बिजलकर्मियों को अल्टीमेटम-इतने घंटो की मिली मोहलत वरना नौकरी होगी खत्म

बिजलकर्मियों को अल्टीमेटम-इतने घंटो की मिली मोहलत वरना नौकरी होगी खत्म

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बिजलकर्मियों की हड़ताल से पूरे प्रदेश में हाहाकार मचा हुआ है। हड़ताल को लेकर हाईकोर्ट ने भी नाराजगी जताई है। हाईकोर्ट का आदेश आने के बाद यूपी सरकार में ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने हड़ताली संविदा बिजलकर्मियों को शाम 6 बजे तक की मोहलत देते हुए अल्टीमेटम दे दिया है। अगर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा की बात नहीं मानी तो सरकार उनके विरूद्ध कड़ा एक्शन लेने के लिये तैयार है। ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद हड़ताल करना सही नहीं है।

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि बिजली कर्मचारियों की हड़ताल फेल हो चुकी है और इस हडताल का कोई असर नहीं पड़ रहा है। आम दिनों में भी फीडर बदं होते रहते हैं और फिर कुछ देर के पश्चात चालू हो जाते हैं। ऐसा ही इस वक्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद हड़ताल को जारी रखने सही नहीं है और अगर कोई कानून का उल्लघंन करेगा तो सरकार उसके साथ सख्ती से निपटने के लिये तैयार है। उन्होंने कहा कि कलेक्टरों को निर्देशित कर दिया गया है। उन्होंने कहा है कि अगले चार घंटे यानि शाम 6 बजे तक संविदाकर्मी अपने काम पर नहीं लौटेंगे तो उनकी सेवा को समाप्त कर दिया जायेगा।

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि संविदा की नौकरी स्थाई नहीं होती है इसलिये उन्हें कभी भी निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर एक बार संविदाकर्मियों की नौकरी चली गई तो दोबारा मिलना कठिन है। उन्होंने कहा कि 1332 संविदाकर्मियों को अभी तक नौकरी से निकाला जा चुका है। उन्होंने कहा कि अगर तमाम को भी निकालने पड़े तो वह हिचकेंगे नहीं। उन्होंने कहा कि संविदाकर्मियों के पास शाम 6 बजे तक का समय है। अगर वह शनिवार के शाम 6 बजे तक अपने कार्य पर नहीं लौटेंगे तो संविदाकर्मियों की बर्खास्तगी शुरू कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि जिन संविदाकर्मियों को बर्खास्त किया जायेगा उनके स्थान पर आईटीआई से छात्रों को नियुक्ति किया जायेगा। आईटीआई से छात्रों को लेने की तैयारियां हो चुकी है, जिन्हें पहले अप्रेंटिस पर रखा जायेगा।

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