप्टर अनंतपुर और वाईएसआर जिलों में बचाव अभियान के लिए भेजे गये हैं। इसके अलावा पांच और नौसैनिक हेलिकॉप्टरों को अभियान में लगाने के लिए चर्चा जारी है।

उन्होंने कहा कि फसलों को हुए नुकसान का पता लगाने के लिए टीमों का गठन किया गया था और बारिश कम होने के बाद नुकसान की गणना की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि चित्तूर, अनंतपुर और वाईएसआर जिलों में भारी बारिश से जिन मूंगफली किसानों की फसल खराब हुई है, उन्हें 80 प्रतिशत छूट पर और नेल्लोर जिले के धान किसानों को भी 80 प्रतिशत छूट पर बीज उपलब्ध कराये जाएंगे।"

मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने यह भी आश्वासन दिया कि रबी सीजन की फसल के नुकसान की जानकारी उसी सीजन में खरीफ सीजन की शुरुआत से पहले दी जाएगी।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने नेल्लोर, चित्तूर और वाईएसआर जिलों के जिला कलेक्टरों के साथ समीक्षा बैठक की और अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा। राज्य सरकार ने नेल्लोर, चित्तूर और वाईएसआर जिलों के लिए तीन-तीन विशेष अधिकारी नियुक्त किए हैं। राहत उपायों की निगरानी के लिए बुदिती राजशेखर को नेल्लोर, प्रद्युम्न को चित्तूर और शशि भूषण कुमार को वाईएसआर जिले का विशेष अधिकारी नियुक्त किया गया है।


वार्ता

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