जैन समाज ने भरी हुंकार- बोले कमजोर समझने की भूल ना करे सरकारें

जैन समाज ने भरी हुंकार- बोले कमजोर समझने की भूल ना करे सरकारें

मुजफ्फरनगर। जैन समाज एकता मंच की कोर ग्रुप बैठक में गुजरात में भगवान नेमिनाथ की कर्म स्थली गिरनार में असामाजिक तत्वों एवं अन्य लोगों के जमावड़े पर गहरी चिंता जताते हुए कहा गया है कि जैन समाज के प्रमुख तीर्थ स्थल को असामाजिक तत्वों के कब्जे से मुक्त कराने की मांग लगातार उठाई जाती रही है लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। समाज की ओर से कहा गया है कि सरकार जैन समाज को कमजोर नहीं समझे क्योंकि यह समाज भी सरकार बनाने और बिगाड़ने का मादा रखता है।

जैन एकता मंच की कौर कमेटी ने आपसी विचार विमर्श के बाद गुजरात में जैन समाज पर हो रहे इस अन्याय के विरुद्ध गांधीवादी तरीक़े से इस लड़ाई को को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। जिस पर प्रथम कदम बढ़ाते हुए जैन एकता मंच के प्रतिनिधि मण्डल ने जिसमे राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश जैन,राष्ट्रीय महामंत्री प्रमोद जैन,राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मनीष जैन,युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन,महिला शाखा की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनीता जैनश्कालाश् व राष्ट्रीय सहमहामंत्री मुकेश जैन ने संयुक्त रूप से महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व गुजरात के मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर अवगत कराने का काम किया है।

साथ ही मांग की है कि जैन समाज की इस धरोहर और समाज की आस्था को ध्यान में रखते हुए असामाजिक तत्वों से मुक्त करा कर जैन समाज को पुनः सौंप दी जाये। समाज के साथ हो रहे अन्याय को यही रोका न गया व न्याय व अधिकार नही मिला तो जैन आने वाले चुनावों में ऐसे दल व नेताओ का बहिष्कार करते हुए निर्णय लेने का काम करेंगे।

राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश जैन ने कहा कि सरकारें चाहे किसी की भी हो जैन समाज को कमजोर समझने की भूल कतई न करें। जैन समाज अपनी न्याय की लड़ाई को लड़ने के लिये एकजुट,जागरूक व सक्षम है। इसके लिये हमें आंदोलन की राह भी पकड़नी पड़ी तो जैन एकता मंच पीछे नही हटेगा। लेकिन किसी भी कीमत पर हम अपना अधिकार लेकर रहेंगे।

युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन ने कहा कि सदैव से ही देश के निर्माण में जैन समाज का योगदान महत्वपूर्ण रहा है। लेकिन हर मुद्दे पर जैन समाज की अनदेखी व जैनियों पर हो रहे अन्याय पर सरकारों की खामोशी चिंता का विषय है। सरकारे जान लें कि आज जैन समाज एकजुट व जागरूक है। इक्कठा होकर गांधीवादी तरीके से अपने अधिकारों की लड़ाई मजबुती से लड़ना जानता है।

मंच के राष्ट्रीय महामंत्री प्रमोद जैन व सह महामंत्री मुकेश जैन ने संयुक्त रूप से कहा कि जैन समाज उठ खड़ा हुआ है। अनदेखी का परिणाम चुनावो में बहिष्कार के रूप में भी सत्ताधारी दल को भुगतना पड़ सकता है।

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