इसे कहते हैं चमत्कार-आधी ट्रेन गुजर गई फिर भी ऐसे बच गई जान

इसे कहते हैं चमत्कार-आधी ट्रेन गुजर गई फिर भी ऐसे बच गई जान

मथुरा। स्टेशन पर पानी लेने के लिए उतरा यात्री चलती ट्रेन में चढ़ने की हड़बड़ी में गिर गया। ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच फंसे यात्री के ऊपर से आधी ट्रेन गुजर गई। लेकिन उसी समय फरिश्ता बनकर पहुंचे जीआरपी के दरोगा ने बिना देरी किए सबसे पहले ट्रेन रुकवाई और फिर कड़ी मशक्कत के बाद यात्री को सकुशल ट्रेन के नीचे से निकाला।

दरअसल देश की राजधानी नई दिल्ली से चलकर हैदराबाद जाने वाली तेलंगाना एक्सप्रेस जब मथुरा जंक्शन स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक पर पहुंची तो रेलगाड़ी के रुकते ही कोच नंबर 82 में अपने पिता ओमप्रकाश साहू के साथ यात्रा कर रहा झांसी निवासी अनिल साहू पानी लेने के लिए प्लेटफार्म पर उतर गया। अनिल पानी लेकर जैसे ही ट्रेन में चढ़ने की तैयारी कर रहा था, उससे पहले ही सीटी बजाती हुई रेलगाड़ी छुक छुक करते हुए आगे की तरफ चल दी। ट्रेन में चढ़ने की हड़बड़ी में अनिल का संतुलन बिगड़ गया जिससे वह प्लेटफार्म पर गिर गया और ट्रेन एवं प्लेटफार्म के बीच फंसा रह गया।

इस दौरान किसी भी अन्य व्यक्ति ने रेलगाड़ी को रुकवा कर उसकी जान बचाने की कोशिश नहीं की। लेकिन जीआरपी के वरिष्ठ उप निरीक्षक कुलदीप बरार की नजर जब रेलगाड़ी और प्लेटफार्म के बीच फंसे अनिल पर पड़ी तो उन्होंने देरी किए बगैर तुरंत दौड़ लगा दी और सबसे पहले भाग दौड़ करते हुए ट्रेन रुकवाई। इसके बाद वरिष्ठ उपनिरीक्षक कोच के पास पहुंचे, जहां पर अनिल ट्रेन एवं प्लेटफार्म के बीच फंसा हुआ था। जैसे तैसे अन्य यात्रियों की मदद से उसे निकालने के प्रयास शुरू किये गये। अनिल को निकालने में तकरीबन 15 मिनट का समय लग गया। लेकिन यात्री को सकुशल बाहर निकाल लिया गया। हालांकि ट्रेन के नीचे गिरने से अनिल के हाथ पैर में चोट आ गई थी, जिसके चलते उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने अनिल की हालत खतरे से बाहर बताई है। अब दरोगा की चौतरफा प्रशंसा की जा रही है।

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